गुरुवार, 25 अप्रैल 2024

250+ Best Intezaar Shayari in Hindi | इंतजार पर शायरी हिंदी में

Best Intezaar Shayari in Hindi: Welcome to today's best post. Friends, whenever we love someone. So sometimes we have to wait. And friends, there is a special thing in waiting that the longer the wait. The deeper the love goes. Whenever you are waiting for someone, you can find the best collection of Intezaar Shayari on our website.

Intezaar Shayari in Hindi
 Intezaar Shayari in Hindi 

In today's blog post, we are presenting in front of you friends waiting poetry. Read them in this we have brought Intezaar Shayari in Hindi,Best Intezaar Shayari in Hindi,Intezaar Shayari 2 Line In Hindi, इंतज़ार हिंदी शायरी स्टेटस,इंतजार के लम्हे शायरी, Intezaar Love Shayari For Girlfriend,Intezaar Shayari in Hindi For Boyfriend,Intezaar Shayari in Hindi Image,Tera Intezaar Shayari in Hindi,Romantic Intezaar Shayari in Hindi ,Sad Intezaar shayari in Hindi,Call Ka Intezar Shayari, दिल छू लेने वाली इंतज़ार शायरी हिंदी में which you will like very much.

Intezaar Shayari in Hindi 

झुकी हुई पलकों से उनका दीदार किया सब कुछ भुला के उनका इंतजार किया

वो जान ही न पाए जज्बात मेरे मैंने सबसे ज्यादा जिन्हें प्यार किया 


फरियाद कर रही है यह तरसी हुई निगाह

देखे हुए किसी को ज़माना गुजर गया


वो कह कर गया था कि लौटकर आएगा 

मैं इंतजार ना करता तो और क्या करता

वो झूठ भी बोल रहा था बड़े सलीके से 

मैं एतबार ना करता तो और क्या करता


कुछ बातें करके वो हमें रुला के चले गए

हम न भूलेंगे यह एहसास दिला के चले गए

आयेंगे कब वो अब तो यह देखना है उम्र भर

बुझ रही है आग जिसे वो जला कर चले गए


फरियाद कर रही है यह तरसी हुई निगाह

देखे हुए किसी को ज़माना गुजर गया 


आँखों को इंतज़ार का दे कर हुनर चला गया चाहा था 

एक शख़्स को जाने किधर चला गया

दिन की वो महफिलें गईं रातों के रतजगे गए 

कोई समेट कर मेरे शाम-ओ-सहर चला गया


संभव ना हो तो साफ मना कर दें पर किसी 

को अपने लिए इंतजार ना करवाएं 


तुम से मिलना तो एक ख्वाब सा लगता है

मैने तुम्हारे इंतजार से मोहब्बत की है


आप करीब ही न आये इज़हार क्या करते

हम खुद बने निशाना तो शिकार क्या करते

साँसे साथ छोड़ गयीं पर खुली रखी आँखें

इस से ज्यादा किसी का इंतज़ार क्या करते


राह चलते तू औरों का दामन थाम ले मगर मेरे प्यार को भी तू थोड़ा पहचान ले

कितना इंतज़ार किया है तेरे इश्क़ में मैंने जरा इस दिल की बेताबी को भी तू जान ले


एक मुलाकात की आस में मैं ज़िंदगी गुजार लूंगा

तुम हां तो कहो तुम्हारे लिए उम्र भर इंतज़ार करूंगा 

Best Intezaar Shayari in Hindi  

कुछ रोज़ ये भी रंग रहा तेरे इंतज़ार का

आँख उठ गई जिधर बस उधर देखते रहे


उनकी उदास आँखों में करार देखा है पहली बार उन्हें ऐसे बेकरार देखा है

