Bewafa Shayari in Hindi |
Bewafa Shayari in Hindi
मजबूरी में जब कोई जुदा होता है जरूरी नहीं कि वो बेवफा होता है
देकर वो आपकी आँखों में आँसू अकेले में आपसे ज्यादा रोता है
तुम अगर याद रखोगे तो इनायत होगी
वरना हमको कहाँ तुम से शिकायत होगी
ये तो वही बेवफ़ा लोगों की दुनिया है
तुम भूल भी जाओगे तो रिवायत होगी
गलत लोग तो सभी के जीवन में आते है
लेकिन सीख हमेस सही ही देकर जाते है
हमसे न करिये बातें यूँ बेरुखी से सनम
होने लगे हो कुछ कुछ बेवफा से तुम
हमें न मोहब्बत मिली न प्यार मिला
हमको जो भी मिला बेवफा यार मिला
अपनी तो बन गई तमाशा ज़िन्दगी
हर कोई मकसद का तलबगार मिला
इतनी मुश्किल भी ना थी राह मेरी मोहब्बत की
कुछ ज़माना खिलाफ हुआ कुछ वो बेवफा हो गए
तेरी चौखट से सिर उठाऊं तो बेवफा कहना तेरे सिवा किसी और को चाहूँ तो बेवफा कहना
मेरी वफाओं पे शक है तो खंजर उठा लेना मैं शौक से मर ना जाऊं तो बेवफा कहना
तेरे हुस्न पे तारीफों भरी किताब लिख देता
काश तेरी वफ़ा तेरे हुस्न के बराबर होती
तूने ही लगा दिया इलज़ाम-ए-बेवफाई
अदालत भी तेरी थी गवाह भी तू ही थी
उसने जी भर के मुझको चाहा था
फ़िर हुआ यूँ के उसका जी भर गया
दिल भी गुस्ताख हो चला था बहुत
शुक्र है कि यार ही बेवफा निकला
अच्छा होता जो उनसे प्यार न हुआ होता
चैन से रहते हम जो दीदार न हुआ होता
पहुँच चुके होते हम अपनी मंज़िल पर
अगर एक बेवफा पर ऐतबार न हुआ होता
हर भूल तेरी माफ़ की तेरी हर खता को भुला दिया
गम है कि मेरे प्यार का तूने बेवफाई सिला दिया
उसने महबूब ही तो बदला है फिर ताज्जुब कैसा
दुआ कबूल ना हो तो लोग खुदा तक बदल लेते है
आप बेवफा होंगे सोचा ही नहीं था
आप भी कभी खफा होंगे सोचा नहीं था
जो गीत लिखे थे कभी प्यार में तेरे
वही गीत रुसवा होंगे सोचा ही नहीं था
बेवफा वक़्त था तुम थे या मुकद्दर था मेरा
बात इतनी ही है कि अंजाम जुदाई निकला
मेरी वफा के बदले बेवफाई न दिया कर
मेरी उम्मीद ठुकरा के इन्कार न किया कर
तेरी मोहब्बत में हम सब कुछ गँवा बैठे
जान भी चली जायेगी इम्तिहान न लिया कर
मुझे शिकवा नहीं कुछ बेवफ़ाई का तेरी हरगिज़
गिला तो तब हो अगर तूने किसी से निभाई हो
ना पूछ मेरे सब्र की इंतेहा कहाँ तक है तू सितम कर ले तेरी हसरत जहाँ तक है
वफ़ा की उम्मीद जिन्हें होगी उन्हें होगी हमें तो देखना है तू बेवफ़ा कहाँ तक है
दिल.मारने.वाले आंखों से रोते नहीं हैं
जो अपने नहीं बने हैं वो किसी के नहीं बने हैं
वक्त हमेशा हमें सिखाता है
कि सपने टूटे हैं लेकिन पूरे नहीं होते
फूलों के साथ काँटे नसीब होते हैं
ख़ुशी के साथ ग़म भी नसीब होता है
यूँ तो मजबूरी ले डूबती हर आशिक को
वरना खुशी से बेवफ़ा कौन होता है
बरसों गुजर गए हमने रो कर नहीं देखा
आँखों में नींद थी मगर सो कर नहीं देखा
वो क्या जाने दर्द ए मोहब्बत क्या है
जिसने कभी किसी का होकर नहीं देखा
मैं भूल जाऊंगा कि आप खुद को बेवफा भूल गए हैं लेकिन
मैं आपको दुनिया के सामने बेवफ कहकर बदनाम नहीं करूंगा
याद न कीया कर तु मुझे बेवफाई करके
साथ छोड़ना ही था तो दिल लगाया क्युं
मेरी तलाश का है जुर्म
या मेरी वफा का क़सूर
जो दिल के करीब आया
वही बेवफा निकला
चाहते हैं वो हर रोज नया चाहने वाला
ऐ खुदा मुझे रोज इक नई सूरत दे दे
मोहब्बत से भरी कोई ग़ज़ल उसे पसंद नहीं
बेवफाई के हर शेर पे वो दाद दिया करते हैं
किसी का रूठ जाना और अचानक बेवफा होना
मोहब्बत में यही लम्हा क़यामत की निशानी है
कैसी अजीब तुझसे यह जुदाई थी
कि तुझे अलविदा भी ना कह सका
तेरी सादगी में इतना फरेब था
कि तुझे बेवफा भी न कह सका
जिंदगी का सबसे अच्छा खयाल हो तुम
इश्क़ और इबादत दोनों में बेमिसाल हो तुम
आज तो अवारस की बिरादरी में शामिल हो गया
ले लो मेरा प्यार भी आज अधूरा रह गया है
कुछ टूटने की खबर आंसू है
हमारे जीवन का अखबार आँसू है
घटनाएं सभी हल्की हैं
फिर भी भारी आँसू निकल रहे हैं
रोये कुछ इस तरह से मेरे जिस्म से लग के वो
ऐसा लगा कि जैसे कभी बेवफा न थे वो
वफ़ा के नाम से मेरे सनम अनजान थे
किसी की बेवफाई से शायद परेशान थे
हमने वफ़ा देनी चाही तो पता चला
हम खुद बेवफा के नाम से बदनाम थे
जो बहुत कम में पीड़ित होते हैं वे बहुत सरल होते हैं
और ये वही हैं जो जीवन में सबसे अधिक पीड़ित होते हैं
कितने आसान लफ्जों मे कह गई
मुझे सिर्फ दिल ही तोड़ा है कौन सी जान ले ली तेरी
किसी से इतनी उम्मीद न करें कि
आशा के साथ साथ आप भी टूट जाएं
जब तक न लगे एक बेवफाई की ठोकर
हर किसी को अपने महबूब पे नाज़ होता है
तेरी बेवफाई ने हमारा ये हाल कर दिया है
हम नहीं रोते लोग हमें देख कर रोते हैं
मैं खुश था मैं ठीक था जब मैं अकेला था
जब तुम चले गए तुमने मुझे क्यों देखा
Bewafa Shayari in Hindi Text
उस के यूँ तर्क ए मोहब्बत का सबब होगा कोई
जी नहीं मानता कि वो बेवफ़ा पहले से था
कुछ अलग ही करना है तो वफ़ा करो दोस्त
बेवफाई तो सबने की है मज़बूरी के नाम पर
मुझे बहुत कम समय में बहुत प्यार
हुआ इसलिए शायद मुझे बहुत
कम समय में बहुत रोना पड़े
न मैं शायर हूँ न मेरा शायरी से कोई वास्ता
बस शौक बन गया है तेरी बेवफाई बयाँ करना
हालांकि हजारों हैं मैं इसमें आपका अपना दीपक हूं
मुझे नहीं पता कि आप मेरे हैं
मैं आपको भी प्यार करने जा रहा हूं
बहोत ख़ामोशी से टूट गया
वो एक भरोसा जो तुझपे था
कभी ग़म तो कभी तन्हाई मार गयी
कभी याद आकर उनकी जुदाई मार गयी
बहुत टूट कर चाहा जिसको हमने
आखिर में उनकी ही बेवफाई मार गयी
जिसे तुम सबसे ज्यादा प्यार करते हो
वह दिन आपके दुख का कारण बनेगा
कौन कहता है हम उसके बिना मर जायेंगे
हम तो दरिया है समंदर में उतर जायेंगे
वो तरस जायेंगे प्यार की एक बूँद के लिए
हम तो बादल है प्यार के कहीं और बरस जायेंगे
किस किस को तू खुदा बनाएगी किस किस की तू हसरतें मिटाएगी
कितने ही परदे डाल ले गुनाहों पे बेवफा तू बेवफा ही नजर आएगी
डूबी है मेरी उंगलिया खुद अपने लहू में
ये कांच के टुकडो को उठाने की सजा है
आज तुम्हारी याद ने मुझे रुला दिया
क्या करूँ तुमने जो मुझे भुला दिया
न करते वफ़ा न मिलती ये सजा
मेरी वफ़ा ने तुझे बेवफा बना दिया
इजाज़त हो तो तेरे चहेरे को देख लूँ जी भर के
मुद्दतों से इन आँखों ने कोई बेवफा नहीं देखा
यु तो कोई भी तनहा नहीं होता
छूट कर किसी से कोई जुदा नहीं होता
मोहब्बत को मज़बूरिया ले डूबती है
वरना ख़ुशी से कोई बेवफा नही होता
एक चेहरा पड़ा मिला आज रास्ते पर मुझे
ज़रूर किरदार बदलते वक़्त उसी का गिरा होगा
मुझको छोड़ने की वजह तो बता देते
मुझसे नाराज थे या मुझ जैसे हजारों थे
मिटा दे उसकी तस्वीर मेरी आँखों से ऐ खुदा
अब तो वो मुझे ख्वाबों में भी अच्छी नहीं लगती
हमें तो कबसे पता था की तू बेवफ़ा है
तुझे चाहा इसलिए की शायद तेरी फितरत बदल जाये
सिर्फ तुम्हें ही चाहा और हद से ज्यादा चाहा
बस यही वजह बनी जिन्दगी बरबाद करने की
ये बेवफा वफा की कीमत क्या जाने
ये बेवफा गम ए मोहब्बत क्या जाने
जिन्हे मिलता है हर मोड पर नया हमसफर
वो भला प्यार की कीमत क्या जाने
अगर दुनिया में जीने की चाहत ना होती
तो खुदा ने मोहब्बत बनाई ना होती
इस तरह लोग मरने की आरज़ू ना करते
अगर मोहब्बत में बेवफ़ाई ना होती
ये बेवफा वफा की कीमत क्या जाने है बेवफा गम-ऐ-मोहब्बत क्या जाने
जिन्हें मिलता है हर मोड़ पर नया हमसफर वो भला प्यार की कीमत क्या जाने
बेवफायी का मौसम भी अब यहाँ आने लगे है
वो फिर से किसी और को देख कर मुस्कुराने लगे है
जल जल के दिल मेरा जलन से जल रहा
एक अश्क मेरे आँख में मुद्दत से पल रहा
