मंगलवार, 12 दिसंबर 2023

200+ Best Dhokha Shayari in Hindi | प्यार में धोखा शायरी इन हिंदी

 Best Dhokha Shayari in Hindi: Friends, you must have fallen in love with someone sometime or the other, the feeling of love is very good, but when you do not get the love you want, it hurts a lot. Which is very difficult for you to forget. The memory of that person hurts our heart a lot. To forget whom we take the support of poems, then friends, in today's post I am presenting poems related to cheating poetry in front of you.

Dhokha Shayari
Dhoka Shayari in Hindi

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Dhokha Shayari in Hindi

Dhoka Shayari in Hindi
Dhoka Shayari in Hindi

दीवानगी का सितम तो देखो कि धोखा 

मिलने के बाद भी चाहते है हम उनको


मुझ पर हक तुमने उस दिन खो दिया था

जिस दिन तुमने मुझे धोखा दिया था


रिश्तों को वक़्त और हालात बदल देते है 

अब तेरा ज़िक्र होने पर हम बात बदल देते है 


उस धोकेबाज़ ने बेशक मेरा दिल तोडा

मगर दिल के उन्ही टुकडो में

आज भी वो धोकेबाज़ बसा है


और कोई तकलीफ दे तो गुस्सा आता है 

मगर कोई अपना तकलीफ दे तो रोना आता है। 


जीवन जीने का मन नहीं करता सांस लेने का मन नहीं करता। 

तुमसे धोखा खाने के बाद कुछ खाने का मन नहीं करता।


बिछड़ कर भी बिछड़ा नहीं हु तुमसे

अब तो तभी बिछड़ पाउगा

जब साँसे बिछ्ड़ेगी हमसे 


महसूस कर रहे है तेरी लपरवाहिया कुछ दिनों से 

अगर हम बदल गए तो मनाना तेरे बस की बात नहीं


तुमने प्यार ना सही पर तुम्हारे धोखे ने

मुझे बहुत हिम्मत दी है


इज़हार करने से पहले अपना मुह मोड़ते

तो शायद इतना दर्द ना होता जितना अब हो रहा है


हम आइना है आइना ही रहेंगे फिक्र वो करे

जिनकी शकल में कुछ और दिल में कुछ है


वो तो अपने प्यार का प्रसाद सबको बांट रहे थे

हम ही अनजाने में सारा प्रसाद अपना समझ बैठे


दिल के ज़ख्म भरते-भरते कब वो दिल 

ज़ख़्मी कर गए पता ही नहीं चला


समय गुज़रते-गुज़रते कुछ लोगो का प्यार

कमज़ोर नहीं और गहरा हो रहा है


वो मासूम चेहरा मेरे ज़ेहन से निकलता ही नहीं

दिल को कैसे समझाऊ कि धोखेबाज़ था वो।

 Dhokha Shayari

Dhokha Shayari
Dhokha Shayari

अपनों की फितरत में ही है धोखा देना

क्यूंकि गैरों से मिले धोखे का तो दर्द भी नहीं होता.


हम दोनों ही धोखा खा गए हमने तुम्हे औरों

से अलग समझा और तुमने हमे औरों जैसा


तेरे बिन टूट कर बिखर जाएंगे 

तुम मिल जाओ तो गुलशन की तरह खिल जाएंगे

तुम ना मिली तो जीते जी मर जाएंगे

तुम्हे जो पा लिया तो मर कर भी जी जाएंगे


बताओ अब कौन-से मौसम में उनकी आस लगाए 

जब पहली बारिश में भी उनको हम याद ना आये


अपनी पीठ से निकले खंज़रों को जब गिना मैंने

ठीक उतने ही निकले जितना तुझे गले लगाया था


धोखा देकर ऐसे चले गए जैसे कभी जानते ही नहीं थे.  

अब ऐसे नफरत जताते हो जैसे प्यार को मानते ही नहीं थे


प्यार निभाने के लिए  मैं हमेशा झुकता रहा

और तुम इसे मेरी औकात समझ बैठे


दर्द इतना था ज़िंदगी में कि धड़कन साथ देने  से घबरा गयी

आँखे बंद थी किसी की याद में और मौत धोखा खा गयी।


हमे पता था तुम्हारी मोहब्बत में ज़हर है ,

लेकिन पिलाने में प्यार इतना था कि हम ठुकरा ना सके


पहले उन्होंने हमारा दिल चुराया

फिर उस दिल से अपना दिल लगाया 

थोडा बहुत खेलकर हमारे दिल से

फिर तोड़ने के लिए जोरो से गिराया .


वो मासूम चेहरा मेरे ज़ेहन  से निकलता ही नहीं

दिल को कैसे समझाऊ कि धोखेबाज़ था वो


मोहब्बत सिखा कर जुदा हो गए ना सोचा ना समझा खफा हो गए

दुनिया में किसको हम अपना कहे अगर तुम ही मेरी जान बेवफा हो गए


सब कुछ खत्म कर दिया मैंने तेरा प्यार में

बस ये आंसू ही है जो खत्म होने का नाम नहीं लेते


तुमने हमें धोखा दिया मगर तुम्हे प्यार मिले

मुझसे भी ज़्यादा दीवाना तुम्हे कोई यार मिले


प्यार के बदले मुझे धोखा मिला फिर भी नहीं तुमसे कोई गिला 

बस दुआ है जिससे तुम प्यार करो वो तुम्हे कभी ना दे रुला

 Pyar me Dhokha Shayari

Pyar me Dhoka Shayari
Pyar me Dhoka Shayari

जिसे डर ही नहीं था मुझे खोने का 

वो क्या अफ़सोस करते मेरे ना होने का


बड़ा ही फर्क था तेरी और मेरी मोहब्बत में

तूने सिर्फ आज़माया हमने सिर्फ यकीन किया। 


फिर कोई ज़ख्म मिलेगा तैयार रह ऐ दिल

कुछ लोग फिर पेश आ रहे हैं बहुत प्यार से


हर हीरा चमकदार नहीं होता 

हर समंदर गहरा नहीं होता

दोस्तों ज़रा संभल कर प्यार करना

हर खूबसूरत चेहरा वफादार नहीं होता


हैसीयत ही नहीं थी हमारी तुम्हे चाहने की   

तभी तो कोशिश नहीं की तुमने वापिस लौट आने की


तुम्हे अपना बनाने का आज भी हम हुनर रखते है

पर ये नहीं पता कि तुम हमारा बनने की

कितनी नीयत रखते हो


प्यार करते-करते एकदम

गायब हो जाना भी एक हुनर है 


वो शख्स बड़ा मासूम था मोहब्बत से पहले

पता नहीं क्यू दिल में बसते ही धोखेबाज़ हो गया


हर एक ने देखा मुझे अपनी नज़रो से 

काश कोई तो मुझे देखता मेरी नज़रों से


तुमसे प्यार तो ना मिला ये धोखा ही निशानी है

बरसों गुज़र गए पर अधूरी हमारी कहानी है


तेरे हर झूठ पे यकीन था मैंने किया

तो तूने तो बाद मे पहले मैंने ही खुद को धोखा दिया  


जितना गहरा भरोसा था उन पर

उससे भी गहरा धोखा देकर चले गए वो


ख्वाब और हकीकत के बीच की दूरी

को अकेले ही तय करना पड़ता है

लोग मशवरा दे सकते हैं साथ नहीं चल सकते.


मिजाज इश्क का बदलने लगा है

जिसको हमने अपना समझा

वही बेवफा बनने लगा है


बेहद प्यार का मुझे यह नतीजा मिला है

किसी एक को उम्र भर चाहना सबसे बड़ी गिला है.