जिन्हें खबर ना होती थी मेरे आने की उनकी आँखों में अब इंतज़ार देखा है


कभी तो चौंक के देखे कोई हमारी तरफ़

किसी की आँख में हमको भी इंतज़ार दिखे


कब आ रहे हो मुलाकात के लिये

हमने चाँद रोका है एक रात के लिये


ये कह-कह के हम दिल को समझा रहे हैं

वो अब चल चुके हैं वो अब आ रहे हैं


तुम आए हो न शब ए इंतजार गुजरी है

तलाश में है सहर बार बार गुजरी है


आँखों ने जर्रे-जर्रे पर सजदे लुटाये हैं

न जाने जा छुपा मेरा पर्दानशीं कहाँ


उल्फ़त के मारों से ना पूछो 

आलम इंतज़ार का

पतझड़ सी है ज़िन्दगी और 

ख्याल है बहार का 


बेखुदी ले गई कहाँ हमको देर से इंतज़ार है अपना

रोते फिरते हैं सारी सारी रात अब यही बस रोज़गार है अपना


खुद हैरान हूँ मैं अपने सब्र का पैमाना देख कर

तूने याद भी ना किया और मैंने इंतज़ार नहीं छोड़ा

Intezaar Love Shayari in Hindi For Girlfriend

फिर आज कोई ग़ज़ल तेरे नाम न हो जाये

कहीं लिखते लिखते शाम न हो जाये

कर रहे हैं इंतज़ार तेरी मोहब्बत का

इसी इंतज़ार में ज़िन्दगी तमाम न हो जाये


आदतन तुमने कर दिये वादे आदतन हमने भी ऐतबार किया

तेरी राहों में हर बार रुककर हमने अपना ही इंतजार किया


मुझको अब तुझ से मोहब्बत नहीं रही

ऐ ज़िन्दगी तेरी भी मुझे ज़रूरत नहीं रही

बुझ गये अब उसके इंतज़ार के वो दीये

कहीं आस पास भी उस की आहट नहीं रही


मेरे दिल की उम्मीदों का हौसला तो देखो

इंतज़ार उसका है जिसे मेरा एहसास तक नहीं


किसी रोज़ होगी रोशन मेरी भी ज़िंदगी

इंतज़ार सुबह का नहीं तेरे लौट आने का है


वो न आएगा हमें मालूम था इस शाम भी

इंतज़ार उस का मगर कुछ सोच कर करते रहे


मुझे यकीन है वो राह देखता तो होगा

मैं सोचता हूँ मगर सोचने से क्या होगा


दिन भर भटकते रहते हैं अरमान तुझसे मिलने के

न ये दिल ठहरता है न तेरा इंतज़ार रुकता है


किन लफ्जों में लिखूँ मैं अपने इन्तजार को तुम्हें

बेजुबां है इश्क़ मेरा ढूँढता है खामोशी से तुझे 


बस यूँ ही उम्मीद दिलाते हैं ज़माने वाले

लौट के कब आते हैं छोड़ कर जाने वाले

 Intezaar Shayari in Hindi For Boyfriend

उसे भुला दे मगर इंतज़ार बाकी रख

हिसाब साफ न कर कुछ हिसाब बाकी रख


आधी से ज्यादा शबे ग़म काट चुका हूँ

अब भी अगर आ जाओ तो ये रात बड़ी है


आँखें रहेंगीं शाम ओ शहर मुन्तज़िर तेरी

आँखों को सौंप देंगे तेरा इंतज़ार हम


आँखों ने जर्रे-जर्रे पर सजदे लुटाये हैं

क्या जाने जा छुपा मेरा पर्दानशीं कहाँ


पलकों पर रूका है समन्दर खुमार का

कितना अजब नशा है तेरे इंतजार का


चले भी आओ कि हम तुमसे प्यार करते हैं

ये वो गुनाह है जो हम बार-बार करते हैं

लोग मौत तक तकते हैं राह दिलदार की

हम हैं कि क़ब्र में भी तेरा इंतज़ार करते हैं


आंखों का इंतज़ार तुम पर आकर ही तो खत्म होता है

फिर चाहे वो हकीकत हो या ख्वाब 


पल भर का प्यार और बरसों का इंतज़ार

जसे कोई अपना ही अपने घर को लूट रहा है 


जान देने का कहा मैंने तो हँसकर बोले

तुम सलामत रहो हर रोज के मरने वाले

आखिरी वक़्त भी पूरा न किया वादा ए वस्ल

आप आते ही रहे मर गये मरने वाले