जिसका मैं कर रहा हूँ घुट घुट के इंतजार
वो बेवफा ना आई मेरा दम निकल रहा
वो बेवफा अपनी ज़िंदगी में हुआ मशरूफ इतना
वो किस किस को भूल गया उसे यह भी याद नहीं
दिल किसी से तब ही लगाना जब दिलों को पढ़ना सीख लो
वरना हर एक चेहरे की फितरत में ईमानदारी
दर्द क्या होता है वो बेवफा क्या जाने
उसे तो हर कदम पर वफा ही मिलती है
एक बार ही कहा होता की
हम किसी और के भी है
खुदा कसम हम तेरे साये से भी दूर रहते
क्या ज़रुरत थी चोट ए बेवफाई की
नादान दिल झूठे वादों में ही खुश था
जरूरी नहीं कि कुत्ता ही वफादार निकले
वक़्त आने पर आपका वफादार भी
कुत्ता निकल सकता है
हम बेवफा है ये ऐलान कर देते है
चल तेरे काम को हम आसान कर देते है
इतनी मुश्किल भी ना थी राह मेरी मोहब्बत की
कुछ ज़माना खिलाफ हुआ कुछ वो बेवफा हो गए
भले किसी ग़ैर की जागीर थी वो पर मेरे ख्वाबों की तस्वीर थी वो
मुझे मिलती तो कैसी मिलती किसी और के हिस्से की तकदीर थी वो
कर के बेवफाई मुस्कुराते हैं वो
दिल टूटता है तो शरमाते हैं वो
जख्म दिल का नहीं देख पाते हे वो
तभी तो इस जहा में दिलरूबा कहलाते हैं वो
मेरी तलाश का है जुर्म या मेरी वफा का क़सूर
जो दिल के करीब आया वही बेवफा निकला
न रहा कर उदास ऐ दिल किसी बेवफा की याद में
वो खुश है अपनी दुनिया मे तेरा सबकुछ उजाड़ के
ये मोहब्बत के हादसे अक्सर दिलों को तोड़ देते हैं
तुम मंजिल की बात करते हो लोग राहों में ही साथ छोड़ देते हैं
हर भूल तेरी माफ़ की हर खता को तेरी भुला दिया
गम है कि मेरे प्यार का तूने बेवफा बनके सिला दिया
हर दिल का एक राज़ होता है
हर बात का एक अंदाज़ होता है
जब तक न लग बेवफाई की ठोकर
हर किसी को अपनी प्यार पर नाज़ होता है
जिन फूलों को संवारा था हमने अपनी मोहब्बत से
हुए खुशबू के काबिल तो बस गैरों के लिए महके
Mohabbat Bewafa Shayari in Hindi
बरसों गुजर गए हमने रो कर नहीं देखा
आँखों में नींद थी मगर सो कर नहीं देखा
वो क्या जाने दर्द ए मोहब्बत क्या है
जिसने कभी किसी का होकर नहीं देखा
मेरी वफा फरेब थी मेरी वफा पे खाक डाल
तुझसा ही कोई बावफा तुझको मिले खुदा करे
जब निकले मेरा जनाजा तो खिड़की से झांक लेना
फूल तो बहुत महंगा पड़ेगा पत्थर तो मार देना
हर ट्राफीक सिग्नल तेरी याद दिलाता है
तूने भी कुछ इस तरह रंग बदले थे
वफ़ा पर हमने घर लुटाना था लेकिन
वफ़ा लौट गयी लुटाने से पहले
चिराग तमन्ना का जला तो दिया था
मगर बुझ गया जगमगाने से पहले
एक तेरी खातिर परेशान हूँ मैं टूटे दिलों की जुबाँ हूँ मैं
तूने ठुकराया जिसको अपनाकर उसी दीवाने का गुमां हूँ मैं
हमारी तरफ अब वो कम देखते हैं
ये वो नजरें नहीं जिनको हम देखते हैं
हर कोई तेरे आशियाने का पता पूछता है
न जाने किस किस से वफा के वादे किये है तूने
नहीं चाहिए कुछ भी तेरी इश्क़ की दूकान से
हर चीज में मिलावट है बेवफाई की
कभी जो हम से प्यार बेशुमार करते थे
कभी जो हम पर जान निसार करते थे
भरी महफ़िल में हमको बेवफा कहते हैं
जो खुद से ज़्यादा हमपर ऐतबार करते थे
ढूंढ़ तो लेते अपने प्यार को हम शहर में
भीड़ इतनी भी न थी पर रोक दी तलाश हमने
क्योंकि वो खोये नहीं बदल गए थे
जाते जाते उसने पलटकर सिर्फ इतना कहा मुझसे
मेरी बेवफाई से ही मर जाओगे या मार के जाऊं
हमें न मोहब्बत मिली न प्यार मिला
हम को जो भी मिला बेवफा यार मिला
अपनी तो बन गई तमाशा ज़िन्दगी
हर कोई अपने मकसद का तलबगार मिला
धीरे धीरे दूर होते गए वक़्त के आगे मजबूर होते गए
इश्क़ में हमने ऐसी चोट खाई हम बेवफा और वो बेक़सूर होते गए
हर हीरा चमकदार नहीं होता
हर समंदर गहरा नहीं होता
दोस्तो जरा संभल कर प्यार करना
हर खूबसूरत चेहरा वफादार नहीं होता
तुम्ही ने लगा दिया इल्जाम ए बेवफाई मुझ पर
मेरे पास तो वफ़ा के गवाह भी सिर्फ तुम ही तो थे
वो जिनकी आँखों में चमकते थे वफ़ा के
मोती यकिन मानो वो आँखे भी
आज बेवफा निकली
हो सके तो वक्त पे लौट आना ए बेवफा
वर्ना मेरी साँसो की जगह मेरी राख मिलेगी
कर सकता था मैं भी मोहब्बत तुमसे
पर सोचा की हसीन हो तो बेवफा भी होगी ही
कैसी अजीब तुझसे यह जुदाई थी
कि तुझे अलविदा भी ना कह सका
तेरी सादगी में इतना फरेब था
कि तुझे बेवफा भी ना कह सका
तुम अगर याद रखोगे तो इनायत होगी
वरना हमको कहाँ तुम से शिकायत होगी
ये तो वही बेवफ़ा लोगों की दुनिया है
तुम अगर भूल भी जाओ जो रिवायत होगी
पहले इश्क फिर धोखा फिर बेवफ़ाई
बड़ी तरकीब से एक शख्स ने तबाह किया
अच्छा करते हैं वो लोग जो मोहब्बत का इज़हार नहीं करते
ख़ामोशी से मर जाते हैं मगर किसी को बदनाम नहीं करते
हर सितम सह कर कितने ग़म छिपाये हमने तेरी खातिर हर दिन आँसू बहाये हमने
तू छोड़ गया जहाँ हमें राहों में अकेला बस तेरे दिए ज़ख्म हर एक से छिपाए हमने
नजर उनकी जुबाँ उनकी अजब है कि इस पर भी
नजर कुछ और कहती है जुबाँ कुछ और कहती है
दुनियाँ को इसका चेहरा दिखाना पड़ा मुझे पर्दा जो दरमियां था हटाना पड़ा मुझे
रुसवाईयों के खौफ से महफिल में आज फिर इस बेवफा से हाथ मिलाना पड़ा मुझे
रात की गहरा आँखों में उतर आई
कुछ ख्वाब थे और कुछ मेरी तन्हाई
ये जो पलकों से बह रहे हैं हल्के हल्के
कुछ तो मजबूरी थी कुछ तेरी बेवफाई
मेरी वफा के क़ाबिल नही हो तुम
प्यार मिले ऐसे इन्सान नही हो तुम
दिल क्या तुम पर ऐतबार करेगा
प्यार मे धोखा दिया ऐसे बेवफा हो तुम
दिल से रोए मगर होंठो से मुस्कुरा बैठे
यूँही हम किसी से वफ़ा निभा बैठे
वो हमे एक लम्हा ना दे पाए अपने प्यार का
और हम उनके लिए अपनी ज़िंदगी गवां बैठे
छोड़ गए हमको वो अकेले ही राहों में
चल दिए रहने वो औरों की पनाहों में
शायद मेरी चाहत उन्हें रास नहीं आई
तभी तो सिमट गए वो गैर की बाहों में
मेरी वफा के बदले बेवफाई न दिया कर
मेरी उम्मीद ठुकरा के इन्कार न किया कर
तेरी मोहब्बत में हम सब कुछ गँवा बैठे
जान भी चली जायेगी इम्तिहान न लिया कर
हमने ये सोचा वो वापिस आए हमारी मोहब्बत के लिए
मगर वो बेवफा वापिस आए सिर्फ अपने काम के लिए
मिलने की आस तन्हाई होती हे वफ़ा की आस बेवफा होती हे
दिल मे जीने की उमंग समाई होती हे
पता नही किसको क्या मिले
क्योकि किस्मत रब की बनाई होती हे
नहीं लगेगा उसे देख कर मगर ख़ुश है
मैं ख़ुश नहीं हूँ मगर देख कर लगेगा नहीं
मुझे बेवफाई नहीं चाइये थी
मुझे धोका नहीं चाइये था
मुझे तो बस थोड़ा सा प्यार चाइये था
ये ज्योग्राफिया फ़लसफ़ा साइकोलाॅजी साइंस
रियाज़ी वगैरह ये सब जानना भी अहम है मगर
उसके घर का पता जानते हो
चाहने वालो को यू सताया नही जाता
बेवफाओ को भी यू भुलाया नही जाता
हम तो तुम्हारे ही है,तुम्हारे ही थे
आपनो को यू ज़िंदगी मे तडपाया नही जाता
अब मैंने खुद का धयान रखना शुरू कर दिया है
क्योंकि धयान रखने वाले अब बदल चुके है
लोग तो अपना बना कर छोड देते हैं
कितनी आसानी से गैरों से रिश्ता जोड लेते हैं
हम एक फूल तक ना तोड सके कभी
कुछ लोग बेरहमी से दिल तोड देते हैं
तेरी मुस्कान से सुधर जाती है तबीयत मेरी
बताओ न तुम इश्क करती हो या ईलाज
निकाल लाया हूँ एक पिंजरे से इक परिंदा
अब इस परिंदे के दिल से पिंजरा निकालना है
Bewafa Shayari in Hindi For Gf
शब बसर करनी है महफ़ूज़ ठिकाना है कोई
कोई जंगल है यहाँ पास में सहरा है कोई
लगाया है जो दाग तूने हमें बेवफ़ा सनम
हाय मेरी पाक मुहब्बत पर लगाये बैठे हैं
इसे अपने सीने से हम प्यार की निशानी समझ कर
बिखरा वज़ूद टूटे ख़्वाब सुलगती तन्हाईया
कितने हसींन तोहफे दे जाती है ये अधूरी मोहब्बत
मोहब्बत से वो देखते हैं सभी को
बस हम पर कभी ये इनायत नहीं होती
मैं तो शीशा हूँ टूटना मेरी फ़ितरत है