 Shayari in Hindi Dhoka

Shayari in Hindi Dhoka
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तुम्हारे बिना अब जी नहीं पाती हूं

धोखा दिया है तुमने इसलिए

खुद को मिटाना चाहती हूं 


पता नहीं क्यों जिसके साथ दिल का

रिश्ता जुड़ा होता है वह खंजर से भी तेज घाव दे जाता है.


चांदनी की चमक हो तारों की टीमटीमाहट हो

हम रहे या ना रहे तुम्हारी जिंदगी तुम्हें मुबारक हो


धोखा देने वाले धोखा दे ही जाते हैं

चाहे मसला उलझने वाला हो या सूलझने वाला


आपके धोखे के बाद वो अब

किसी और पर ऐतबार नहीं करता.

धोखा देना सीख लिया उसने भी

वो अब किसी से प्यार नहीं करता


जमाना बिताकर जिनके लिए काबिल हुए

आज उन्हीं की यादों से हमें निकाला गया


सुबह की ओस सी थी वो जरा सी धूप क्या निकली 

वो घूल सी गई इन हवाओं में


हम तो उन्हें बुरे ही लगेंगे उनकी जिंदगी

में अब नए-नए लोग जो आ गए हैं


जो आपको धोखे से छोड़ें उसको वही रखकर तोड़े

और इस कदर फोड़ें कि वह कभी किसी को धोखे से ना छोड़ें


औरों से क्या हम तो खुद से भी धोखा नहीं करते

हम गरीब है साहब हम जमीर का सौदा नहीं करते


वो खुदा भी रो पड़ा हमें देखकर इतने शौक से

अपनी ख्वाहिशों को आग लगाई है हमने


तेरे इश्क का मुझको तोहफा लाजवाब मिला

मोहब्बत बखूबी निभाई थी मैंने

फिर भी धोखा इनाम मिला


इश्क की चोट भी रह-रहकर सजा देती है

हम बेवफा नहीं फिर भी हमें बेवफा वो कहती है 


कभी-कभी सामने वाले की

भलाई के लिए भी खुद को उनसे दूर करना पड़ता है.


तेरे हुस्न पर मरने वाले हजारों मिलेंगे

वफा करने का कोई मेरी टक्कर का कोई मिले तो बताना.

shayari for dhoka
shayari for dhoka in hindi

मैं निभाता रहा अंत तक सिर्फ जख्मी बनकर

और उसने पायल खनकाई

किसी और के घर की लक्ष्मी बनकर.


उसी ने धोखे से मुझे जहर पिलाया है

कोई नहीं अपना हर कोई यहां पराया है.


यह मोहब्बत है या है दर्द का कोई मंजर

चुभती ऐसे जैसे हो कोई नुकीला खंजर


ख्याल रखा हमने उनकी हर चाहतों का

मगर हुआ क्या बदले में सिर्फ और सिर्फ बेवफाई हाथ आई


कितना मुश्किल है अब इस दिल को समझाना

उसके लिए छोटी बात है धोखा देकर चले जाना!


किसी के साथ धोखा करूं गिरा हुआ इंसान थोड़ी हूं

और बर्दाश्त कर लो धोखा किसी का अरे मैं भगवान थोड़ी हूं


वो दर्द भरी रातें जब भी याद आती है

तेरे दिए धोखे को याद दिला जाती है


थक गई मांग मांग दुआ में खुदा से उसे

लगता है उसकी बस्ती में भी

धर्म मजहब का कायदा चलता है


वजह चाहे कुछ भी हो

धोखा धोखा ही होता है मेरे दोस्त


ना जाने कहां चले गए वह दिन

जब तुम्हारा नंबर मेरे dial call list

लिस्ट में सबसे ऊपर हुआ करता था.


आज गुजरा तेरी गली से तो याद आया यह वही रास्ते थे

जहां मैं बार बार बिना वजह आया करता था


तुम जुवारी बड़े ही माहिर हो एक दिल का पता 

फेंक कर जिंदगी खरीद ली हमारी


यह कौन सा खेल खेला है तुमने दावा करते हो 

हमसे मोहब्बत का और सबके सामने बेवफा कहते हो


दिल तोड़ने का हुनर उनको ही मुबारक हो

रब करे उनका यह कारोबार इसी तरह चलता रहे.


धोखा ही देना था तो बता देते

हम नादानों की तरह अपनी दुनिया

तुम्हारे हवाले ना करते

Dhokha Shayari For Bf | matlabi rishte dhoka shayari

Dhoka Shayari For Bf
Dhoka Shayari For Bf

अगर इग्नोर करने वाले को ही वक्त दोगे तब

Hurt तो होगा ही ना मेरे दोस्त.


लोग कहते हैं कोई किसी के

पीछे मरता नहीं लेकिन

एक बार सच्ची मोहब्बत हो जाए

तो इंसान जीते जी मर जाता है


तेरे खेल को हमने इश्क समझा

मेरे इश्क को तूने समझा खेल था

वक्त रहते बात समझ में आ गई

रिश्ता हम दोनों का बेमेल


धोखा खाकर हम पर हंसा है यह जमाना

शीशा जैसे टूटा है वैसे टूटा है दिल हमारा


दिल हमारा जलकर धुआं धुआं हो गया

जिसे दिल में बैठाया था वही बेवफा निकला


मुझसे लोग मेरे बर्बादी का हाल पूछते हैं

क्या बता दूं तेरा नाम या फिर कर दूं इश्क बदनाम!