हर आहट पर साँसें लेने लगता है 

इंतज़ार भी भला कभी मरता है


उनका भी कभी हम दीदार करते थे

उनसे भी कभी हम प्यार करते थे

क्या करे जो उनको हमारी जरुरत न थी

पर फिर भी हम उनका इंतज़ार करते थे


उसे भुला भी दिया और याद भी रखा उसको

नशा उतार दिया और खुमार रहने दिया

कोई ख्वाब दिखाया न कोई गम दिया उसको

उसकी आँखो में बस एक इंतजार रहने दिया


ये जो पत्थर है आदमी था कभी

इस को कहते हैं इंतज़ार मियां


ये जो पत्थर है आदमी था कभी

इस को कहते हैं इंतज़ार मियां


बस यूँ ही उम्मीद दिलाते हैं ज़माने वाले

कब लौट के आते हैं छोड़ कर जाने वाले


कोई मिलता ही नहीं हमसे हमारा बनकर

वो मिले भी तो एक किनारा बनकर

हर ख्वाब टूट के बिखरा काँच की तरह 

बस एक इंतज़ार है साथ सहारा बनकर

 Intezaar Shayari in Hindi Image

आदतन तुमने कर दिये वादे आदतन हमने भी ऐतबार किया

तेरी राहों में हर बार रुककर हमने अपना ही इंतजार किया


कभी ख़ुशी से ख़ुशी की तरफ नहीं देखा

तुम्हारे बाद किसी की तरफ नहीं देखा

ये सोच कर कि तुम्हारा इंतजार लाजिम है

तमाम उम्र घड़ी की तरफ नहीं देखा


एक आरज़ू है पूरी अगर परवरदिगार करे

मैं देर से जाऊं और वो मेरा इंतज़ार करे


उल्फ़त के मारों से ना पूछो आलम इंतज़ार का

पतझड़ सी है ज़िन्दगी और ख्याल है बहार का


एक मुद्दत से चिरागों की तरह जलते हैं

इन तरसती हुई आँखों को बुझा दे कोई


एक अजनबी से मुझे इतना प्यार क्यूँ है

इन्कार करने पर चाहत का इकरार क्यूँ है

उसे पाना नहीं मेरी तकदीर में शायद

फिर भी हर मोड़ पर उसका इंतजार क्यूँ है


किश्तों में खुदकुशी कर रही है ये जिन्दगी

इंतज़ार तेरा मुझे पूरा मरने भी नहीं देता


हर वक्त तेरा इंतजार रहता है

तेरे लिए सनम हम बेकरार रहते हैं

मुझे पता है तू नहीं किस्मत में मेरी

फिर भी ना जाने क्यों तेरा इंतजार रहता है 


दिल जलाओ या दिए आँखों के दरवाज़े पर

वक़्त से पहले तो आते नहीं आने वाले


इंतज़ार रहता है हर शाम तेरा यादें कटती हैं ले ले कर नाम तेरा

मुद्दत से बैठे हैं यह आस पाले कि कभी तो आएगा कोई पैगाम तेरा


हालात कह रहे हैं मुलाकात नहीं मुमकिन

उम्मीद कह रही है थोड़ा इंतज़ार कर


कोई मिलता ही नहीं हमसे हमारा बनकर

वो मिले भी तो एक किनारा बनकर

हर ख्वाब टूट के बिखरा काँच की तरह

बस एक इंतज़ार है साथ सहारा बनकर


ये इंतज़ार न ठहरा कोई बला ठहरी

किसी की जान गई आपकी अदा ठहरी


मौत बख्शी है जिसने उस मोहब्बत की कसम

अब भी करता हूँ इंतज़ार बैठकर मजार में


रात क्या होती है हमसे पूछिए आप तो सोये सवेरा हो गया

तमाम उम्र तेरा इंतज़ार कर लेंगे

मगर ये रंज रहेगा कि ज़िन्दगी कम है

Tera Intezaar Shayari in Hindi 

रात भर जागते रहने का सिला है शायद

तेरी तस्वीर सी महताब में आ जाती है


हालात कह रहे हैं मुलाकात नहीं मुमकिन

उम्मीद कह रही है थोड़ा इंतज़ार कर


थोडा इंतजार तो कर लेते वक्त

ही तोखराब था दिल थोडी था 


कोई तन्हा भी इतना है जमाने की भीड़ में

अपने दहलीज पर अपना इंतजार करता है.