इसलिए मुझे पत्थरों से कोई शिकायत नहीं होती
किसी को घर से निकलते ही मिल गई मंज़िल
कोई हमारी तरह उम्र भर सफ़र में रहा
आखिर उसने किसी गैर के दिल की सुनी
मेरी हक़ीकत जाने बिना बेवफा बना दिया हमें
मगर याद करना मेरी वफ़ाएं याद कर पछताओगे और रोओगे
मोहब्बत करे तो लगता हे जैसे
मौत से भी बड़ी ये एक सज़ा हे जैसे
किस किस से शिकायत करे हम
जब अपनी हे तक़दीर हे बेवफा हो
सब कुछ है मेरे पास पर दिल की दवा नहीं
दूर वो मुझसे हैं पर मैं खफा नहीं मालूम है
अब भी प्यार करते है मुझसे
वो थोडा सा जिद्दी हैमगर बेवफा नही
बिछड़कर उसका दिल लग भी गया तो क्या लगेगा
वो थक जाएगा और मेरे गले से आ लगेगा
तुम्हें हुस्न पर दस्तरस है
मोहब्बत वोहब्बत बड़ा जानते हो
तो फिर ये बताओ कि तुम उसकी
आंखों के बारे में क्या जानते हो
फुल हो तुम मुरझाना नहीं साथ छोड़ के कभी दूर
जाना नहीं जब तक हम जिन्दा है अ दोस्त कभी किसी से घबराना नही
अब मुझे तकलीफ़ नहीं होती
चाहे कोई भी छोड़कर जाए
क्योंकि मैंने उन रिश्तों से धोखा खाया है
जिन पर मुझे नाज़ था
खबर ये मिली है मुझे कि उन्होंने मुझको अपनी बाहों से
आजाद कर दिया है शायद उनको अब कोई दूसरा कैदी मिल गया है
मत बहा आंसुओं में जिंदगी को एक नए
जीवन का आगाज़ कऱ दिखानी है
अगर दुश्मनी की हद तो ज़िक्र भी मत कर
नज़र अंदाज़ कर
कोमल दयालु लगते थे जो हसीन लोग
वास्ता पड़ा तो कठोर और पत्थर के निकले
दर्द मोहब्बत का ऐ दोस्त बहुत खूब होगा
न चुभेगा न दिखेगा बस महसूस होगा
कितनी हसरत थी प्यार को पाने की मगर इसके अंजाम का नहीं पता था
क्यूंकि ये प्यार वफा करने वाले को भी बेवफा बना देता है
मनाने की कोशिश तो बहुत की हमनें
पर जब वो हमारे लफ़्ज ना समझ सके
तो हमारी खामोशियों को क्या समझेंगे
हम गम तन्हाई और जुदाई से मरते रहे
और वो बेवफा बनके चुप बैठे रहे
आज अभी उनकी नज़र में राज़ वही था
चेहरा वही था चेहरे का लिबास वही था
कैसे उन्हें बेवफा कह दूं
आज भी उनके दखने का अंदाज़ वही था
तेरी शान में क्या नज़्म कहूं अल्फ़ाज़ नहीं मिलते
कुछ गुलाब ऐसे होते है जो साख पर नहीं खिलते
सूखे समंदर का कोई किनारा नहीं होता
हमें मिलता नहीं वो जिस पे हक हमारा
नहीं होता, बह जाते हैं वो लहरों की तरह
जिनका कोई सहारा नहीं होता
आकाश मे डूबा एक प्यारा तारा हे
हमको तो किसी की बेवफ़ाई ने मारा हे
हम उनसे अब भी मोहब्बत करते हे
जिसने हमे मौत से भी पहेले मारा हे
वो जो अपना था हुंसे है खफा पता नही किस से हुई थी क्या ख़ाता
बे वजह दिल नही टूट-ता किसी का तुम थे या हम थे बेवफा
घर में भी दिल नहीं लग रहा काम पर भी नहीं जा रहा
जाने क्या ख़ौफ़ है जो तुझे चूम कर भी नहीं जा रहा
ज़ख़्म जब मेरे सीने के भर जाएँगे
आँसू भी मोती बनकर बिखर जाएँगे
ये मत पूछना किस किस ने धोखा दिया
वरना कुछ अपनो के चेहरे उतर जाएँगे
क्या बताऊँ मेरा हाल कैसा है
एक दिन गुज़रता है एक साल जैसा है
तड़पता हूँ इस कदर बेवफाई में उसकी
ये तन बनता जा रहा कंकाल जैसा है
ये ज़रूरी नहीं है की हर बात पर तुम मेर कहा मानो
दहलीज पर रख दी है चाहत और अब आगे तुम जानो
मैंने अपनी ज़िन्दगी के रस्ते बदल दिए हैं
अब जो हमारे साथ खड़े हैं वही हमारे साथ चलेंगे
अपने दिल को आख़िर दुखाना है
और बहारो मे घर सज़ाना है
तो प्यार अक्सर एक बेवफा से करो
अगर मोहब्बत को आजमाना है
Bewafa Shayari in Hindi Status
जिस गुलशन को मैने लहू से सजाया था
हर फूल को मैने खून ए जिगर पिलाया था
उससे वीरान कर दिया तेरी बेवफ़ाई ने
और मैने तुझको वफ़ा की देवता बनाया था
नज़र में रखना कहीं कोई ग़म शनास गाहक
मुझे सुख़न बेचना है ख़र्चा निकालना है
हा मानता हूं बाते कम होती है हमारे दर्मिया
पर वो जब खेरियत पूछते है तो निखर सा जाता हूं
मैं ने मेहनत से हथेली पे लकीरें खींचीं
वो जिन्हें कातिब-ए-तक़दीर नहीं खींच सका
बेवफा है दुनिया किसी का ऐतबार ना करो
हर पल देते है धोका किसी से प्यार ना करो
मिट जाओ बेशाक़ तनहा जी कर
पर किसी के साथ का इंतज़ार ना करो
दुनिया वालों का भी अजीब दस्तूर है
बेवफाई मेहबूब से मिलती है
और बेवफा मोहब्बत बन जाती है
एक रात रब ने मेरे दिल से पूछा
तू दोस्ती में इतना क्यूँ खोया है
दिल बोला दोस्तों ने ही दी हैं सारी खुशियाँ
वरना प्यार करके तो दिल हमेशा रोया है
मोहब्बत करके देखि तो मोहब्बत को पहचान लिया
वफ़ा सिर्फ नाम कि बात हे
ये सिर्फ बेवफाई का फ़साना हे
ये मैं अक्सर सोचता हूँ की वो हमें कैसे भूल गए होंगे
शायद हमें बेवफा मान कर भूलने कीवजह मिल गयी होगी
मेरी मौत के सबब आप बने इस दिल के रब
आप बने पहले मिसाल थे वफ़ा की
जाने यूँ बेवफ़ा कब आप बने
एक तेरी खातिर परेशाँ हूँ मैं टूटे दिलों की
जुबाँ हूँ मैं तूने ठुकराया जिसको अपनाकर
उसी दीवाने का गुमां हूँ मैं
किसी को बांध के रखना फितरत नही है मेरी
मैं प्रेम का धागा हूँ मजबूरी की ज़ंजीर नही
हर दिल का ज़ख़्म धो लेते हे
आंशु ओ के जाम से इतनी बेवफ़ाई करो की
नफ़रत हो जाए लड़की ओ के नाम से
दिल लगा के दिल तोड़ गयी वो
प्यार का पाठ पढ़ा कर भूल गयी हमें
ओ बेवफाअब किसी से भी दिल मत लगाना
क्यूंकि वो भी मेरी तरह चैन की सांस ना ले पाएगी
वो खून करके मेरे दिल का बेगुनाह कहलाते हे
छेड़कर मेरे ज़ख़्मो को बेशर्मी से मुस्कुराते हे
बड़े बेदर्द होते हे वो हसीन अदा ओ वाले
जो चहेरे से बड़े हे मासूम नज़र आते हे
बेवफाई उसकी मिटा के आया हूँ
ख़त उसके पानी में बहा के आ
कोई पढ़ न ले उस बेवफा की यादों
इसलिए पानी में भी आग लगा कर आया हूँ
आग दिल में लगी जब वो खफा हुए
महसूस हुआ जब वो जुदा हुए करके
वफ़ा कुछ दे न सके वो पर बहुत कुछ दे गए
जब वो बेवफा हुए ये सिर्फ बेवफाई का फ़साना हे
तू भी बेवजह बढ़ रही है ए धूप
इस शहर में पिघलने वाले दिल ही नहीं हैं
दिलदार को जब किराएदार समझोगे ते तो वो नया कमरा
ढूंढ लेगा तुम ना सही किसी और के दिल मे जगह बना लेगा
मेरी वफा के बदले बेवफाई न दिया कर
मेरी उम्मीद ठुकरा के इन्कार न किया कर
तेरी मोहब्बत में हम सब कुछ गँवा बैठे
जान भी चली जायेगी इम्तिहान न लिया कर
वफ़ा के नाम से वोह अनजान थे
किसी की बेवफाई से शायद परेशान थे
हमने वफ़ा देनी चाही तो पता चला
हम खुद बेवफा के नाम से बदनाम थे
वो बेवफा मेरा इम्तिहान क्या लेगी
मिलेगी नज़रो से तो नज़र तक झुका देगी
उसे मेरी कबर पे दिया जलाने को मत कहेना
वो तो नादान हे कही अपना हाथ जला देगी
करनी है खुदा से गुजारिश तेरी दोस्ती के सिवा कोई बंदगी न मिले
हर जनम में मिले दोस्त तेरे जैसा या फिर कभी जिंदगी न मिले
कभी ये आरज़ू थी कि हर कोई जाने मुझे
आज ये तलब़ है कि गुमनाम ही रहूँ मै
बेचैनी जब भी बढ़ती है धुंए में उड़ा देता हूँ
और लोग कहते हैं मैं सिगरेट बहुत पीता हूँ
नादान होते है वो जो वफा कि तलाश करते है
ये नही सोचते कि अपनी सांस भी एक दिन बेवफा हो जाती है
ए खुदा तूने हम दीवानो का ये कैसा नसीब बनाया है
जितनी खुशिया दूर जाती है उतना ही गम करीब आया है
तुझे उदास होता देख कर
तेरे हर दुःख दर्द लेने को मन करता है
ये मेरा प्यार है जो ये एक दफा नहीं
हजार बार करने को तैयार रहता है
मंजिल ए मोहब्बत की राह चुनी है तो जनाब
रास्ते में दुख ए दर्द तो सेहना ही होगा ना
इश्क ए मोहब्बत मे कभी ऐसे तस्वीर भी होगी
हमे क्या पता के किसी बेवफा के लिए
शायरी भी लिखनी होगी
बेवफाई उसकी मिटा के आया हूँ
ख़त उसके पानी में बहा के आया हूँ
कोई पढ़ न ले उस बेवफा की यादों को
इसलिए पानी में भी आग लगा कर आया हूँ
मुझे बहुत अच्छी लगी उसकी ये अदा.