कभी किसी ने थोड़ा सा वक्त दिया था हमें

और हमने उसे इश्क़ समझकर संभालकर रखा है 


इस मतलबी दुनिया में इश्क सिर्फ दिखावा है

तुझे भी धोखा मिलेगा यह मेरा दावा है


प्यार की दुनिया में जिसे यकीन कहा जाता है

उसे धोखा शक और झूठ ने मिलकर मारा है 


मेरे साथ धोखा तो उन लोगों ने किया,

जिन्होंने अपना होने का दावा सबसे ज्यादा किया


हर दिन मैंने एक नया अनुभव पाया है

कभी अपनों से धोखा तो कभी

गैरों को अपना होते पाया है 


चाहे कर ले तो मिन्नते हजार

नहीं होगा मुझे तुझ पर ऐतबार

क्योंकि आशिकी की इस राह पर

मुझे मिले हैं धोखे कई बार 


जब जब तेरी याद पास आती है मेरे,

मैं तेरे दिए धोखे और बेवफ़ाई को याद कर लेता हूँ


अरे साहब  हम तो इस बात का शुक्र मनाते है

धोका देने वालों मे नहीं धोका खाने वालों मे आते है


ज़ख़्म नही पर दर्द का एहसास है ऐसा लगता है 

दिल का एक टुकड़ा आज भी उनके पास है

 Dhoka Shayari For Gf in Hindi - झूठ और धोखा शायरी

Dhoka Shayari For Gf in Hindi
Dhoka Shayari For Gf in Hindi

ना कहीं मोह है ना कहीं माया

हर तरफ बस खामोशी का साया है

जिसको मोहब्बत से अपना लिया मैंने

बस उसी ने धोखे से मुझे जहर पिलाया है


धोखा ही देना था तो बता देते हम नादानो की तरह, 

अपनी दुनिया तुम्हारे हवाले नही करते


ये इश्क भी क्या चीज़ है

एक वो है जो धोखा दिए जाते हैं

और एक हम है जो मौका दिए जाते हैं


जितना मर्जी प्यार करके देख लो

एक दिन धोखे से जरूर वाकिफ हो जाओगे


टूटती है सांसे तो टूट जाने दो

हमारा दिल टूटने पर भी

उसे अफसोस नहीं हुआ था 


गमों की बरसात समेटे बैठा हूँ

किसी बेवफा से धोखा खाया बैठा हूँ

जाने कब देगा उपरवाला मुझे मौत

खुदा के भरोसा आस लगाये बैठा हूँ


तुमसे प्यार तो ना मिला ये धोखा ही निशानी है

बरसों गुज़र गए पर अधूरी हमारी कहानी है 


तू निकलेगी बेवफा मुझको नहीं था यकी

क्यों धोखा दिया तुमने प्यार में थी क्या कमी


खंजर भी ना मार सके जिसको

धोखा तेरा उसे मार गया दिल का बादशाह

भी तेरे धोखे की आगे हार गया


उम्मीद ना कर इस दुनिया में किसी से ‘हमदर्दी’ की

बड़े प्यार से जख्म देते है शिद्दत से चाहने वाले


मोहब्बत सिखा कर जुदा हो गये

ना सोचा ना समझा खफा हो गये

दुनिया में किसको हम अपना कहें

अगर तुम ही बेवफा हो गये


जहर भी ना मार सके जिसको प्यार तेरा उसे मार गया

दिल का बादशाह भी तेरे धोखों के आगे हार गया


मैं जिसे बनाने में लगा था

वह मुझे मिटाने में लगी थी

मैं सब छोड़कर उसमें लगा था

वह मुझे छोड़ जमाने में लगी था


किसी की मजबूरी का मजाक ना बनाओ यारों

ज़िन्दगी कभी मौका देती है तो कभी धोखा भी देती है

Dhokha Shayari in Hindi 2 lines - पीठ पीछे धोखा शायरी

Dhoka Shayari in Hindi 2 lines
Dhoka Shayari in Hindi 2 lines

इश्क में इसलिए भी धोखा खानें लगें हैं लोग

दिल की जगह जिस्म को चाहनें लगे हैं लोग


खुशी देने वाले भले ही हमेशा अपने नहीं होते जनाब

लेकिन दर्द देने वाले हमेशा अपने ही होते हैं


जब तक खाते नहीं धोखा बेवफा से तब तक

हर किसी को अपनी वफा पर नाज होता है


कभी फुर्सत मिले तो इतना जरूर बताना

वो कौनसी मोहब्बत थी जो हम तुम्हें ना दे सके


जिसके नसीब मे हों ज़माने की ठोकरें

उस बदनसीब से ना सहारों की बात कर


तुमने हमें धोखा दिया मगर तुम्हे प्यार मिले

मुझसे भी ज़्यादा दीवाना तुम्हे कोई यार मिले


पत्थर दिल से दिल लगाया

नैनो का धोखा दिल ने चुकाया 


तुम साथ रहने का झूठा एहसास मत

दो हमें लोग हमारे बिच में रह कर भी

मुलाकात नहीं करते हैं!


हम क्या शिकायत करें किसी से

यहां तो हर कोई बेवफा है

इश्क करो भले जी जान से

धोखा यहां सबको मिलता है


प्यार नहीं था तो जताया क्यों और इश्क नहीं था तो निभाया क्यों

जब साथ रहना ही नहीं था तो यह दिल दुखाया क्यों


मैंने खाया है चिरागों से इस कदर धोखा मै

जल रही हूँ सालों से मगर रौशनी नहीं होती 


मैंने भी धोका दिया तुझे जाने के बाद 

तेरे बना लिया तन्हाई को हमसफ़र अपना


एक बात हमेशा याद रखना

किसके साथ गलत करके अपनी

बारी का इंतज़ार ज़रूर करना!