बिछड़ गए तो ये दिल उम्र भर लगेगा नहीं

लगेगा लगने लगा है मगर लगेगा नहीं


आहटें सुन रहा हूँ यादों की आज भी 

अपने इंतज़ार में ग़ुम- रसा चुग़ताई


किन लफ्जों में लिखूँ मैं अपने इंतज़ार को तुम्हें

बेजुबां है इश्क़ मेरा ढूँढता है खामोशी से तुझे 


क़दर नहीं होती जब मिल जाता है सब आसानी से

बहुत जरूरी है ज़िंदगी में इंतिज़ार होना


लूटे मज़े उसी ने तेरे इंतज़ार के

जो हद-ए-इंतज़ार से आगे निकल गया


पलकों पर रूका है समन्दर खुमार का

कितना अजब नशा है तेरे इंतजार का


मेरी इक उमर कट गई है तेरे इंतज़ार में

ऐसे भी हैं कि कट न सकी जिनसे एक रात


तुम्हारी यादों पर इख़्तियार हो नही सकता

लौट आओ के अब इंतज़ार हो नही सकता

 Intezaar Shayari in Hindi 


तूने मुझे छोड़ा सच्चे प्यार की तलाश मेंमैं आज भी 

वही खड़ा हूंतुझसे मिलने की आस में


मासूम मोहब्बत का बस इतना सा फ़साना है

कागज की कश्ती है और बारिश का जमाना है 


वो कहती है कि भुला देना पुरानी बातो को

अब उन्हे कौन समझाए कि इश्क कभी पुराना नही होता

 Romantic Intezaar Shayari in Hindi 

उठ उठ के किसी का 

इंतज़ार करके देखना

कभी तुम भी किसी से 

प्यार करके देखना

 Intezaar Shayari in Hindi 


तेरे लौट आने का इंतजार

आज भी इन आंखों में रहता है

तेरी जुदाई और गमों का

बुखार मेरे दिल पर छाया रहता है 


आने में सदा देर लगाते ही रहे तुम

जाते रहे हम जान से आते ही रहे 

तुम इमाम बख़्श नासिख़


तुम्हें हुस्न पर दस्तरस है मोहब्बत  वोहब्बत बड़ा जानते हो

तो फिर ये बताओ कि तुम उसकी आंखों के बारे में क्या जानते हो


आँखें भी मेरी पलकों से सवाल करती हैं

हर वक़्त आपको ही बस याद करती हैं

जब तक ना कर लें दीदार आपका

तब तक वो आपका इंतज़ार करती हैं

 Intezaar Shayari in Hindi 


न हुआ नसीब क़रार ए जाँ हवस ए क़रार भी अब नहीं

तिरा इंतिज़ार बहुत किया तिरा इंतिज़ार भी अब नहीं


जो तेरे साथ रहते हुए सोगवार हो

लानत हो ऐसे शख़्स पे और बेशुमार हो


तेरे प्यार ने मुझे उम्र 

भर के दर्द दिए हैं

तेरी बेवफाई ने इस दिल 

को टूटे ख्वाब दिए हैं 


यूं पलकें बिछाकर तुम्हारा इंतजार करते है

तेरे लौटने की दुआ रोज हम रब से करते है

 Intezaar Shayari in Hindi 