चार दिन इश्क़ मोहब्बत और फिर अलविदा
आग दिल मे लगी जब वो खफा हुए
महसूस हुआ तब जब वो जुदा हुए
कर के वफ़ा कुछ दे ना सके वो
पर बहुत कुछ दे गये जब वो बेवफा हुए
वो अक्सर मुझसे पूछा करती थी
तुम मुझे कभी छोड़ कर तो नहीं जाओगे
काश मैंने भी पूछ लिया होता
आपके प्यार ने दिया सुकून इतना के आपके सिवा ना कोई प्यारा लगे
बेवफ़ाई करनी हे तो इस तरह से करना के आपके बाद कोई बेवफा ना लगे
हसी की राह मे गम मिले तो क्या करे
वफ़ा के नाम पर बेवफा मिले तो क्या करे
कैसे बचे ज़िंदगी मे धोके बाजो से
कोई हस के धोका दे तो हम क्या करे
वो दिल की लगी को अदा समजने लगे
दो पल रुठ के गुज़रे जफ़ा समजने लगे
वो क्या जाने मे कितना रोया उनके बिन
वो बिन सोचे समजे बेवफा समजने लगे
तेरे दिल की महफिल सजाने आए थे
तेरी कसम तुझे अपना बनाने आए थे
ये तो बता किस बात की सजा दी तूने ओ बेवफा
हम तो तेरे दर्द को अपना दर्द बनाने आए थे
सिर्फ एक ही बात सीखी इन हुस्न वालों से हमने
हसीन जिसकी जितनी अदा है वो उतना ही बेवफा है
दुनियाँ को इसका चेहरा दिखाना पड़ा मुझे
पर्दा जो दरमियां था हटाना पड़ा मुझे
रुसवाईयों के खौफ से महफिल में आज
फिर इस बेवफा से हाथ मिलाना पड़ा मुझे
प्यार की तरफ को दिखाया नहीं जाता
दिल में लगी आग को बुझाया नहीं जाता
लाख जुदाई हो मगर जिंदगी के पहले
प्यार को भुलाया नहीं जाता
ये बेवफा, वफा की कीमत क्या जाने
ये बेवफा गम-ए-मोहब्बत क्या जाने
जिन्हे मिलता है हर मोड पर नया हमसफर
वो भला प्यार की कीमत क्या जाने
Bewafai Ki Shayari in Hindi
मैंने प्यार किया बड़े होश के साथ
मैंने प्यार किया बड़े जोश के साथ
पर हम अब प्यार करेंगे बड़ी सोच के साथ
क्योंकि कल उसे देखा मैंने किसी और के साथ
साहिल पर खड़े खड़े हमने शाम कर दी
अपना दिल और दुनिया आप के नाम कर दी
यह भी ना सोचा कैसे गुजरेगी मेरी जिंदगी
बिना सोचे समझे हर ख़ुशी आपके नाम कर दी
क्या जानो तुम बेवफाई की हद दोस्तों
वो हमसे इश्क सीखती रही किसी ओर के लिए
धोखा दिया था जब तूने मुझे.जिंदगी से मैं
नाराज था,सोचा कि दिल से तुझे निकाल
दूं.मगर कंबख्त दिल भी तेरे पास था
बदलना नहीं आता हमें मौसम की तरह
हर एक रूप मैं तेरा इंतज़ार करता हूँ
ना तुम समझ सको कयामत तक
कसम तुम्हारी तुम्हे इतना प्यार करते है
जहाँ पर नफरतों के खुरदरे दस्तूर होते हैं
वहाँ पर प्यार के किस्से बहुत मशहूर होते है
ये रिश्तों के उजालों में चमकते और बुझते हैं
कहीं ये अश्क होते हैं कहीं सिन्दूर होते हैं
दुनियाँ को इसका चेहरा दिखाना पड़ा मुझे
पर्दा जो दरमियां था हटाना पड़ा मुझे
रुसवाईयों के खौफ से महफिल में आज
फिर इस बेवफा से हाथ मिलाना पड़ा मुझे
कहाँ से लाऊं वो शब्द जो तेरी तारीफ के क़ाबिल हो
कहाँ से लाऊं वो चाँद जिसमें तेरी ख़ूबसूरती शामिल हो
ए मेरे बेवफा सनम एक बार बता दे मुझकों,कहाँ से
लाऊं वो किस्मत जिसमें तू बस मुझे हांसिल हो
Bewafa Shayari in Hindi
मजबूरी में जब कोई जुदा होता है जरूरी नहीं कि वो बेवफा होता है
देकर वो आपकी आँखों में आँसू,अकेले में आपसे ज्यादा रोता है
अब तो है मुझे जिस सच्चे प्यार के लिए
लोग अक्सर तड़पते हैं मैंने वह प्यार
तुम जैसे बेवफा पर लुटाया
वो सुना रहे थे अपनी वफाओ के किस्से
हम पर नज़र पड़ी तो खामोश हो गए
वो बेवफा हर बात पे देता है परिंदों की मिसाल
साफ साफ नहीं कहता मेरा शहर छोड़ दो
Bewafa Shayari in Hindi
यूं ही आंखों से आंसू बहते नहीं
किसी और को हम अपना कहते नहीं
एक तुम ही हो जो रुक से गए हो जिंदगी में
वरना रुकने के लिए हम किसी को कहते नहीं
ऐसा कोई सहर नहीं जहाँ अपनी चली नही
ऐसी कोई गली नहीं जहाँ अपनी चली नहीं
कुछ आदतें पसंद है मेरी,कुछ आदतें खराब
लगती है जब से छोड़ गयी है
वो इसशरीर को सिर्फ शराब लगती है
किसने कहा आप की याद नहीं आती
बिना याद किए कोई रात नहीं आती
वक्त बदल जाता है आदत नहीं जाती
आप खास हो यह बात हर बार तो कहीं नहीं जाती
Bewafa Shayari in Hindi
हर एक हसीन चेहरे में गुमान उसका था
बस सका ना इस दिल में कोई क्योंकि यह मकान उसका था
मिट गया हर एक गम मेरे दिल से
लेकिन जो मिट ना सका मेरे दिल से वह नाम उसका
मैंने वक्त के पहिये को धीरे और तेज चलते देखा है
अरे तुम गैरो की बात करते हो मैंने अपनों को बेवफा करते देखा है
ना पूछ मेरे सब्र की इंतेहा कहाँ तक है
तू सितम कर ले तेरी हसरत जहाँ तक है
वफ़ा की उम्मीद जिन्हें होगी उन्हें होगी
हमें तो देखना है तू बेवफ़ा कहाँ तक है
न पूछ मेरे सब्र की इन्तहां कहाँ तक है
तू सितम कर ले तेरी हसरत जहाँ तक है
वफ़ा की उम्मीद जिन्हें होगी उन्हें होगी
हमे तो देखना है तू बेवफा कहाँ तक है
Bewafa Shayari in Hindi
एक दिन हम भी कफ़न ओढ़ जाएँगे
हर एक रिश्ता इस ज़मीन से तोड़े जाएँगे
जितना जी चाहे सतालो यारो
एक दिन रुलाते हुए सबको छोड़ जाएँगे
आग सूरज में होती है जलना जमीन को पड़ता है
मोहब्बत निगाहों से होती पर तड़पना दिल को पड़ता है
कौन कहता है हम उसके बिना मर जाएंगे हम तो दरिया है समंदर में उतर जायेंगे
वह तरस जायेंगे प्यार की एक बूंद के लिए हम तो बादल हैं प्यार के किसी और पर बरस जाएंगे
Bewafa Shayari in Hindi
मेरी बर्बादी पर तू कोई मलाल ना करना
भूल जाना मेरा ख्याल ना करना
हम तेरी ख़ुशी के लिए कफ़न ओढ़ लेंगे
पर तुम मेरी लाश ले कोई सवाल मत करना
इन आंखों में सूरत तेरी सुहानी मोम की तरह से पिघल रही मेरी जवानी है
जिस तरह से सितम हुए थे हम पर
मर जाना चाहिए था पर जिंदा है यही बड़ी हैरानी
समझा ना कोई दिल की बात को
दर्द दुनिया ने बिना सोचे ही दे दिया
जो सह गए हर दर्द को हम चुपके से
तो हमको ही पत्थर दिल कह दिया
Bewafa Shayari in Hindi
मुझे ना तो कोई आसमान चाहिए
मुझे ना तो कोई जहां चाहे
तू तो सितारों की एक महफिल है
बस उस पूरी महफिल में से एक बस तुमसे
हमनें जब किया दर्द-ए-दिल बयां तो शेर बन गया
लोगों ने सुना तो वाह वाह किया दर्द और बढ़ गया
मोहब्बत की पाक रूह मेरे साँसों में है
ख़त लिखा जब गम कम करने के लिए तो गम और बढ़ गया
वफ़ा के नाम से मेरे सनम अनजान थे
किसी की बेवफाई से शायद परेशान थे
हमने वफ़ा देनी चाही तो पता चला
हम खुद बेवफा के नाम से बदनाम थे
Bewafa Shayari in Hindi
इश्क़ किया था तुझसे इसलिए तो गलती
अपनी बताई है मैंने ही तो झूठ बोला था इश्क़ में
तूने तो बेवफ़ाई बड़ी इसमानदारी से निभाई है
हे चांद चमकना छोड़ भी दें तेरी चांदनी मुझे सताती है
तेरे जैसा था उसका चेहरा तुझे देखकर वह याद आती है
तैरना तो आता था हमें मुहब्बत के
समंदर में लेकिन जब उसने हाथ ही
नहीं पकड़ा तो डूब जाना अच्छा लगा
ज़ख़्म जब मेरे सीने के भर जाएँगे आँसू भी मोती बनकर बिखर जाएँगे
ये मत पूछना किस किस ने धोखा दिया वरना कुछ अपनो के चेहरे उतर जाएँगे
Bewafa Shayari in Hindi
दिमाग पर जोर लगाकर गिनते हो गलतियां मेरी
कभी दिल पर हाथ लगाकर पूछना की कसूर किसका था
जब धोखा ही था तुम्हारी मोहब्बत तो झूठ अपनी लबो को कहने देते
और जब मै सुखी था मुझे अपने बिना ही रहने देते.