इश्क सच्चा मिले या ना मिले दर्द सच्चा मिलता है

इश्क ना करना बस धोखा मिलता है

 Dhokha Shayari in Hindi For Girlfrind

हमारी हैसियत ना पूछो हम अकेले ही रहते हैं

हर कोई हमको अपना नहीं लगता

इसलिए गम खुद के खुद ही सहते हैं 


जाते-जाते उन्होंने हमें बर्बाद कर दिया

वादा वफा का किया था और हमें बेवफा कह दिया


दिलों जान से चाहा था उसे लेकिन उसने मेरी 

मजबूरी को धोखेबाजी का नाम दे दिया


आखिर तुम भी उस आईने की तरह निकले

जो भी सामने आया तुम उसी की हो गई


रोने की सज़ा न रुलाने की सज़ा है

ये दर्द मोहब्बत को निभाने की सज़ा है

हँसते हैं तो आँखों से निकल आते हैं आँसू

ये उस शख्स से दिल लगाने की सज़ा है


दिल के दर्द को दिखाना बड़ा मुश्किल है

धोखा खा कर बताना बड़ा मुश्किल है


सोचा था तड़पायेंगे हम उन्हें

किसी और का नाम लेके जलायेगें उन्हें

फिर सोचा मैंने उन्हें तड़पाके दर्द मुझको ही होगा

तो फिर भला किस तरह सताए हम उन्हें


रिश्तों को वक़्त और हालात बदल देते है

अब तेरा ज़िक्र होने पर हम बात बदल देते है


हर रोज एक खाब टूट जाने दे

हर रोज ऐसे ही खूद को रूठ जाने दे

मेरी किस्मत में ही बेवफाई है

दिल एक शीशा है आज फिर टूट जाने दे


इस क़दर भर गया झूठे लोगो से ये जहां

बाहर से मासूम और अंदर से ज़हरीले क्या 

अंदाज़ा लगाए उनके नकलीपन 

का जनाब, आज वो यहाँ है तो कल वहाँ 


प्यार करने का हुनर हमें नहीं आता

इसलिए प्यार की बाज़ी हम हार गए

हमारी जिंदगी से उन्हें बहुत प्यार था

शायद इसीलिए वो हमें ज़िंदा ही मार गए 


तकलीफ ये नही की किस्मत ने मुझे धोखा दिया

मेरा यकीन तुम पर था किस्मत पर नही


अनजाने से दिल लगा बैठे हम

इस प्यार में धोखा खा बैठे हम

उनसे क्या गिला करे

अरे भूल तो हमारी ही थी जो बिना 

दिल वालों से दिल लगा बैठे हम 


सबसे ज्यादा दर्द तब होता है 

जब हम अपना दर्द किसी को बता नहीं पाते

 Dhokha Shayari in Hindi For Boyfrind

ढूढने पर वही मिलेंगे जो खो गये थे

वो कभी नही मिलेंगे जो बदल गये हैं


मालूम है अब भी वो मोहब्बत करता है मुझसे

वो थोड़ा-सा ज़िद्दी है मगर धोखेबाज़ नहीं 


धोखा वही देता है जो सबसे अपना होता है

और विश्वास तब अपनों से उठ जाता है


धोखा देती है अक्सर मासूम 

चेहरे की चमक, हर काँच के 

टुकड़े को हीरा नहीं कहते


हर रोज एक खाब टूट जाने दे

हर रोज युही खूद को रूठ जाने दे

मेरी किस्मत में ही बेवफाई है

दिल एक शीशा है, आज फिर फूट जाने दे


धोखा दिया था जब तूने मुझे,जिंदगी से मैं नाराज था

सोचा कि दिल से तुझे निकाल दू 

मगर कंबख्त दिल भी तेरे ही पास था 


अगर  मिले प्यार में बेवफाई तो गम ना  करना

आँखे अपनी किसी के लिए नम ना करना

करने दो लाख नफरते उसे तुमसे

पर तुम अपना प्यार कभी उसके लिए कम न करना 


दिल से रोये मगर होंठो से मुस्कुरा बैठे

यूँ ही हम किसी से वफ़ा निभा बैठे

वो हमे एक लम्हा न दे पाए अपने प्यार का

और हम उनके लिए जिंदगी लूटा बैठे 


प्यार करके किसी को धोखा नही देना

दोस्तों को आंसुओ का तोहफा 

नही देना, कोई रोये आपको याद करके

जिंदगी में कभी ऐसा मौका नही देना


गलती मेरे अपनों की नहीं मेरी है माना कि उन्होंने 

धोखा दिया मगर उन पर आँख बंद करके 

भरोसा तो मैंने किया था 


धोखा देने वाला से ज्यादा बड़ी गलती 

धोखा खाने वाले की होती है

आँखें बंद कर के विश्वास कर लेना


कैसी है यह हमारी तक़दीर हर तरफ दागा ही पाया है

दिल में तो है प्यार ही प्यार लेकिन

हर तरफ बेवफाओ को ही पाया है


तैरना तो आता था हमे लेकिन

जब उसने हाथ नही पकड़ा 

तो डूब जाना ही अच्छा लगा हमे


बस जीने की कुछ वज़ह होनी चाहिए

वादे ना सही, साथ ना सही यादें तो होनी चाहिए 


कदम कदम पर बहारो ने साथ छोडा जरुरत पड़ने पर यारों

ने साथ छोड़ा,वादा किया सितारोँ ने साथ निभाने का 

सुबह होते ही सितारो ने साथ छोड़ा

 Dhokha Shayari in Hindi For love

सच्चा इश्क किया है 

तो अब बेवफाई के गीत हम ही गायेंगे,

बेवफाई में तेरा नाम न उठे इसलिए हम आंशु 

लेकर हर शहर में मुस्कुरायेंगे 


तुमसे प्यार तो ना मिला ये धोखा ही निशानी है

बरसों गुज़र गए पर अधूरी हमारी कहानी है


प्यार के उजाले में गम का अँधेरा क्यों है

जिसको हम चाहे वही रुलाता क्यों है

मेरे रब्बा अगर वो मेरा नसीब नहीं तो

ऐसे लोगो से हमें मिलाता क्यों है 


पल पल उसका साथ निभाया हमने

उसके एक इशारे पे दुनिया छोड़ जाते हम

समुंदर के बीच में पहुँच कर फरेब किया उसने

वो कहती तो किनारे पर ही डूब कर मर जाते हम 


धोका खा कर जीने से अच्छा है

अकेला जीना सिख लो इस 

दुनिया में प्यार साथ नहीं निभाता 

ये जान कर रख लो


टूटे हुए पैमाने में कभी जाम नहीं आता

इश्क़ के मरीज़ों को कभी आराम नहीं आता

ऐ दिल तोड़ने वाले तुमने यह नहीं सोचा

कि टूटा हुआ दिल कभी किसी के काम नहीं आता

विश्वास पर धोखा शायरी 2 line

अब तो डर लगता है, किसी से प्यार करने से

थोड़ी बातें और थोड़ा प्यार दिखा कर

लोग जिंदगी भर की तड़प दे जाते हैं


बड़ी हसीन थी ज़िंदगी जब ना किसी से मुहब्बत ना 

किसी से नफ़रत थी ज़िंदगी में एक मोड़ ऐसा आया 

मुहब्बत उससे हुई और नफ़रत सारी दुनिया से हो गयी 


धोखा खाए इंसान को टूटने के लिए नहीं 

बल्कि खुद को समेटने के लिए हिम्मत चाहिए 


उसकी चाहत से इकरार ना करते

उसकी कसमो का ऐतबार ना करते

अगर पता होता हम सिर्फ मजाक है 

उसके लिए,कसम से जान दे देते पर प्यार ना करते 


मैंने उनसे प्यार किया,यह मेरे प्यार की हद थी

मैंने उनपे एतबार किया,यह मेरे एतबार की हद थी

मर कर भी खुली रही मेरी आँखें, यह मेरे इन्तेजार की हद थी


तुझसे प्यार बहुत ज्यादा था

तेरी हर बात का मुझे अंदाजा था

तुने मुझे अचानक कुछ ऐसा दर्द दे दिया

धोखा का तोहफ़ा मेरे दिल को दे दिया।


साथ रहना था ही नहीं तो तुमने हमसे नाता क्यों जोड़ा

हमे धोखा देकर तुमने हमे कही का नहीं छोड़ा 


कैसे बयां करू अलफ़ाज़ नहीं है 

दर्द का तुझे मेरे अहसास

नहीं है पूछते हो मुझसे क्या दर्द है 

मुझे दर्द ये है की तू मेरे पास नहीं है 


तेरी बेवफाई  का किस्सा जब जब याद आएगा 

मेरे तन बदन में एक आग  सी भड़कायेगा 

जो तूने किया कोई दुश्मन भी नहीं ऐसा करता 

देख  लेना एक दिन तू भी बोहत पछतायेगा 

 धोका शायरी इन हिंदी

आदत थी मेरी मुस्कुराने  की तुमने रोना  सीखा दिया 

इन प्यार  वाली बातों से ,तुमने दूर रहना सीख दिया


वो शख्स  जो कहता था तू न मिला तो मर  जाऊंगा “फ़राज़

वो आज भी जिंदा है यही बात किसी और से कहने के लिए 


तुमने हमें  धोखा दिया,मगर  तुम्हे प्यार मिले

मुझसे भी ज़्यादा दीवाना,तुम्हे कोई  यार मिले 


प्यार  के बदले मुझे धोखा मिला ,फिर भी नहीं तुमसे  कोई गिला 

बस दुआ  है जिससे तुम प्यार करो,वो तुम्हे कभी ना दे  रुला 


दिल से रोये  मगर होंठो से मुस्कुरा  बेठे

यूँ ही हम किसी से  वफ़ा निभा बेठे 

वो हमे एक  लम्हा न दे पाए अपने प्यार  का

और हम उनके लिये जिंदगी  लुटा बेठे 


उन्होंने हमें आजमाकर  देख लिया

इक धोखा  हमने भी खा कर देख  लिया

क्या हुआ हम हुए जो  उदास

उन्होंने तो अपना दिल  बहला के देख लिया.