अब इन हुदूद में लाया है इंतज़ार मुझे

वो आ भी जाएँ तो आए न 

ऐतबार मुझे ख़ुमार बाराबंकवी


चले भी आओ तसव्वर में मेहरबां बनकर

आज इंतज़ार तेरा दिल को हद से ज्यादा है


उम्मीद भी बड़े कमाल की चीज़ होती है

सब्र गिरवी रख इंतज़ार थमा देती है


वो तारों की तरह रात भर चमकते रहे

हम चाँद से तन्हा सफ़र करते रहे 

वो तो बीते वक़्त थे उन्हें आना न था

हम यूँ ही सारी रात करवट बदलते रहे

 Intezaar Shayari in Hindi 


मैंने उसको इतना देखा जितना देखा जा सकता था

लेकिन फिर भी दो आँखों से कितना देखा जा सकता था


खुशियां जिंदगी से न

जाने कहां दूर चली गई है

मुश्किल रास्तों पर अकेले

चलने की आदत हो गई है 

Sad Intezaar shayari in Hindi  

आँखों को इंतज़ार की भट्टी पे रख दिया

मैंने दिये को आँधी की मर्ज़ी पे रख दिया


रात देर तक तेरी दहलीज पर बैठी रहीं आँखें

खुद न आना था तो कोई ख्वाब ही भेज दिया होता


तुम्हे क्या पता कैसा है हाल हमारा एक तो 

ये टूटा दिल ऊपर से यादो का बवंडर तुम्हारा


न कोई वादा न कोई यक़ीं न कोई उम्मीद

मगर हमें तो तेरा इंतज़ार करना था

 Intezaar Shayari in Hindi 


कभी तो चौंक के देखे कोई हमारी तरफ़

किसी की आँख में हम को भी इंतज़ार दिखे


टूट गया दिल पर अरमान वही है

दूर रहते हैं फिर भी प्यार वही है

जानते हैं कि मिल नहीं पायेंगे

फिर भी आँखों में इंतज़ार वही है


वह मुझे छोड़ कर जिंदगी भर का दर्द दे गया

बेवफा आशिक था इसीलिए मुझे तन्हा छोड़ गया 


कल भी तुम्हारा इंतज़ार था आज भी तुम्हारा 

इंतज़ार है और हमेशा तुम्हारा ही इंतज़ार रहेगा


उसी तरह से हर एक ज़ख्म खुशनुमा देखे

वो आये तो मुझे अब भी हरा-भरा देखे

गुजर गए हैं बहुत दिन रफाकत-ए-शब में

एक उम्र हो गई चेहरा वो चाँद-सा देखे


तेरी सूरत से है आलम में बहारों को सबात

तेरी आँखों के सिवा दुनिया में रक्खा क्या है


किन लफ्जों में लिखूँ मैं अपने इन्तजार को तुम्हें

बेजुबां है इश्क़ मेरा ढूँढता है खामोशी से तुझे


एक बेवफा से मोहब्बत करकेमैं बर्बाद हो गया 

जिंदगी में दर्द ही अब जीने की वजह बन गया 


कहीं वो आ के मिटा दें न इंतज़ार का लुत्फ़

कहीं क़ुबूल न हो जाए इल्तिजा मेरी

 Intezaar Shayari in Hindi 