मिलना इत्तिफाक था बिछड़ना नसीब था
वो उतना ही दूर चला गया जितना वो करीब था
हम उसको देखने क लिए तरसते रहे
जिस शख्स की हथेली पे हमारा नसीब था
ज़रा सी देर को आये ख्वाब आँखों में
फिर उसके बाद मुसलसल अज़ाब आँखों में
वो जिस के नाम की निस्बत से रौशनी था वजूद
खटक रहा है वही आफताब आँखों में
Bewafa Shayari in Hindi
कभी ग़म तो कभी तन्हाई मार गयी
कभी याद आ कर उनकी जुदाई मार गयी
बहुत टूट कर चाहा जिसको हमने
आखिर में उनकी ही बेवफाई मार गयी
बिन बात के ही रूठने की आदत है
किसी अपने का साथ पाने की चाहत है
आप खुश रहें मेरा क्या है
मैं तो आइना हूँ मुझे तो टूटने की आदत है
जिनके पास जिंदगी में देने के लिए मोहब्बत के सिवा कुछ नहीं होता है
उन्हें जिंदगी में दर्द के सिवा कुछ नहीं मिलता
Bewafa Shayari in Hindi
जख्मों को हमने खुद ही सिना सीख लिया है जीते है कैसे हमने जीना सीख लिया है
अक्सर जो बहते रहते थे आंखों के रास्ते हमने भी उन अश्कों को पीना सीख लिया है
दर्द भरी बेवफा शायरी इन हिंदी में
दर्द ही सही मेरे इश्क का इनाम तो आया
खाली ही सही हाथों में जाम तो आया
मैं हूँ बेवफ़ा सबको बताया उसने
यूँ ही सही उसके लबों पे मेरा नाम तो आया
गुलाब तो टूट कर बिखर जाता है
पर खुशबु हवा में बरकरार रहती है
जाने वाले तो छोड़ के चले जाते हैं
पर एहसास तो दिलों में बरकरार रहते हैं
Bewafa Shayari in Hindi
ज़िन्दगी में सब कुछ करना
पर धोखा देने
वाले इंसान पर वापस भरोसा मत करना
अभी सूरज नहीं डूबा ज़रा सी शाम होने दो
मैं खुद लौट जाउंगा मुझे नाकाम होने दो
मुझे बदनाम करने का बहाना ढूँढ़ते हो क्यों
मैं खुद हो जाऊंगा बदनाम पहले नाम होने दो
ना पूछ मेरे सब्र की इंतेहा कहाँ तक है
तू सितम कर ले तेरी हसरत जहाँ तक है
वफ़ा की उम्मीद जिन्हें होगी उन्हें होगी
हमें तो देखना है तू बेवफ़ा कहाँ तक है
हमें तो अभी वह गुजरा जमाना याद आता है
तुम्हें भी क्या कभी कोई दीवाना याद आता है
हवाएं तेज थी बारिश भी थी तूफान भी था
लेकिन तेरा ऐसे में भी वादा निभाना याद आता है
Bewafa Shayari in Hindi
आग दिल में लगी जब वो खफ़ा हुए महसूस हुआ तब
जब वो जुदा हुए करके वफ़ा कुछ दे ना सके वो
पर बहुत कुछ दे गए जब वो बेवफ़ा हुए
यूं तो पहले शब्दों में भी हंस लेता था मैं पर आज क्यों बे बाजार होने लगा हूं
वैसे तो हमेशा से हाथ खाली ही था मेरा फिर आज क्यों लगा सब कुछ खोने लगा हूं
हम तो आये दिल की महफ़िल सजाने
तेरी कसम तुझे अपना बनाने किस
बात की सजा दी तुने हमको बेवफा
हम तो तेरे दर्द को अपना बनाने आए थे
ऐसा होगा या वैसा होगा ना जाने कैसा होगा
ज्यादा सोच मत पगली तू ये सोच की तेरा ये अन्जल कैसे होगा
Bewafa Shayari in Hindi
मेरी लिखी किताब मेरे ही हाथो मे देकर वो कहने
लगे,इसे पढा करो मोहब्बत करना सिख
अपनी जिंदगी के बस यही उसूल है अगर तू कहे तो कांटे भी कबूल है
हंस कर चल दूं कांच के टुकड़े पर भी अगर तुम कहे यह मेरे बिछाए हुए फूल हैं
एक बेवफा से प्यार का अंजाम देख लो मैं खुद ही शर्मशार हूँ उससे गिला नहीं
अब कह रहे हैं मेरे जनाज़े पे बैठ कर यूँ चुप हो जैसे हमसे कोई वास्ता नहीं
दर्द अगर काजल होता तो आँखों में लगा लेते
दर्द अगर आँचल होता तो अपने सर पर सजा लेते
दर्द अगर समुंदर होता तो दिल को हम साहिल बना लेते
और दर्द अगर तेरी मोहब्बत होती तो उसको चाहत-ऐ ला हासिल बना लेते
हो सकता है हमने तेरा अनजाने में कभी दिल दुखा दिया
लेकिन तूने हमें दुनिया के कहने पर भुला दिया
हम तो इस दुनिया में वैसे भी अकेले ही थे
तो क्या हुआ तूने हमें यह एहसास दिला दिया
Bewafa Shayari in Hindi
तेरी हर बात मेरे दिल को छू कर निकलती हैं
इसीलिए मुझसे सोच समझ कर बात करना
कही आप की बातें मेरा दिल को तो
यूँ अकेले तनहा रहने की आदत नहीं थी
मगर जबसे इश्क़ ने धोका दिया है ये
सब आम हो गया है
हकीकत कहूं तो तुझे ख्वाब लगता है
शिकायत करूं तो तुझे मजाक लगता है
कितनी शिद्दत से याद करता हूं मैं तुझे
और तुझे यह सब इत्तेफाक लगता है
पत्थरों से प्यार किया क्योंकि नादान थे हम
गलती हुई क्योंकि इंसान थे हम
आज उन्हें हमसे नजरें मिलाने में तकलीफ होती है
कल उसी इंसान की जान थे हम
Bewafa Shayari in Hindi
वो तो अपने दर्द रो रो के सुनते रहे
हमारी तन्हाइयों से आँख चुराते रहे
और हमें बेवफा का नाम मिला क्योंकि
हम हर दर्द मुस्कुरा कर छुपाते रहे
मेरी खामोशियों में भी अफसाना ढूंढ लेती है
बड़ी शातिर यह दुनिया बहाना ढूंढ लेती है
हकीकत जिद किए बैठे हैं चकनाचूर करने को
लेकिन यहां आंख भी फिर सपना सुहाना ढूंढ लेती है
हमें न मोहब्बत मिली न प्यार मिला हमको जो भी मिला बेवफा यार मिला
अपनी तो बन गई तमाशा ज़िन्दगी हर कोई मकसद का तलबगार मिला
फूलों के साथ काँटे नसीब होते हैं ख़ुशी के साथ ग़म भी नसीब होता है
यूँ तो मजबूरी ले डूबती हर आशिक को वरना खुशी से बेवफ़ा कौन होता है
तेरी चौखट से सिर उठाऊं तो बेवफा कहना
तेरे सिवा किसी और को चाहूँ तो बेवफा कहना
मेरी वफाओं पे शक है तो खंजर उठा लेना
मैं शौक से मर ना जाऊं तो बेवफा कहना
दुनिया को दिखाने के लिए हस्ता हूँ मगर अंदर ही अंदर रोता हूँ
किसी को अपना दर्द नहीं दिखता कहीं लोग प्यार करना न भूल जाएं
जिनसे थे मेरे बन गए थे ज़िन्दगी के सिलसिले
इतना प्यार करने के बाद भी सनम मेरे बेवफा निकले
Bewafa Shayari in Hindi
बेवफा वक़्त था तुम थे? या मुकद्दर था मेरा
बात इतनी ही है कि अंजाम जुदाई निकला
वफ़ा के नाम से मेरे सनम अनजान थे
किसी की बेवफाई से शायद परेशान थे
हमने वफ़ा देनी चाही तो पता चला
हम खुद बेवफा के नाम से बदनाम थे
किसी का रूठ जाना और अचानक बेवफा होना
मोहब्बत में यही लम्हा क़यामत की निशानी है
ना पूछ मेरे सब्र की इंतेहा कहाँ तक है
तू सितम कर ले तेरी हसरत जहाँ तक है
वफ़ा की उम्मीद जिन्हें होगी उन्हें होगी
हमें तो देखना है तू बेवफ़ा कहाँ तक है
Bewafa Shayari in Hindi
कह दिया उसने मुझको ही बेवफा
मुझे छोड़ने के लिए कोई बहाना न मिला
टूटे हुए प्याले में जाम नहीं आता इश्क में मरीज को आराम नहीं आता ये बेवफा
दिल तोड़ने से पहले ये सोच तो लिया होता के टुटा हुआ दिल किसी के काम नहीं आता
अच्छा होता जो उनसे प्यार न हुआ होता चैन से रहते हम जो दीदार न हुआ होता
पहुँच चुके होते हम अपनी मंज़िल पर अगर एक बेवफा पर ऐतबार न हुआ
तूने ही लगा दिया इलज़ाम-ए-बेवफाई
अदालत भी तेरी थी गवाह भी तू ही थी
Bewafa Shayari in Hindi
सीख कर गया है वो मोहब्बत मुझसे
जिस से भी करेगा बेमिसाल करेगा
जब तक न लगे एक बेवफाई की ठोकर
हर किसी को अपने महबूब पे नाज़
मजबूरी में जब कोई जुदा होता है जरूरी नहीं कि वो बेवफा होता है
देकर वो आपकी आँखों में आँसू अकेले में आपसे ज्यादा रोता है
काम आ सकीं न अपनी वफायें तो क्या करें
उस बेवफा को भूल ना जाएं तो क्या करें
मुझे शिकवा नहीं कुछ बेवफ़ाई का तेरी हरगिज़
गिला तो तब हो अगर तूने किसी से निभाई हो
Bewafa Shayari in Hindi
भुला दूंगा तुम्हे भी थोड़ा सबर रखना
तुम्हारी तरह बेवफा होने में थोडा वक्त लगेगा
मेरी तलाश का है जुर्म या मेरी वफा का क़सूर
जो दिल के करीब आया वही बेवफा निकला
Bewafa Shayari 2 Line in Hindi
इतनी मुश्किल भी ना थी राह मेरी मोहब्बत की
कुछ ज़माना खिलाफ हुआ कुछ वो बेवफा हो गए
तेरी बेवफाई के बारे मैं बहुत सुना था फिर भी तेरे से दिल लगा बैठे
भूल हमारी थी उससे चाहत लगा बैठे जो बेवफा से वफ़ा की उम्मीद कर बैठे
हर भूल तेरी माफ़ की तेरी हर खता को भ
गम है कि मेरे प्यार का तूने बेवफाई सिला दिया
Bewafa Shayari in Hindi
दिल भी गुस्ताख हो चला था बहुत
शुक्र है कि यार ही बेवफा निकला
उसकी बेवफाई पे भी फ़िदा होती है जान अपनी
अगर उस में वफ़ा होती तो क्या होता खुदा जाने
उसने जी भर के मुझको चाहा था
फ़िर हुआ यूँ के उसका जी भर गया
आप बेवफा होंगे सोचा ही नहीं था
आप भी कभी खफा होंगे सोचा नहीं था
जो गीत लिखे थे कभी प्यार में तेरे
वही गीत रुसवा होंगे सोचा ही नहीं था
Bewafa Shayari in Hindi
कोई नहीं याद रखता वफ़ा करने वालों को
मेरी मनो बेवफा हो जाओ ज़माना याद रखेगा
मेरी प्यार की कहांनी तो उसने ख़तम करदी
मुझे मेरी बर्बादी का कोई गम नहीं है
हशर यही तो होता है दीवानो का
तुम अगर याद रखोगे तो इनायत होगी
वरना हमको कहाँ तुम से शिकायत होगी
ये तो वही बेवफ़ा लोगों की दुनिया है
तुम भूल भी जाओगे तो रिवायत होगी
Bewafa Shayari in Hindi
भूल जाऊंगा तुम्हें थोड़ा सबर रखना
तुम्हारी तरह हमें भी बेवफा बनने में
वक्त लगेगा थोड़ा सबर रखना
तुम समझ लेना बेवफा मुझको मै तुम्हे मगरूर मान लूँगा
ये वजह अच्छी होगी एक दूसरे को भूल जाने के लिये
तेरी तो फितरत थी सबसे मोहब्बत करने की
हम बेवजह खुद को खुशनसीब समझने लगे
ये बेवफा वफा की कीमत क्या जाने
ये बेवफा गम ए मोहब्बत क्या जाने
जिन्हे मिलता है हर मोड पर नया हमसफर
वो भला प्यार की कीमत क्या जाने
Bewafa Shayari in Hindi
अब मैंने खुद का धयान रखना शुरू कर दिया है
क्योंकि धयान रखने वाले अब बदल चुके है
बरसों गुजर गए हमने रो कर नहीं देखा
आँखों में नींद थी मगर सो कर नहीं देखा
वो क्या जाने दर्द-ए-मोहब्बत क्या है
जिसने कभी किसी का होकर नहीं देखा
तुम अगर याद रखोगे तो इनायत होगी वरना हमको कहां तुम से शिकायत होगी
ये तो बेवफ़ा लोगों की दुनिया है तुम अगर भूल भी जाओ जो रिवायत होगी
उसको बेवफा कैसे कह दूँ जिसको चुना था हमने
दिल उदास हो जाता है उसकी बेवफाई पे
जो प्यार था अपना और पसंद थी अपनी.