हम आइना है  आइना ही रहेंगे फिक्र वो करे  

जिनकी  शकल में कुछ और  दिल में कुछ है 


हर बात पर आंसू  बहाया नहीं करते 

दिल  की बात हर किसीको बताया  नहीं करते 

लोग मुट्ठी में नमक लेकर घूमते है 

दिल के जख्म हर किसीको दिखाया  नहीं करते 


बस दिल  लगी थी उसे हमसे मोहब्बत कब थी 

महफ़िल ए गैर से उन को फुरसत कब थी

हम थे मोहब्बत में लोट जाने के काबिल 

उस के वादों में वो हकीकत कब थी 


कितने मकसदो  के साथ जी रहे थे हम 

उस बेवफा  ने धोखा क्या दिया

मेरी जिंदगी का हर मकसद हमसे छीन  लिया 


खुशी कम वह मेरे लिए गम  ज्यादा छोड़ गए

गैरों से मिलकर प्यार  की मर्यादा तोड़ गई 

अब गम  से ही जिंदगी बसर हो जाएगी

तड़पने के लिए वह हमें जिंदा आधा  छोड़ गए 


वो तो अपने प्यार  का प्रसाद सबको बांट रहे थे

हम ही अनजाने में सारा  प्रसाद अपना समझ बैठे 


प्यार  निभाने के लिए ,मैं हमेशा झुकता  रहा

और तुम इसे  मेरी ,औकात  समझ बैठे 


मैं उसका सबसे पसंदीदा  खिलौना हूँ दोस्तों 

वो रोज़ जोड़ती  है मुझे फिर से तोड़ने  के लिए 


प्यार  के उजाले में गम  का अँधेरा क्यों है

जिसको हम चाहे वही रुलाता  क्यों है 

मेरे रब्बा  अगर वो मेरा नसीब नहीं तो

ऐसे लोगो से हमें मिलाता क्यों है 


कभी कभी ये क्यों लगता है 

कि तुम मेरी पूरी ज़िन्दगी  हो 

और मैं तुम्हारा  लम्हा भी नहीं 

 धोखा शायरी दो लाइन

मुझसे खता  हुई जो ये दिल तुझसे लगा लिया

गम  को हमेशा के लिए अपना बना लिया

अब जीने  की चाहत न रही हमको

इसलिए हमने अपनी मौंत  का जनाजा  खुद ही सजा लिया 


मुहब्बत  में क्यों बेवफ़ाई  होती है

सुना था प्यार  में गहराई होती है

टूट  कर चाहने वाले के नसीब में

क्यों सिर्फ तन्हाई होती है


हर भूल तेरी माफ  की हर खाता को तेरी भुला दिया

गम  है कि ! मेरे प्यार  का तूने बेवफा  बनके सिला दिया


सुना है तेरे दर पर देर है अंधेर  नहीं

आप तो जवानी  उनका नाम लेकर चलने लगी

इतने गम  भर गए हैं हमारी जिंदगी में

की परछाई भी साथ रहने से डरने  लगी


धोखा  देती है अक्सर मासूम  चेहरे की चमक

हर काँच के टुकड़े को हीरा  नहीं कहते


धोखा  देकर ऐसे चले गए जैसे कभी जानते  ही नहीं थे

अब ऐसे  नफरत जताते हो जैसे प्यार को मानते  ही नहीं थे


हम अपने दर्द  का शिकवा तुमसे कैसे करें 

मोहब्बत  तो हमने की है तुमतो बेक़ुसूर  हो 


हम आपकी हर चीज़ से प्यार  कर लेंगे

आपकी हर बात पर ऐतबार  कर लेंगे

बस एक  बार कह दो कि तुम सिर्फ  मेरे हो

हम ज़िन्दगी भर आपका इंतज़ार  कर लेंगे


सब के होते हुए भी तन्हाई  मिलती हे

यादो में भी  गम की परछाई मिलती हे

जितनी भी दुआ  करते हे किसी को पाने  की

उतनी ही उनसे बेवफाई मिलती है


अपनी पीठ  से निकले खंज़रों को जब गिना मैंने

ठीक उतने ही निकले जितना तुझे गले लगाया था


दिल टुटा  है आज भी पर दर्द  नहीं हुआ 

क्या करे अब तो धोखा  खाना एक आदत  सी बन गयी है


ये मुकरने  का अंदाज़ मुझे भी सीखा दो 

जैसे बने तुम  बेवफा वैसे बेवफा मुझे भी बना दो 


ज़िन्दगी  में एक बात हमेशा  याद रखना

धोखा  न देना किसी को  धोखे में बड़ी जान होती है 

यह कभी नहीं मरता  घूम कर वापिस एक दिन

आप के पास ही पहुंच  जाता है

क्यूँ की इसे अपने  ठिकाने से बहुत मोहब्बत  होती है 


प्यार में अक्सर हार जाते है लोग सजा के नाम पर याद दे जाते 

है लोग, बस अपनी ख़ुशी के लिए दूसरो को बेपनाह धोखा दे जाते है लोग 


बिछड़ कर भी बिछड़ा नहीं हु तुमसे

अब तो तभी बिछड़ पाउगा जब साँसे बिछ्ड़ेगी हमसे 

 Dhoka Shayari in Hindi For Wife

खूब देखे होंगे आंसू ख़ुशी के तुमने

कभी मिलो हमसे तुम्हे गम के हसी दिखाएंगे 


हम किसी के लिए,ज़रूरी तब तक है

जब तक उन्हें हमारी जगह कोई और नहीं मिल जाता


तेरी वो तस्वीर तो दीवार से हटा दी गई है मगर

नजरे मेरी बार-बार वही जाकर ठहर जाती है


मोहब्बत वो चीज़ है मेरे दोस्त

जो हस्ते हुए को भी रुला देती है


मुझे किसी ने पुछा दर्द की कीमत क्या है 

मैंने कहा मुझे नहीं पता लोग तो मुझे मुफ्त में दे जाते है 


सब कुछ दिया बस अपना बताना भूल गए

इस दिल को तेरी जरूरत कितनी है ये जताना भूल गये


वो शख्स बड़ा मासूम था मोहब्बत से पहले

पता नहीं क्यू दिल में बसते ही धोखेबाज़ हो गया


हमने भी कभी प्यार किया था थोड़ा नही बेशुमार किया था

दिल टूट कर रह गया जब उसने कहा, अरे मैंने तो मज़ाक किया था


चले जाने दो उस बेवफा को किसी और की बाँहों में

जो इतनी चाहत के बाद मेरा ना हुआ वो किसी और का क्या होगा


इश्क कहता है मुझे इक बार करके देख

अगर  मौत से न मिलवा दिया तो मेरा नाम बदल देना


धोखा खाने के बाद तुमसे हमें अब समझ आया,

मैने तुमसे नहीं अपनी बर्बादी से दिल लगाया था


धोखा देकर कोई नहीं बचता इस जिंदगी में

किसी ना किसी की बद्दुआ जिंदगी तबाह कर ही देती है


उन्होंने हमे आजमाकर देख लिया एक धोका  हमने भी खाकर देख लिया 

क्या हुआ हम हुए जो उदास उन्होंने तो अपना दिल  बेहलाके देख लिया


बार बार माफ तो कियाजा सकता है

पर भरोसा सिर्फ एक ही बार किया जा सकता है


आआ मुझे टूट कर बिखरते देखो

मेरी रगो में जहर उतरते देखो

किस किस अदा से तुझे मांगा है खुदा से

आओ मुझे कभी सजदों मे सिसकते देखो


अपने दिल का दर्द उसे बताना चाहता हु उसे कितना चाहता हु

उसे महसूस कराना चाहता हु कितना रोया हु उसे पाने के लिए

उसकी गोद में सर रखकर उसे बताना चाहता हु


पसंद न आये मेरा साथ तो बता देना,

महसूस भी न कर पाओगे इतने दूर चले जायेंगे 


मतलब की इस दुनिया में किसे धोखा नहीं मिलता

ईमानदार तो सिर्फ वही है यहां जिसे मौका नहीं मिलता