इक रात वो गया था जहाँ बात रोक के

अब तक रुका हुआ हूँ वहीं रात रोक के


ग़जब किया तेरे वादे पर ऐतबार किया

तमाम रात किया क़यामत का इंतज़ार किया

दिल छू लेने वाली इंतज़ार शायरी हिंदी में

अब तेरी मोहब्बत पर मेरा 

हक तो नहीं सनम

फिर भी आखिरी साँस 

तक तेरा इंतजार करेंगे


किन लफ्जों में लिखूँ

मैं अपने इंतज़ार को तुम्हें

बेजुबां है इश्क़ मेरा ढूंढ़ता है 

खामोशी से तुझे


इक रात वो गया था जहाँ बात रोक के

अब तक रुका हुआ हूँ वहीं रात रोक के


इस उम्मीद पे रोज़ चिराग़ जलाते हैं

कि आने वाले बरसों बाद भी आते हैं

 Intezaar Shayari in Hindi 


झुकी हुई पलकों से उनका दीदार किया

सब कुछ भुला के उनका इंतजार किया

वो जान ही न पाए जज्बात मेरे

मैंने सबसे ज्यादा जिन्हें प्यार किया


जीने की ख्वाइश में हर रोज़ मरते हैं

वो आये न आये हम इंतज़ार करते हैं

जूठा ही सही मेरे यार का वादा

हम सच मानकर ऐतबार करते हैं


किसी रोज़ होगी रोशन मेरी भी ज़िंदगी

इंतज़ार सुबह का नहीं तेरे लौट आने का है


हम इंतजार भी उनककर रहे है जो 

हमारी जिंदगी के साथ फरेब रहे है


तड़प के देख किसी की चाहत में

तो पता चले कि इंतज़ार क्या होता है

यूँ मिल जाए अगर कोई बिना तड़प के

तो कैसे पता चले कि प्यार क्या होता है


एक लम्हे के लिए मेरी नजरों के सामने आजा

एक मुद्दत से मैंने खुद को आईने में नहीं देखा

 Intezaar Shayari 2 Line In Hindi

हर आहट पर साँसें लेने लगता है

इंतज़ार भी भला कभी मरता है


इक मैं कि इंतज़ार में घड़ियाँ गिना करूँ

इक तुम कि मुझसे आँख चुराकर चले गये


बिछड़कर उसका दिल लग भी गया तो क्या लगेगा

वो थक जाएगा और मेरे गले से आ लगेगा


ऐ मौत उन्हें भुलाए ज़माने गुजर गए आ जा कि ज़हर खाए ज़माने गुजर गए

ओ जाने वाले आ कि तेरे इंतजार में रास्ते को घर बनाए ज़माने गुजर गए

 Intezaar Shayari in Hindi 


अब तेरी मोहब्बत पर मेरा हक तो नहीं सनम

फिर भी आखिरी साँस तक तेरा इंतजार करेंगे


इक रात वो गया था जहाँ बात रोक के

अब तक रुका हुआ हूँ वहीं रात रोक के


एहसास तेरा कुछ यूं होता है दूर होकर भी

हर पल तू मेरे पास होता है

इश्क की ये कैसे शरारते है कि

इन आंखों में सिर्फ तेरा ही इंतजार होता है.