Bewafa Shayari in Hindi
न मैं शायर हूँ न मेरा शायरी से कोई वास्ता
बस शौक बन गया है तेरी बेवफाई बयाँ करना
मेरी वफा के बदले बेवफाई न दिया कर
मेरी उम्मीद ठुकरा के इन्कार न किया कर
तेरी मोहब्बत में हम सब कुछ गँवा बैठे
जान भी चली जायेगी इम्तिहान न लिया कर
दिल भर ही गया है तो मना करने में डर कैसा
मोहब्बत में बेवफाओ पर कोई मुकदमा थोड़े होता है
कभी ग़म तो कभी तन्हाई मार गयी
कभी याद आकर उनकी जुदाई मार गयी
बहुत टूट कर चाहा जिसको हमने
आखिर में उनकी ही बेवफाई मार गयी
Bewafa Shayari in Hindi
रो पड़ा है आसमा भी मेरी वफ़ा को देख कर
देख तेरी बेवफाई की बात बादलों तक जा पहुंची
बातों में तल्खी और लहजे में बेवफाई
लो ये मोहब्बत भी पहुँची अंजाम पर
अगले बरसों की तरह होंगे करीने तेरे
किसे मालूम नहीं बारह महीने तेरे
मेरे कलम से लफ्ज़ खो गए सायद आज वो भी बेवफा हो गाए सायद
जब नींद खुली तो पलकों में पानी था मेरे ख्वाब मुझपे रो गाए सायद
अरे बेपनाह मोहब्बत की थी हमने तुझसे ओ बेवफा
तुझे दुःख दूं ये न होगा कभी खुद मर जाऊं यहीं ठीक है
Bewafa Shayari in Hindi
तेरी बेरुखी देख कर दिल करता है तुजसे बहुत दूर चला जाऊँ
आसमान के इन तारो मे कही खो जाऊँ
मेरे प्यार की कदर नहीं है उस पत्थर दिल को
हमारी वफाओं को याद करके रोयेगी
कुछ अलग ही करना है तो वफ़ा करो दोस्त
बेवफाई तो सबने की है मज़बूरी के नाम पर
मुर्शिद क्या सुनाएँ हाल ए दिल अपना
खुद को खुद से बर्बाद किया है
मैंने भी किसी से प्यार किया था उनकी रहो में इंतजार किया था
हमें क्या पता वो भूल ज्यांगे हमें कसूर उनका नहीं मेरा ही था
जो एक बेवफा से प्यार किया था
Bewafa Shayari in Hindi
कैसी अजीब तुझसे यह जुदाई थी कि तुझे अलविदा भी ना कह सका
तेरी सादगी में इतना फरेब था कि तुझे बेवफा भी न कह सका
इन्तहा हो गयी इंतज़ार की
आयी ना कुछ खबर मेरे यार की
ये हमें है यकीन बेवफा वो नहीं
फिर वजह क्या हुई इंतज़ार की
जिस किसीको भी चाहो वोह बेवफा हो जाता है
सर अगर झुकाओ तो सनम खुदा हो जाता है
जब तक काम आते रहो हमसफ़र कहलाते रहो
काम निकल जाने पर हमसफ़र कोई दूसरा हो जाता है
मोहब्बत से भरी कोई ग़ज़ल उसे पसंद नहीं
बेवफाई के हर शेर पे वो दाद दिया करते हैं
Bewafa Shayari in Hindi
आखिर उसने किसी गैर के दिल की सुनी
मेरी हक़ीकत जाने बिना बेवफा बना दिया हमें
मगर याद करना मेरी वफ़ाएं याद कर पछताओगे और रोओगे
रोये कुछ इस तरह से मेरे जिस्म से लग के वो
ऐसा लगा कि जैसे कभी बेवफा न थे वो
दिल लगा के दिल तोड़ गयी वो प्यार का पाठ पढ़ा कर भूल गयी हमें ओ बेवफा
अब किसी से भी दिल मत लगाना क्यूंकि वो भी मेरी तरह चैन की सांस ना ले पाएगी
लफ्ज़ वही हैं माईने बदल गये हैं
किरदार वही अफ़साने बदल गये हैं
उलझी ज़िन्दगी को सुलझाते सुलझाते
ज़िन्दगी जीने के बहाने बदल गये हैं
Bewafa Shayari in Hindi
मेरी हक़ीकत जाने बिना वो मुझसे जुदा हो गयी
मेरी सुनाने की जब बारी आयी तो
उसने अपना फैसला बता दिया
हम से कहते थे की तुम बेवफा हो
मगर हम जानते थे हम पर बेवफाई का
इलज़ाम लगा के अपनी बेवफाई को छुपा रहे हैं.
फूल के साथ कांटे भी नसीब होता है
ख़ुशी के साथ ग़म भी नसीब होता है
मज़बूरी ही ले डूबती है हर आशिक़ को
वार्ना ख़ुशी से बेवफा कौन होता है.
Bewafa Shayari in Hindi
चलो छोड़ो ये बहस कि वफ़ा किसने की
और बेवफा कौन है
तुम तो ये बताओ कि आज 'तन्हा' कौन है
कभी ग़म तो कभी तन्हाई मार गयी
कभी याद आ कर उनकी जुदाई मार गयी
बहुत टूट कर चाहा जिसको हमने
आखिर में उनकी ही बेवफाई मार गयी
जिसको सबसे ज्यादा चाहा था उसने ही बेवफाई की
नादान थी वो कुछ भी न समझी प्यार को बदनाम किया
खुद बना के खुद ही उजाड़ दिया हमारा आशियाना
Bewafa Shayari in Hindi
उसने दोस्ती का ऐसा सिला दिया
अपने मतलब के लिए उसने
मेरी दोस्ती को भुला दिया
तेरी बेवफाई से टूट गए थे हम
जिंदगी से रूठ गए थे हम
जीने की कोई वजह बची नहीं अब
बस तेरी यादों के सहारे जी रहे है हम.
प्यार में बेवाफाई मिले तो गम न करना
अपनी आँखे किसी के लिए नम न करना
वो चाहे लाख नफरते करें तुमसे
पर तुम अपना प्यार कभी उसके लिए कम न करना
मुझे बेवफाई नहीं चाइये थी
मुझे धोका नहीं चाइये था
मुझे तो बस थोड़ा सा प्यार चाइये था
वफाओं की बातें की हमने जफ़ाओं के सामने
ले चले हम चिराग़ हवाओं के सामने
उठे हैं जब भी हाथ बदली हैं क़िस्मतें
मजबूर है खुदा भी दुआओं के सामने
Bewafa Shayari in Hindi
महफ़िल ना सही तन्हाई तो मिलती है मिलें ना सही जुदाई तो मिलती है
प्यार में कुछ नहीं मिलता वफ़ा ना सही बेवफ़ाई तो मिलती है
ठुकरा के उसने मुझे कहा कि मुस्कुराओ
मैं हंस दिया सवाल उसकी ख़ुशी का था
मैंने खोया वो जो मेरा था ही नहीं
उसने खोया वो जो सिर्फ उसी का था
ना मिलता गम तो बर्बादी के अफसाने कहाँ जाते
दुनिया अगर होती चमन तो वीराने कहाँ जाते
चलो अच्छा हुआ अपनों में कोई ग़ैर तो निकला
सभी अगर अपने होते तो बेगाने कहाँ जाते
Bewafa Shayari in Hindi
चेहरों के लिए आईने कुर्बान किये है इस शौक में अपने बड़े नुकसान किये है
महफ़िल में मुझे गालियाँ देकर है बहुत खुश जिस शख्स पर मैंने बड़े एहसान किये है
आपकी खुदगर्ज़ी की वजह से वो इंसान फिर
किसी और पर भरोसा नहीं करता
दिल के दरिया में धड़कन की कश्ती है
ख़्वाबों की दुनिया में यादों की बस्ती है
मोहब्बत के बाजार में चाहत का सौदा है
वफ़ा की कीमत से तो बेवफाई सस्ती है
Bewafa Shayari in Hindi
समझ जाते थे हम उनके दिल की हर बात को
और वो हमें हर बार धोखा देते थे
लेकिन हम भी मजबूर थे दिल के हाथों
जो उन्हें बार-बार मौका देते थे
हकीकत मान बैठे थे उनके प्यार को
उन्होंने याद दिलाया ये तो बस एक ख्वाब है
मत बहा आंसुओं में जिंदगी को
एक नए जीवन का आगाज़ कऱ
दिखानी है अगर दुश्मनी की हद तो
ज़िक्र भी मत कर नज़र अंदाज़ कर
जब भी उनकी गली से गुज़रता हूँ
मेरी आंखें एक दस्तक दे देती हैं
दुःख ये नहीं कि वो दरवाजा बंद कर देते है
खुशी ये है कि वो मुझे अब भी पहचान लेते हैं
Bewafa Shayari in Hindi
एक इंसान मिला जो जीना सिखा गया
आंसुओं की नमी को पीना सिखा गया
कभी गुज़रती थी वीरानों में ज़िंदगी
वो शख्स वीरानों में महफ़िल सजा गया
फ़र्ज़ था जो मेरा निभा दिया मैंने
उसने माँगा वो सब दे दिया मैंने
वो सुनके गैरों की बातें बेवफ़ा हो गयी
समझ के ख्वाब उसको आखिर भुला दिया मैंने
Bewafa Shayari in Hindi
लोग कहते है बड़ी खूबसूरती है मेरी
मुस्कान में अंदर के घाव देखेंगे तो चौक जाएंगे
आज हम उनको बेवफा बताकर आए हैं उनके खतो को पानी में बहाकर आए हैं
कोई निकाल न ले उन्हें पानी से.इस लिए पानी में भी आग लगा कर आए हैं
ज़ख़्म जब मेरे सिने के भर जाएँगे आँसू भी मोती बनकर बिखर जाएँगे
ये मत पूछना किस किस ने धोखा दिया वरना कुछ अपनो के चेहरे उतर जाएँगे
Bewafa Shayari in Hindi
यूँ है सबकुछ मेरे पास बस दवा-ए-दिल नही
दूर वो मुझसे है पर मैं उस से नाराज नहीं
मालूम है अब भी मोहब्बत करता है वो मुझसे
वो थोड़ा सा जिद्दी है लेकिन बेवफा नहीं
आग दिल में लगी जब वो खफा हुए महसूस हुआ तब, जब वो जुदा हुए
करके वफ़ा कुछ दे न सके वो पर बहुत कुछ दे गए जब वो बेवफा हुए
कुछ यूँ मुझ से लिपट के रोया
किसी और के लिए की तरस
आ गया उसकी मासूमियत देख के
वो बात ही कुछ अजीब थी वो हमसे रूठ गयी जो दिल के सबसे करीब थी
उसने तोड़ दिया दिल हमारा और लोग कहते है वो लड़की बहुत सरीफ थी
Bewafa Shayari in Hindi
बिखरे हुए दिल ने भी उसके लिए फरियाद मांगी
मेरी साँसों ने भी हर पल उसकी ख़ुशी मांगी
जाने क्या मोहब्बत थी उस बेवफ़ा में
कि मैंने आखिरी फरियाद में भी उनकी वफ़ा मांगी
इंसानों के कंधे पर इंसान जा रहे हैं
कफ़न में लिपट कर कुछ अरमान जा रहे हैं
जिन्हें मिली मोहब्बत में बेवफ़ाई
वफ़ा की तलाश में वो कब्रिस्तान जा रहे हैं
जब आप किसी से उसी के लहजे में
बात करते हो तो लोग फिर अपनी असली रूप में आ जाते है
Bewafa Shayari in Hindi
नहीं करती थी प्यार तो मुझे बताया होता गौर फरमाइएगा
नहीं करती थी प्यार तो मुझे बताया होता
बुला के पार्क में यूं धोखे से अपने भाइयो से तो ना पिटवाया होता
वो हमारी आँखों में हमारी नींद की
तरह थी फिर एक दिन मेरी आँख खुल गई
लोग बाज़ारू निकले तो हम क्या
करें वरना इश्क़ हमारा कीमती था
लम्हा लम्हा सांसें ख़तम हो रही हैं
ज़िंदगी मौत के पहलू में सो रही है
उस बेवफा से ना पूछो मेरी मौत की वजह
वो तो ज़माने को दिखाने के लिए रो रही है
Bewafa Shayari in Hindi
बेवफाई उसकी मिटा के आया हूँ ख़त उसके पानी में बहा के आया हूँ
कोई पढ़ न ले उस बेवफा की यादों को इसलिए पानी में भी आग लगा कर आया हूँ
ढूँढता हूँ मैं जब अपनी ही खामोशी को मुझे कुछ काम नहीं दुनिया की बातों से
आसमाँ दे न सका चाँद अपने दामन का माँगती रह गई धरती कई रातों से
वो मिली भी तो क्या मिली बन के बेवफा मिली
इतने तो मेरे गुनाह ना थे जितनी मुझे सजा मिली
खुदा तू ही बता हमारा क्या होगा उजड़े हुए दिल का सहारा क्या होगा
घबराहट होती है मोहब्बत की नाव में बैठ कर गर मझदार ये तो किनारा क्या होगा
Bewafa Shayari in Hindi
हर शब्द जो मैंने लिखा उसकी
ज़िक्र होती उसका बिना नाम लिए
आजकल मैं चेहरा देख के बता
देता हूँ की दिल टूटा है या भरोसा
यह ना थी हमारी क़िस्मत कि विसाल ए यार होता
अगर और जीते रहते यही इंतज़ार होता
तेरे वादे पर जाएँ हम तो यह जान झूठ जाना
कि ख़ुशी से मर ना जाते अगर ऐतबार होता
बहुत भरोसा था तुम पर तुम्हारी
मोहब्बत पर बड़ी जल्दी तुमने इसे तोड़ दिया