यहाँ पर अब न कर बात तू मोहब्बत कि साहेब

हर कोई इस रास्ते से गुजरा हुआ है

कुछ ने धोखा दिया हुआ है 

तो कुछ ने धोखा खाया हुआ है


बिन बात के ही रूठने की आदत है

किसी अपने का साथ पाने की चाहत है

आप खुश रहें, मेरा क्या है

मैं तो आइना हूँ, मुझे तो टूटने की आदत है


हम अपने दर्द का शिकवा तुमसे कैसे करें

मोहब्बत तो हमने की है तुम तो बेकसूर हो


अर्ज़ किया है मेरी शायरी में अब भी बहुत दर्द की कमी है

शायद फिर से तेरे धोखे का इंतज़ार है मेरे इस दिल को

Dhoka Shayari For Husband

विश्वास करू भी तो किस पर करूं अब

हर कोई धोखा देने की आरज़ू लिए बैठा हैं 


और कोई तकलीफ देता तो गुस्सा आता है 

मगर कोई अपना तकलीफ दे तो रोना आता है


लोग कहते हैं किसी एक के चले जाने 

से जिन्दगी अधूरी नहीं होती

लेकिन लाखों के मिल जाने से 

उस एक की कमी पूरी नहीं होती है 


प्यार निभाने के लिए मैं हमेशा झुकता रहा

और तुम इसे मेरी औकात समझ बैठे 


मुझे छोड़ कर वो खुश है तो शिकायत कैसी 

अब उन्हें खुश भी न देखु तो मोहब्बत कैसी


अपने दिल की बात उनसे कह नहीं सकते

बिन कहे भी जी नहीं सकते

ऐ खुदा! ऐसी तकदीर बना कि वो खुद हम से आकर कहे

कि, हम आपके बिना जी नही सकते


यादो का तो अंबार लगा हैं

सच्ची मोहब्बत का व्यापार लगा हैं

जिसके दिल में जो आये वो करे

इश्क के नाम पर तो, बाजार लगा हैं


जो दिखाई देता है हमेशा सच नहीं होता 

कहीं धोखे में आंखें हैं तो कहीं आंखों में धोखे हैं 


ये मोहब्बत के हादसे अक्सर,दिलों को तोड़ देते हैं

तुम मंजिल की बात करते हो,लोग राहों में ही साथ छोड़ देते हैं


तेरी बेवफाई का किस्सा जब-जब याद आएगा

मेरे तन बदन में एक आग सी भड़कायेगा

जो तूने किया कोई दुश्मन भी नहीं 

ऐसा करता देख लेना एक दिन तू भी बहुत पछतायेगा

धोखा शायरी दो लाइन

मोहब्बत से रिहा होना ज़रूरी हो गया है

मेरा तुझसे जुदा होना ज़रूरी हो गया है

वफ़ा के तजुर्बे करते हुए तो उम्र गुजरी

ज़रा सा बेवफा होना ज़रूरी हो गया है


कितनी ख्वाहिशों के साथ जी रहे थे हम

उस बेवफा ने धोखा ऐसा दिया प्यार में

मेरी ज़िंदगी का हर सपना हमसे छीन लिया उसने


किसी की मजबूरी का मजाक  ना बनाओ यारों

ज़िन्दगी कभी मौका देती है तो कभी धोखा भी देती है


पहले इश्क फिर धोखा फिर बेवफाई

बड़ी शिद्दत से एक शख्स ने तबाह किया मुझे 


बड़ी ज़ालिम है ये रीत धोकेबाज़ी की इसमें धोका देने की सजा 

धोका देने वाले को नहीं धोका खाने वाले को मिलती है 


दुनिया में सबसे ताकतवर इंसान वो होता है।

जो धोखा खा कर भी दूसरों की मदद करना कभी नहीं छोड़ता है


आंखों से आंसू  नहीं रुक रहे 

और एक तू है के हस  के बात कर रही है 

लहजे में माफी  और आंखों में शरम तक नहीं 

ये एक्टिंग का कोर्स तू ला जवाब कर रही है 


उनकी कमी से दिल मेरा उदास है

पर मुझे तो आज भी उनके मिलने

की आस है,ज़ख़्म नही पर दर्द का

एहसास है,ऐसा लगता है दिल का

एक टुकड़ा आज भी उनके पास है 


मैं जो उदास हूं तो तेरी याद भी होगी कही

यूं ही नही है धुआं इस दिल में

तेरे इश्क की आग भी होगी कही

Dhoka Shayari in Hindi


लम्हा लम्हा सांसे ख़तम हो रही है 

जिंदगी मौत के पहलू में सो रही है 

उस बेवफा से ना पूछो मेरी मौत की वजह 

वो तो जमाने को दिखाने के लिए रो रही है 


जिसकी गलतियों से भी मैंने रिश्ते निभाए हैं

उसने बार-बार मुझे फालतू होने का एहसास दिलाया है


वह जाते हुए कह रही थी मजबूर हूं मै

मगर साफ लफ्जो मे नही कहा की धोखेबाज हूं मै


धोखा दे जाती है हर हसीन चेहरे की चमक

हर चमकते कांच के टुकड़े को हीरा नही कहते


मेरे हंसते चेहरे को खुशी का नाम मत दो

है दर्द इस दिल में तुम जख्म पर जख्म मत दो


ढूंढने पर वही लोग मिलते है

जो खो गये हो वह नही मिल सकते

जनाब जो बदल गये हो


मुझे रुला कर तुम खुश हो याद रखना एक दिन 

जब तुम्हारा दिल टूटेगा तो तुम्हे भी दर्द का एहसास होगा

Dhoka Shayari in Hindi


धोखा देकर ऐसे चले गए जैसे कभी जानते ही नहीं थी

अब ऐसे नफरत जताते हो जैसे प्यार को मानते ही नहीं थे


सिर्फ दिल टूटा है धड़कनों में रवानी अभी बाकी है

प्यार का किस्सा खत्म हो गया तो क्या हुआ

जिंदगी की कहानी अभी बाकी है

Dhoka Shayari in Hindi


बाते करो मोहब्बत की मगर जरा होश रखना

बड़ा मासूम चेहरा होता है इन बेवफ़ाओ का


क्यों बहाने करते हो मुझसे रूठ जाने के साफ साफ

कह देते दिल में जगह नहीं है  हमारे लिए

Dhokha Shayari in Hindi

तुम दिल में उतर गए हो मोहब्बत बनकर

दूर मत हो जाना मुझसे मेरी आदत बनकर.

Dhoka Shayari in Hindi


यह सच है कि इश्क का रिश्ता बड़ा अनोखा है

जब दिल टूटा तो पता चला मोहब्बत सब एक धोखा है


मोहब्बत तभी करो जब दो तरफ से हो

एक तरफा मोहब्बत तो सिर्फ जख्म देती है


न जाने क्या मासूमियत है तेरे चेहरे पर

तेरे सामने आने से ज़्यादा 

तुझे छुपकर देखना अच्छा लगता है

Dhoka Shayari in Hindi


वो भी दिन थे जब तेरी बाहों में बड़े सुकून से सोया करते थे हम

कुछ भी गम सताता था तो तेरे पास ही आकर रोया करते थे हम

न जाने किसी नज़र लगी इस बगिया को,

जहाँ हमेशा ही फूल वफ़ा के बोया करते थे हम


मोहब्बत करना हर किसी के लिए आसान नही

धड़कन मे हर लहर यहां धोखे की उठती है


रूठ जाने की अदा हम को भी आती है दोस्त

काश होता कोई हम को भी मनाने वाला


इश्क में इसलिए भी धोखा खानें लगें हैं लोग

दिल की जगह जिस्म को चाहनें लगे हैं लोग

Dhoka Shayari in Hindi


दिल कहता है धीरे से छेड़ कर चलना मुश्किल है

इस दुनिया में रिश्तो की मेड़ पर.