पलकों तले इंतजार किलौ जला रखी है तुम लौट

आओ सनम तुम्हारे इंतजारमें दिल जला बैठी हूं

 Intezaar Shayari in Hindi 


तमाम रात मेरे घर का एक दर खुला रहा

मैं राह देखता रहा वो रास्ता बदल गया


आप करीब ही न आये इज़हार क्या करते

हम खुद बने निशाना तो शिकार क्या करते

साँसे साथ छोड़ गयीं पर खुली रखी आँखें

इस से ज्यादा किसी का इंतज़ार क्या करते

 इंतज़ार हिंदी शायरी स्टेटस

चश्म-ए-मयगूँ ज़रा इधर कर दे

दस्त-ए-क़ुदरत को बे-असर कर दे


हम ने अक्सर तुम्हारी राहों में रुक कर 

अपना ही इंतिज़ार किया

 Intezaar Shayari in Hindi 


एक बात मुझे आज तक समझ नही आई

कि तुमने बेवफा बुलाऊं या मोहब्बत


यकीन है कि ना आएगा इस से मिलने कोई

तो फिर इस दिल को मेरे इंतज़ार किसका है


आंखों का इंतज़ार तुम पर आकर ही तो खत्म होता है

फिर चाहे वो हकीकत या फिर ख्वाब


मुझे हर पल तेरा इंतज़ार रहता है हर लम्हा मुझे तेरा एहसास रहता है

तुझ बिन धडकनें रुक सी जाती हैं कि तू दिल में धड़कन बनके रहता है


आज चांद को देखकर ऐसा लगा जैसे

किसी के इंतजार में खुद को ही भूल गया है वो


तमाम उम्र यूँ ही हो गयी बसर अपनी

शबे-फिराक गयी रोजे-इंतज़ार आया


नहीं छोड़ सकते हम दूसरों के हाथ में तुमको

वापस लौट आओ न कि हम अभी तक तुम्हारे हैं

 Intezaar Shayari in Hindi 


कहीं वो आ के मिटा दें न इंतिज़ार का लुत्फ़

कहीं क़ुबूल न हो जाए इल्तिजा मेरी


इक उम्र तेरी मोहब्बत को तरसते रहे हम

तेरे लौट आने का इंतजार करते रहे हम


दिन भर भटकते रहते हैं अरमान तुझसे मिलने के

न ये दिल ठहरता है न तेरा इंतज़ार रुकता है

इंतजार के लम्हे शायरी 

मक़ाम 'फ़ैज़' कोई राह में जचा ही नहीं

जो कू-ए-यार से निकले तो सू ए दार चले


पतंग को इश्क हुआ था खिलाफ-ए-रुख हवा से

अब अंजाम-ए-इश्क तो तबाही का होना ही था


जीने की ख्वाहिश में हम रोज़ मरते हैं 

वो आये न आये मगर इंतज़ार करते हैं

झूठा ही सही पर मेरे यार का वादा है 

हम सच मान कर ऐतबार करते हैं

 Intezaar Shayari in Hindi 


आखिरी सांस तक मैं तुम्हारा इंतजार करूंगा 

तुम मेरे रूह में समाए हुए हो मैं तुमको कैसे भूलाऊंगा 


कभी तो चौंक के देखे कोई हमारी तरफ़

किसी की आँख में हमको भी इंतज़ार दिखे


खुद को मिटाने की हर हरकत आजमां बैठी हूं

मौत के तरीके से थककर अब कलम से आस लगाए बैठी हूं


खुद हैरान हूँ मैं अपने सब्र का पैमाना देख कर तूने 

याद भी ना किया और मैंने इंतज़ार नहीं छोड़ा


मुझे हर पल तेरा इंतज़ार रहता है

हर लम्हा मुझे तेरा एहसास रहता है

तुझ बिन धडकनें रुक सी जाती हैं

कि तू दिल में धड़कन बनके रहता है

 Intezaar Shayari in Hindi 


वो चाँद कह के गया था कि आज निकलेगा

तो इंतिज़ार में बैठा हुआ हूँ शाम से मैं


एक रात वो गया था जहाँ बात रोक के

अब तक रुका हुआ हूँ वहीं रात रोक के

 

इन तन्हा रातों में अकेले

चलती जा रही हूं तेरी

मोहब्बत की यादें के

सहारे जीती जा रही हूं 


अपना समझकर की थी मैंने जिनसे मोहब्बत

वही जिंदगी भर की तन्हाईदेकर दूर चली गई 

Contusions

आज का यह पोस्ट Intezaar Shayari in Hindi  पढ़ने के लिए सभी लोगों का धन्यवाद। मुझे उम्मीद है कि आपको यह  इंतजार पर शायरी हिंदी में पोस्ट पसंद आया होगा. तो इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ WhatsApp, Facebook और Instagram पर जरूर  शेयर कर सकते हैं धन्यवाद | 

कोई टिप्पणी नहीं:
Write comment