कहाँ से लाऊ हुनर उसे मनाने का कोई जवाब नहीं था उसके रूठ जाने का
मोहब्बत में सजा मुझे ही मिलनी थी क्यूंकी जुर्म मैंने किया था उससे दिल लगाने का
Bewafa Shayari in Hindi
ऐ दोस्त कभी ज़िक्र ए जुदाई न करना मेरे भरोसे को रुस्वा न करना
दिल में तेरे कोई और बस जाये तो बता देना मेरे दिल में रहकर बेवफाई न करना
बेवफा से दिल लगा लिया नादान थे हम गलती हमसे हुई क्योंकि इंसान थे हम
आज जिन्हें नज़रें मिलाने में तकलीफ होती है कुछ समय पहले उनकी जान थे हम
यूँ है सबकुछ मेरे पास बस दवा-ए-दिल नही
दूर वो मुझसे है पर मैं उस से नाराज नहीं
मालूम है अब भी मोहब्बत करता है वो मुझसे
वो थोड़ा सा जिद्दी है लेकिन बेवफा नहीं
Bewafa Shayari in Hindi
हमारी तबियत भी न जान सके हमे बेहाल देखकर
और हम कुछ न बता सके उन्हें खुशहाल देखकर
आज हम उनको बेवफा बताकर आए हैं
उनके खतो को पानी में बहाकर आए हैं
कोई निकाल न ले उन्हें पानी से इस लिए पानी में भी आग लगा कर आए हैं
कुछ ज्यादा ही मोहब्बत हो गई थी
तुमसे जो तुमने बिना कारण मुझे छोड़ दिया
बेवफ़ाओं की महफ़िल लगेगी ऐ दिल ए जाना
आज ज़रा वक़्त पर आना मेहमान ए ख़ास हो तुम
Bewafa Shayari in Hindi
तुमको समझाता हूँ इसलिए ए दोस्त क्योंकि सबको ही आज़मा चुका हूँ मैं
कहीं तुमको भी पछताना ना पड़े यहाँ कई हसीनों से धोखा खा चुका हूँ मैं
करोड़ों का दिल लुटाया है जिस
पर वो कौड़ियों जितना भाव देता है
वो हमारे सामने हमारे थे और
हमने उनको दुनिया मान रखा था
मेरी निगाहों में बहने वाला ये आवारा से अश्क
पूछ रहे है पलकों से तेरी बेवफाई की वजह
Bewafa Shayari in Hindi
वफ़ा के नाम पर बेवफ़ाई करने वाले
बहुत हैं जरा सम्हल के रहना वरना बिखर जाओगे
गहराई प्यार में हो तो बेवफाई नहीं होती
सच्चे प्यार में कहीं तन्हाई नहीं होती
मगर प्यार ज़रा संभल कर करना मेरे दोस्त
प्यार के ज़ख्म की कोई दवा नहीं होती
थोडा अभी वक्त लगेगा मुझे तुमसा होने
में बेवफ़ाई अभी सीख रहा हूँ मैं तुमसे
कहाँ से लाऊं वो शब्द जो तेरी तारीफ के क़ाबिल हो
कहाँ से लाऊं वो चाँद जिसमें तेरी ख़ूबसूरती शामिल हो
ए मेरे बेवफा सनम एक बार बता दे मुझकों
कहाँ से लाऊं वो किस्मत जिसमें तू बस मुझे हांसिल हो
Bewafa Shayari in Hindi
हम उनके रिवायत से अनजान थे
उनसे बात करने के लिए हमें बहाने बनाने पड़ते थे
मत रख हमसे वफा की उम्मीद ऐ सनम हमने हर दम बेवफाई पायी है
मत ढूंढ हमारे जिस्म पे जख्म के निशान हमने हर चोट दिल पे खायी है
Bewafa Shayari in Hindi
रुशवा क्यों करते हो तुम इश्क़ को ए दुनिया वालो
मेहबूब तुम्हारा बेवफा है तो इश्क़ का क्या गनाह
इस दुनिया में मोहब्बत काश न होती तो सफर ऐ-ज़िन्दगी में मिठास न होती
अगर मिलती बेवफा को सजाए मौत तो दीवानों की कब्रे यूँ उदास न होती
काश कि हम उनके दिल पे राज़ करते जो कल था वही प्यार आज करते
हमें ग़म नहीं उनकी बेवफाई का बस अरमां था कि
हम भी अपने प्यार पर नाज़ करते
क्या जानो तुम बेवफाई की हद दोस्तों,
वो हमसे इश्क सीखती रही किसी ओर के लिए
Bewafa Shayari in Hindi
उन्हें एहसास हुआ है इश्क़ का हमें रुलाने के बाद
अब हम पर प्यार आया है दूर चले जाने के बाद
क्या बताएं किस कदर बेवफ़ा है यह दुनिया
यहाँ लोग भूल जाते हैं किसी को दफनाने के बाद
Bewafa Shayari In English
Hum To Tere Dil Ki Mehfil Sajane Aaye The
Teri Kasam Tujhe Apna Banane Aaye The
Kis Baat Ki Saza Dee Tune Ham Ko
Bewafa Hum To Tere
Wo Pani Ki Laharon Pe Kya Likh Raha Tha
Khuda Jaane Harfaidua Likh Raha Tha
Mahobbat Men Mili Thi Nafrat Use Bhi Shayad
Isliye Har Shakhs Ko Shayad Bewafa Likh Raha Tha
Bewafa Shayari In English
Sanam Bewafa Mile To Kabhi Gum Na Karna
Apni Aakhe Unke Liye Num na karna
Wo Chahe Bewafai Kare Tumse
Par Tum Pyar Apna Kabhi Kam Na Karna
Kisi ki achhai ka Itna bhi fayda mat uthao k
wo bura banne k liye majboor ho jaye
Bura aksar wahi banta hai
Jo Achha ban k toot Chuka hota hai
Pyar Karna Hame Nahi Aata
Isliye Apna Pyar Haar Gaye
Hamari Zindagi Se Unhe Bahut Pyar Tha
Islye Wo Bewafa Hame Jinda hi Maar Gaye
Jakhm Itna Gehra Hain Ijhar Kya Kare
Hum Khud Bewafai ke Shikar ho Gaye
Ab Unka Intazaar Kya kare
Mar Gaye Hum Magar Khuli Rahi Aakhe
Kyoki Hamari Aakho Ko Unka Intazaar
Tha Kya Kare
Bewafa Shayari In English
Kabhi Dukh To Kabhi Rulai Maar Gayi
Kabhi Gum To Kabhi Yaade Maar Gayi
Bahut Tut Kar Chaha Tha Jisse Humne
Aakhir Kaar Unhi Ke Bewafai Maar Gayi
Kabhi takdeer ne sath choda
kabhi zindagi ne aajmaya
Kabhi gero ne barbaad
kiya toh kabhi apno ne rulaya
Koi nahi hai aaj ke waqt me kisi
Zindagi Se Bas Yahi Gila Hai
Khushi Ke Baad Kyon Ye Gam Mila Hai
Hamne To Unse Vafa Ki Thi
Par Nahin Jaante The Ki Bewafai Hi Wafa Ka Sila Hai
Agar Tum Ab Bhi Meri Ho Jao
To Mai Duniya Ki Har Kitab Se
Bewafa Lafj Mita Dunga
Tumhe Chahte Chahte
Us Bewafa Ko Bhula Diya Hai Humne
Dar Lagta Hain Ab Hume
Ek Jakhm Se Ubharte Ubharte
Dusra Jakhm Bana Liya Hain Humne
Maine Pyar Kiya Tha Bade hosh ke Sath
Maine Pyar Kiya Tha Base Josh Ke Sath
Par Ab Mai Pyar Karunga Badi Soch Ke Sath
Kyoki Kal Us Bewafa Ko Dekha Kisi Or ke Sath
Bewafa Shayari In English
Faithful are the wounds of a friend
but the kisses of an enemy are deceitful
Bade Ajeeb Hai Yeh Zindagi Ke Raste
Anjane Raah Par Kuch Log Dost Ban Jate Hai
Milne Ki Khushi Wo Chahe De Ya Na De
Par Bichadne Ka
Dil Me Dard Chupay Mai Hasanta Hu
Uske Liye Har Roj Tadapta Hu
Kuch Pal Dur Kya Jaate Ho
Dhadkan Ruk Si jaati Hain Hamari
Aisa Lagta Hain Jaise Jine Ke liye sanse Nahi
Hume Bus Jarurat Hain Tumhari
Bewafa Shayari In English
Kise Maloom Tha Ishq Is Qadar Lachaar Karta Hai
Dil Usse Janata Hai Bewafa Magar Pyaar Karta Hai
Door rehne wale terko ek bat kehna chahta hu
Agar mera khyal aaye to apna khyal rakhna
Wafa Ka Naam Na Liya Karo
Wafa Dil Ko Dukhati Hai
Wafa Ka Naam Laytay Hee
Ek Bewafa Ki Yaad Ati Hai
Wo Khwaab Tha Bikhar Gaya
Khayal Tha Mila Nahin
Magar Aye Dil Ko Kya Hua
Kyon Bujh Gaya Pata Nahin
Bewafa Shayari In English
Jinki shayari me hoti hai siskiya aksar
wo shayar nahi kisi bewafa ke deewane hote hai
Zindagi Se Bas ahi Ek Gila Hai
Khushi Ke Baad N Jane Kyon Gam Mila Hai
Hamne To Ki Thi Wafa Unse Ji Bhar Ke
Par Nahin Jaante The Ki Wafa Ke Badle
Bewafaai Hi Sila Hai
Jakhm Itna Gehra Hain Ijhar Kya Kare
Hum Khud Bewafai ke Shikar ho Gaye
Ab Unka Intazaar Kya kare
Mar Gaye Hum Magar Khuli Rahi Aakhe
Kyoki Hamari Aakho Ko Unka
Intazaar Tha Kya Kare
Mujhe uske anchal ka ashiyana na mila
Uski julfon ki chaoun ka thikana n mila
Keh diya usne mujhko hi Bewafa
Mujhe codhne ke liye koi bahana hi na mila
Manzil kya hai raasta kya hai
Hausla agar ho to faasla kya hai
Wo to saza deke door jaa baithye
Ab kisse puchu meri khata kya hai
Bewafa Shayari In English
Mujhe Bhi Yaad Rakhna Jab
Likho Tareekh-e-Wafa
K Main Ne Bhi Lutaya Hai
Muhabbat Main Sakoon Apna
Apne Julm Or Sitam Ka
Hisaab Kya Doge
Jab Khud Bewafa Ho
Uska Jawab Kya Doge
Bewafa se dil laga liya nadan the hum
Galti hum se hui kyunki insan the hum
Aaj unhe najren milane me taklif hoti hai
Kuch samay pehle unki jaan the hum
Kitni Saji Hai Bewafai
Teray Masoom Chehray Par
Hum Bhi Pagal Thay k
Is Adaa Pay Mar Gaye
Bewafa Shayari In English
Apne Julm Or Sitam Ka
Hisaab Kya Doge
Jab Khud Bewafa Ho
Uska Jawab Kya Doge
Us Bewafa Ko Pyar Bhi Nibhane Na Aaya
Dil Ki Dawlat Ko Bus Lutane Aaya
Wo Mil Rahi Thi Gairo Se Bade Salike Se
Meri Maut Par Aashu Bahane Na Aaya
Tum Me Kuch To Baat Thi Jo Ab Badal Gayi Zindagi Meri
Ab Shishe Me Chehra Khilta Hua Nazar Nahi Aata
Pyar Karna Hame Nahi Aata
Isliye Apna Pyar Haar Gaye
Hamari Zindagi Se Unhe Bahut Pyar Tha
Islye Wo Bewafa Hame Jinda hi Maar Gaye
Bewafai Unki Dhadkano Se Mita Ke Aaya Hu
Khat Bhi Unke Paani Me Baha Ke Aaaya Hu
Koi Padh Na Le Unki Bewafai Ko
Isliye Paani Me bhi Aag Laga Ke Aaaya Hu
Bewafa Shayari In English
Raha kar udas A dil
Kisi bewafa ki yad mein
Wo khush hai apni duniya me
Tera sab kuch ujad ke
The worst mistake a man can make is to betray
a woman who actually fought the world for him
and stood by him and supported him
when he was going through the worst in his life
Har-pal kuch sochte rehne ki adat ho gai hai
Har ahat par chounk jaane ki adat ho gai hai
Tere ISHQ me a Bewafa hijra ki raaton ke sang
Humko bhi jagte rehne ki adat ho gai hai
Wo Chod Gayi Mujhe Na Jane Uski Kya Jarurat Thi
Khuda Ne Kaha Uski Koi Galti Nahi
Use kabhi Bewafa Mat Kehna
Maine Ye Kahani Hi likhi Adhuri Thi
Bewafa Shayari In English
Hame Na Ishq Mili Na Mohabbat Mili,
Humko Jo Bhi Mila Bewafa Yaar Mila,
Apni To Ban Gayi Bewafa Zindagi,
Har Koi Jarurat Ka Talabgar Mila.