तुम्हारे आँसू मोती हैं उन्हें धोखा देने वालों के लिए मत बहाओ

सही व्यक्ति की प्रतीक्षा करें क्योंकि आंसू तो तब भी आते हैं

जब तुम खुश होते हो


मैं आज भी तुमसे उतना ही प्यार करती हूं

वरना बेवफाई का जवाब था मेरे पास तुम्हे देने के लिए


हर भूल तेरी माफ़ की हर खता को तेरी भुला दिया

गम ये है कि मेरे प्यार का तूने बेवफा बनके सिला दिया


जब ना किसी से मोहब्बत  ना किसी से नफ़रत थी 

जिंदगी में एक मोड़ ऐसा आया मोहब्बत उससे हुई

और नफ़रत सारी दुनिया से हो गयी


वो जो कहते थे तुम से बिछड़ेंगे तो मर जाएंगे

आज उन्हें गली से बड़े खुश होकर निकलते देखा


मुझे छोड़ कर वो खुश है तो शिकायत केसी

अब उन्हें खुश भी न देखु तो मोहब्बत कैसी

Dhoka Shayari in Hindi


इस टूटे दिल को लेकर मैं जमाने में चलता रहा

लेकिन वो किसी ओर से दिल लगाकर

मुझे मरने के लिए छोड़ गयी


कहाँ जाकर ढूँढू मैं उन लोगों को जो 

खोए नहीं बदल गए है

Dhoka Shayari in Hindi


पसंद न आये मेरा साथ तो बता देना

महसूस भी न कर पाओगे  इतने दूर चले जायेंगे।


मत पूछो तनहाई से क्या है इसका राज जो जीते है 

इनमें उनसे पूछो कैसा है एहसास

Dhoka Shayari in Hindi


वक्त खराब थाया मेरी किस्मत

इतना प्यार देकर भी मुझे धोखा मिला 


दिल टूटा तब एहसास हुआ इस फरेबी दुनिया में

जिसे दिल से चाहो वही धोखा देता है


जहर से ज्यादा घातक होती है

मोहब्बत जो एक बार हो जाए तो

फिर मर मर के जीना पड़ता है


धोखा देना इश्क की नही इंसान की फितरत मे शुमार है

रहा ना कोई कसूर वह बेचारा दिल से बीमार है

विश्वास पर धोखा शायरी

हर मुलाकात पर वक्त  का तकाजा हुआ

हर याद पर दिल  का दर्द ताजा हुआ

सुनी थी सिर्फ लोगो से जुदाई की बाते 

आज खुद पर बीती तो हकीकत का अंदाजा हुआ 


उसने तोडा  वो ताल्लुक़ जो हमारी हर बात  से 

था उसको दुःख  न जाने मेरी किस बात से था 

सिर्फ ताल्लुक़ रहा, लोगों की तरह वो भी जो अच्छी 

तरह वाकिफ मेरी हर बात से था 

Dhoka Shayari in Hindi


धोखेबाज हैं यह दुनिया वाले

इस्तेमाल करना खूब जानती हैं

दिल को खुद ही तोड़ कर,

हाल पूछना भी खूब जानते हैं


अपना केह के अपनों को बदलने की बात करते है

बच के रहना दोस्तों यंहा धोकेबाज़ साथ चलने की बात करते है


पहले जिंदगी  छीन ली मुझसे

अब मेरी मौत  का भी वो फायदा उठाती है

मेरी क़ब्र पे फूल चढ़ाने के बहाने

वो किसी और से मिलने जाती है


मतलब निकल जाने के बाद 

सौगात में जो मिल जाता है 

उसे धोखा कहते हैं 


आंखों से आंसू  नहीं रुक रहे 

और एक तू है के हस के बात कर रही है

लहजे में माफी  और आंखों में शरम तक नहीं 

ये एक्टिंग का कोर्स तू ला जवाब कर रही है


लम्हा लम्हा सांसे ख़तम हो रही है

जिंदगी मौत  के पहलू में सो रही है

उस बेवफा से ना पूछो मेरी मौत की वजह 

वो तो जमाने को दिखाने के लिए रो  रही है

Pyar me Dhoka Shayari in Hindi 

हम क्या शिकायत  करें किसी से यहां तो हर कोई बेवफा  है

इश्क  करो भले जी जान से धोखा  यहां सबको मिलता है 


मेरे साथ धोखा तो उन लोगों ने किया

जिन्होंने अपना होने का दावा सबसे ज्यादा किया

Dhoka Shayari in Hindi


ये नहीं गम  के कसम अपनी भुलाई तुमने 

गम  तो ये है कि रकीबों सी निभाई तुमने 

कोई रजिश थी अगर तुमको तो मुझसे कहते

बात आपस की थी सबको क्यों बताई तुमने 


मोहब्बत  सीखा कर जुदा हो गए 

न सोचा न समझा खफा  हो गए

दुनिया  में किसको हम अपना कहे 

जब तुम ही बेवफा  हो गए


हर लम्हा  साँसे बुड्ढी हो रही है 

जिंदगी मौत  के साये में है फिर जिद्दी हो रही है 

बेवफा  को बेखबर रखना मेरी मौत की खबर से 

ज़माने के लिए आंसू  है वो अंदर हंस रही है 


भरोसा जितना कीमती  होता है धोका  उतना ही महंगा हो जाता है

ईमानदारी का दाम कोन जाने यहां हर बेइमान राजा हो जाता है

Dhoka Shayari in Hindi


मोहब्बत  में कोई जी गया कोई प्यार में मर गया

मोहब्बत आग को सागर है फिर भी उतर गया कोई

प्यार  में जखम का हिसाब बहुत पुरान है मेरे दोस्त


जख्म दे गया कोई जख्म भर गय

दीवानगी का सितम तो देखो 

कि धोखा मिलने के बाद भी चाहते है हम उनको


मैंने दो तरह के लोगों से धोखा खाया है 

एक जो मेरे अपने थे और दुसरे वो जो मेरे बहुत अपने थे


मोहब्बत  की दुनिया में आ

किसी से दिल  लगा कर तो देखो 

समझ जाओगे की दर्द  क्या होता है

कभी इश्क में ठोकर खाकर तो देखो


जबसे प्यार  में धोका खाया है हर हुस्न वालों से डर  लगता है 

पहले अंधेरे की आदत नहीं थी मुझे अभी उजालों से  डर लगता है 


ज़िन्दगी  में एक पल भी सुकून न पाया 

दुनिया की इस भीड़ में खुद को तनहा  न पाया 

तेरे दिए ज़ख्मो  को प्यार  समझते रहे 

तेरे धोके  में आके किसी से दिल न लगाया 


हर रोज  एक खाब टूट जाने दे 

हर रोज युही खूद को रूठ  जाने दे

मेरी किस्मत में ही बेवफाई  है

दिल एक शीशा है आज फिर फूट जाने दे 

Dhoka Shayari in Hindi


बहुत तलाश  किया पर कहीं गुम हो गए वो

ढूंढने  की कोशिश की पर नहीं मिले वो

मेने तो वफ़ाई की लेकिन उसके प्यार  में शायद खोट था

इसलिए तो किसी और के बाहों  में खो गए वो

Sad Dhoka Shayari 

उन्होंने हमे आजमाकर  देख लिया

एक धोका  हमने भी खाकर देख लिया

क्या हुआ हम हुए जो उदास

उन्होंने तो अपना दिल  बेहलाके देख लिया 


की मोहब्बत  मोहब्बत बहोत करती हो कभी दिल लगा कर तो देखो

पूरी ताकत  लगा लो मेरी मोहब्बत के आस पास आकर तो देखो 

मैंने नंबर आज तक नहीं बदला कभी कॉल  लगा कर तो देखो 


पल पल उसका साथ निभाते हम

एक इशारे पे दुनिया छोड़ जाते हम

समंदर  के बीच में पहुच कर फरेब किया उसने

वो कहता तो किनारे पर ही डूब  जाते हम 

Dhoka Shayari in Hindi


उल्फत का अक्सर यही दस्तुर होता है

जिसे चाहो  वही अपने से दूर होता है

दिल टूट  कर बिखरता है इस कदर

जैसे कोई कांच का खिलौना  चूर होता है 


बड़ी हसीन  थी जिंदगी 

जब ना किसी से मोहब्बत  ना किसी से नफ़रत थी 

जिंदगी में एक मोड़ ऐसा आया मोहब्बत उससे हुई 

और नफ़रत सारी दुनिया से हो गयी


अब तो हम तेरे लिए अजनबी  हो गए

बातों  के सिलसिले भी कम हो गए

खुशियों से जायदा हमारे पास गम  हो गया

क्या पता यह व बुरा है या बुरे हम हो गए


तू कभी मुझे  मिले या न मिले बस इतनी से दुआ  है मेरी

तू जिसे भी मिले तुझे उससे जिंदगी की हर  ख़ुशी मिले


धोखा देकर ऐसे चले गए जैसे कभी जानते ही नहीं थे 

अब ऐसे नफरत जताते हो जैसे प्यार को मानते ही नहीं थे.