Mohabbat Mein Suno Tum Khud To Bewafa Ho
Woh Jo Bichada To Tum Marr Kyun Na Gaye
Kabhi Dukh To Kabhi Rulai Maar Gayi
Kabhi Gum To Kabhi Yaade Maar Gayi
Bahut Tut Kar Chaha Tha Jisse Humne
Aakhir Kaar Unhi Ke Bewafai Maar Gayi
Roye to bahut teri bewafai ke baad
teri yaad na gai tere jaane ke baad
tum hamesha kuch rehna,bas
mere saath kiya yeh ek wada nibhana
Ye bewafa wafa ki kimat kya jaane
Ye bewafa gum-a-mohabbat kya jane
Jinhe milta hai har mod par naya humsafar
Wo bhala pyar ki kimat kya jane
Bewafa Shayari In English
Bewafai Unhone Kiya,
Badnaam Hum Ho Gaye
Charche Hamare Shahar Shahar ho Gaye
Uss Diwani Ne Dil Uss Waqt Toda
Jab Hum Unke Gulam Ho Gaye
Kbhi jo humse beshumr pyar karte the
Kabhi jo hum par jaan nisar karte the
Bhari mehfil me humko bewafa kehte the
Jo khud se jyada hum par aitbar karte the
Agar Tum Ab Bhi Meri Ho Jao
To Mai Duniya Ki Har Kitab Se
Bewafa Lafj Mita Dunga
Bewafa tera masoom chehra
Bhool jane ke kabil nahi hai
Khoobsurat bohot hai tu lekin
Dil lagane ke kabil nahi hai
Betrayal doesn’t only break your heart
but also darkens your soul
You’ll never forget the pain like a fog
that forever lingers in the depths of your mind
Janta Hu Tumse Mera Milna Phir Hoga
Par Iss Waqt Or uss Waqt Me
Jamin Aasmaan Ka Phark Hoga
Tumhare Hatho Me Na Mera Hath Hoga
Na Mere Hatho Me Tumhara Hath Hoga
Bewafa Shayari In English
Tumko bewafa kehna gawara nahi mujhe
Tumse gila karna gawara nahi mujhe
Tum ja rahe ho toh jao sada khush raho
Tumhe bad dua dena gawara nahi mujhe
Us Bewafa Ko Pyar Bhi Nibhane Na Aaya
Dil Ki Dawlat Ko Bus Lutane Aaya
Wo Mil Rahi Thi Gairo Se Bade Salike Se
Meri Maut Par Aashu Bahane Na Aaya
I’m proud of my heart
It’s been played burned and broken
but somehow still works
Bewafa Shayari In English
Agar duniya me jeene ki chahat na hoti
To khuda ne mohabbat banai na hoti
Is tarah log marne ki aarju na karte
Agar mohabbat me bewafai na hoti
Wafa aur tum khayal accha hai
Bewafa aur hum ilzaam accha hai
Maine bhi kisi se pyar kiya tha Unki raahon me intejar kiya tha
Hume Kya pata bhul jayenge Hume Kasur unka nahi mera hi tha
Jo ek bewafa se pyar kiya ha
Wo nikal mere raste se is kadar ki
Jaise ki wo mujhe pehchante hi nahi
Kitne Zakhm khaye hai mere is dil ne
Fir bhi hum us bewafa ko bewafa mante hi Nahi
Bewafa Shayari In English
Barbaad kar Gaye Wo Bewafa Hume
Bewafai Hi Mili Mohabaat ke Naam Par
Aaaj Aasma Bhi Ro Pada
Mere Ishq Ke Anzaam par
Maine Pyar Kiya Tha Bade hosh ke Sath
Maine Pyar Kiya Tha Base Josh Ke Sath
Par Ab Mai Pyar Karunga Badi Soch Ke Sath
Kyoki Kal Us Bewafa Ko Dekha Kisi Or ke Sath
Beshak Jhagda Kiya karo
Naraz raha Karo
Zindagi Ka koi Bharosa Nahi
Bus Hamesha mere sath Raha karo
Bewafa Shayari In English
Tere ishq ne diya sukoon itna ki
Tere baad koi achcha na lage
Tujhe karni hai bwafai to is ada se kar
Tere baad koi bewafa na lage
Pyar me bewafai mile to gum na karna
Apni Aankhe kisi ke liye nam na karna
Wo chahe lakh nafrat kare tumse
Par tum apna pyar kabhi uske liye kam na karna
Kabhi gum to kabhi tanhai maar gai
Kabhi yaad aa kar unki judai maar gai
Bahut toot kar chaha jise Humne
Aakhir me unki hi bewafai mar gai
Bewafa Shayari In English
Hum To Aapki
Duniya Sajane Aaye The
Aapki Kasam
Aapko Apna Banane Aaye The
Kis Baat Ki Saza Di
Aapne Ham Ko
Bewafa Hum To Aapke Gumo ko
Apna Banane Aaye the
Aapse najre hatane ka dil nahi karta
Aap ruth jao mujhe achcha nahi lagta
Aur aapka pyar to chodho
Apki to bewafai bhi achchi lagti hai mujhe
majburi me jab koi juda hota hai
zaroori nahi ki wo bewafa hota hai
de kar wo apki aankhon me aasu
akele me aapse bhi zyada rota hai
Bewafa Shayari In English
Iljaan Na Dena Hume Tumhe Hi Sikhai Hai Bewafai
Dekar Dhoka Mujhko Di Hain Ruswai
Ishq Me Diya Jo Tumne Ab Tum Bhi Paogi
Rona Chod De Ab Tu
Kyoki AbTum Bhi Dhoka Khaogi
Hame Na Ishq Mili Na Mohabbat Mili,
Humko Jo Bhi Mila Bewafa Yaar Mila,
Apni To Ban Gayi Bewafa Zindagi,
Har Koi Jarurat Ka Talabgar Mila.
Mere Armaan kahi Kho Gaye Shayad
Dil ne Maan liya Wo Bewafa Ho Gaye shayad
Jab Aakhe Khuli To Palko Me Paani Tha
Lagta Hain Mere Sapne Mujpe Ro Gaye Shayad
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Kuch Na Mila To
Tera Hi Naam Likhunga
O Bewafa Main Tujhi Par
Sare iljaam Likhunga
Bewafa Shayari In English
Khamoshi se bikharna aagaya hai
Hamein ab khud jalna aagaya hai
Kisi ko bewafa nahi kehte hum
Hame bhi badalna aagaya hai
Kisi ki yaad me rote nahi hain hum
Hame chup chaap jalna aagaya hai
Gulabon ko tum apne paas rakho
Hame kaanton pe chalna aagaya hai
Pyar na mila koi gum nahi
Par jo gum tune diya uski koi dava Nahi
Aur aapse kabhi bewafai ki nahi
Aapne kabhi mujhe kareeb se jana hi nahi
Bewafa Shayari In English
Hum To Aapki Duniya Sajane Aaye The,
Aapki Kasam Aapko Apna Banane Aaye The.
Kis Baat Ki Saza Di Aapne Ham Ko,
Bewafa Hum To Aapke Gumo ko Apna Banane Aaye the
A woman one loves rarely
suffices for all our needs
so we deceive her with
another whom we do not love
Main tere bewafa hone se pareshan nahi
Dil lagane ko abhi sara jahan baki hai
Bikhre huye dil ne bhi uske liye dua maangi
Meri saanso ne bhi har-pal uski khushi maangi
Jaane kya mohabbat thi us bewafa me
Ki maine aakhri fariyad me bhi uski dua maangi
Bewafa Shayari In English
Bewafai uski dil se mita ke aaya hoon
Khat bhi uske paani me baha ke aaya hoon
Koi padh na le us bewafa ki yaadon ko
Isiliye paani me bhi aag laga ke aaya hoon
Contusions
आज का यह पोस्ट Best Bewafa Shayari in Hindi पढ़ने के लिए सभी लोगों का धन्यवाद। मुझे उम्मीद है कि आपको यह Best Bewafa Shayari पोस्ट पसंद आया होगा. तो इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ WhatsApp, Facebook और Instagram पर जरूर शेयर कर सकते हैं धन्यवाद |
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