Dhoka Shayari in Hindi


रिश्ते  टूट कर चूर चूर हो गए 

धीरे धीरे वो हमसे दूर हो गए 

हमारी ख़ामोशी हमारे लिए गुन्हा बनगयी 

और वो गुन्हा कर बेकसूर हो गए 


साथ जीने मरने का वादा था मर  के भी साथ न छोड़ने का वादा  था

सारी बातों से तू मुखर क्यूँ गयी ए सनम तू मुझे धोका दे कर चली गयी 

प्यार में धोखा स्टेटस और शायरी

साथ रहना  था ही नहीं तो  तुमने  हमसे नाता क्यों जोड़ा 

हमे धोका  देकर तुमने  हमे कही का नहीं  छोड़ा 

Dhoka Shayari in Hindi


इश्क  में इसलिए भी धोखा खानें लगें हैं लोग

दिल की जगह जिस्म को चाहनें लगे हैं लोग


तेरी बेवफाई  का किस्सा जब जब

याद आएगा मेरे तन बदन में एक  आग सी भड़कायेगा 

जो तूने किया  कोई दुश्मन भी नहीं ऐसा करता 

देख लेना एक दिन तू भी बोहत पछतायेगा 


जो जले  थे हमारे लिऐ बुझ रहे है वो सारे दिये

कुछ अंधेरों  की थी साजिशें कुछ  उजालों ने धोखे दिये 


चलो धोका  ही था तुम्हारा इश्क सब  झूठ था,

तो झूठ अपनी जुबा  को कहने देते मै खुश  था 

मुझे धोखे में ही रहने देते 

Dhoka Shayari in Hindi


हर धोखा देने वाला धोखेबाज नहीं होता

कुछ किस्मत का भी लिखा होता है.


मेरी बर्बादी  का इल्जाम ना आता तुझ पर जाना 

उस शाम गली  में अगर मैं तुझसे ना  टकराया होता

जख्म मिलते  तुझे भी अगर इश्क़ में मेरी ही तरह

अश्क़-ए-लहू कुछ तेरी  आँखों ने भी बहाया होता


न तुमको कोई ऐसा मौका  देते की तुम धोका  देते 

अच्छा होता  बेडियो से बाँध कर अपने गिरफ्त में रखते

Dhoka Shayari in Hindi


उनकी कमी से  दिल मेरा उदास है  

पर मुझे तो आज भी उनके मिलने की  आस है  

ज़ख़्म  नही पर दर्द का एहसास है,ऐसा लगता है 

दिल का  एक टुकड़ा आज भी उनके पास है


भरोसा जितना कीमती होता है धोका उतना ही महंगा हो जाता है

ईमानदारी का दाम कोन जाने यहां हर बेइमान राजा हो जाता है.


जीवन जीने का मन नहीं करता सांस लेने का मन नहीं करता

तुमसे धोखा खाने के बाद कुछ खाने का मन नहीं करता


आज कल मुझसे  तुम रूठे रूठे  से रहते हो ,

लगता है मुलाकात  किसी और से करते हो


बेवफ़ाओं  की महफ़िल लगेगी ,

आज ज़रा वक़्त पर आना मेहमान ए ख़ास हो तुम


साथ  जीने मरने का वादा था 

मर के भी साथ न छोड़ने का वादा था

सारी बातों  से तू मुखर क्यूँ गयी 

ए सनम तू मुझे धोका  दे कर चली गयी 


ना चाहत है मुझे बस एक बार तुझे  देखने को जी चाहता है 

साँस भी मेरी  अब रुक सी रही है 

तुझे एक बार याद करने को जी चाहता है 

Dhoka Shayari in Hindi


ना जाने क्या लिखा है तक़दीर में,

जिसे भी चाहा उसी ने धोखा दे दिया.


खूब देखे होंगे आंसू खुशी के तुमने

कभी मिलो हमसे, तुम्हे गम की हँसी भी दिखाएंगे

Dhoka Shayari in Hindi


अपना कह के अपनों को बदलने की बात करते हैं

बच के रहना दोस्तों यहां धोकेबाज साथ चलने की बात करते हैं.


सब कुछ मिला बस खुदा के सिवा

ज़िन्दगी बहुत पसंद आयी रुस्वाई के सिवा

मेरी चाहत का एहसास भी ना होगा

उसकी हर  अदा पसंद आयी बेवफाई  के सिवा 

Dhoka Shayari in Hindi


बदनामी  के डर से मैं रो भी  नहीं पा रहा 

तेरी  याद के साये में मैं  सो भी नहीं पा रहा

सोचा के तुझे  भूल कर और किसी को

याद करू पर लाख कोशिशों के बावजूद 

मैं किसी और के ख्यालो  में खो भी न हीं पा रहा


शुक्र है खुदा  का जिसने रंगीन नहीं रखे  आंसू 

वरना रात में भीग  जाने वाले तकिये हमारे राज बया कर देते


काश में उसे पा लेता जिसके लिए मेने दुनिया को खो दिया

अपनों की बातो में जरा सी कड़वाहट क्या आई मुझ जैसा पत्थर दिल भी रो दिया.

Dhoka Shayari in Hindi


सुना था अपने धोखा देते हैं मगर यकीन तब हुआ 

जब किसी अपने ने धोखा देकर यह साबित कर दिया


जो मेरा था वो मेरा हो  न पाया 

आँखों में आँसू भरे थे  पर मैं रो न पाया

एक दिन उन्होंने कहा कि हम मिलेंगे  ख्वाब में

पर मेरी बदकिस्मती तो देखिये  उस रात मैं सो नहीं पाया


वो मुझसे ज्यादा  चाहेगा इसे कुछ दिनों में ये भरम  टूट जायेगा 

मैं ज़रूर  याद आऊंगा उस बेवफा

को जब उसका साथ बेवजह उस  से रूठ जायेगा   


धोका  तूने ऐसा दिया ,मेरी जिंदगी का

हर मकसद मुझसे छीन लिया 


खाई थी कसमे जो उम्र भर साथ

निभाने की उसे तोड़कर वो मेरी जिंदगी से दूर हो गई

Contusions

आज का यह पोस्ट Dhoka Shayari in Hindi पढ़ने के लिए सभी लोगों का धन्यवाद। मुझे उम्मीद है कि आपको यह प्यार में धोखा स्टेटस और शायरी, विश्वास पर धोखा शायरी, धोखा शायरी दो लाइन, विश्वास पर धोखा शायरी 2 line, पीठ पीछे धोखा शायरी, matlabi rishte dhoka shayari पोस्ट पसंद आया होगा. तो इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ WhatsApp, Facebook और Instagram पर जरूर  शेयर कर सकते हैं धन्यवाद | 

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