गुरुवार, 28 दिसंबर 2023

151 + Judai Shayari in Hindi | दर्द भरी जुदाई शायरी हिंदी में

Judai Shayari in Hindi: नमस्कार दोस्तों जब हम किसी से अलग हो जाते हैं तो हम अपना दुख-दर्द किसी को बता नहीं पाते हैं। शायरी उस समय अपना दुख साझाका सबसे अच्छा जरियाहै जिसके द्वारा हम अपना दर्द दूसरों को बता सकते हैं। आज के इस पोस्ट में आपके लिए जुदाई पर शायरी का बेस्ट Judai Shayari in Hindi Text, दर्दे मोहब्बत दर्दे जुदाई शायरी, judai shayari 2 line, बिछड़ने पर शायरी, दोस्ती जुदाई शायरी इन हिंदी, Shayari on Separation, Judai Shayari 2 Line in Hindi सर्वोत्तम संग्रह यहाँ उपलब्ध है। दोस्तों, जहां प्यार में मिलन होता है, वहीं बिछड़ना भी उतना ही दर्दनाक होता है। आज हमने यह शायरी उन जोड़ो के लिए लिखी है जो अपने प्यार में बिछड़ गए हैं

तो इसलिए दोस्तों आज हम आपके लिए जुदाई पर कुछ बेहतरीन शायरियां लेकर आए हैं। इसमें हमने आपके साथ दर्द भरी जुदाई पर शायरी, Judai Shayari in Hindi, Judai ki Shayari in Hindi, Love Judai Shayari in Hindi, Judai Sad Shayari in Hindi, Judai Shayari in Hindi Status साझा की है।

Judai Shayari in Hindi,
Judai ki Shayari in Hindi

Judai Shayari in Hindi

अगर मुझसे मोहब्बत नहीं तो रोते क्यों हो तन्हाई में मेरे बारे में सोचते क्यों हो 

अगर मंज़िल जुदाई है तो जाने दो मुझे लौट के कब आओगे पूछते क्यों हो 


दिल तो है जो सिर्फ तुझ पे ही  मरे जा रहा है

तेरी याद में तेरी तस्बीह किये जा रहा है अब

तो ये जुदाई का गम हम से सहा नहीं जा रहा है

और एक तू है जो दूर रह कर हमें तड़पाये जा रहा है


तेरी जुदाई भी हमें प्यार करती है तेरी याद बहुत बेकरार करती है

वह दिन जो तेरे साथ गुज़ारे थे नज़रें तलाश उनको बार-बार करती है 


जब कभी मेरे दिल को वो रिहाई देगा मेरे अंदर कोई तूफ़ान सुनाई देगा

उस से मिलते ही यह एहसास हुआ था मुझको यही शख्स लम्बी जुदाई देगा


हमें मालूम है दो दिल जुदाई सह नहीं सकते

मगर रस्मे वफ़ा ये है कि ये भी कह नहीं सकते

जरा कुछ देर तुम उन साहिलों कि चीख सुन भर लो

जो लहरों में तो डूबे हैं मगर संग बह नहीं सकत


हर एक बात पर वक़्त का तकाजा हुआ

हर एक याद पर दिल का दर्द ताजा हुआ

सुना करते थे गजलों में जुदाई की बातें

खुद पे बीती तो हकीकत का अंदाजा हुआ 


सब के होते हुए भी तन्हाई मिलती है यादों में भी गम की परछाई मिलती है

जितनी भी दुआ करते हैं किसी को पाने की उतनी ही ज्यादा जुदाई मिलती है 


तेरे  न होने से ज़िन्दगी में बस इतने 

से काम रहते है मैं चाहे लाख 

मुस्कुराओ इन आँखों में नाम हे रहते हैं 


आओ किसी रोज मुझे टूट के बिखरता देखो

मेरी रगों में ज़हर जुदाई का उतरता देखो

किस किस अदा से तुझे मागा है खुदा से

आओ कभी मुझे सजदो में सिसकता देखो 


जिसकी फ़िक्र थी कभी मेरी मुझसे भी ज्यादा 

आज वही क्यों अजनबी सा बन गया है


हमने प्यार नहीं इश्क नहीं इबादत की है

रस्मों से रिवाजों से बगावत की है 

माँगा था हमने जिसे अपनी दुआओं में

उसी ने मुझसे जुदा होने की चाहत की है

दर्दे मोहब्बत दर्दे जुदाई शायरी

तू क्या जाने क्या है तन्हाई

इस टूटे दिल से पूछो क्या है जुदाई

बेवफाई का इलजाम न दे ज़ालिम इस वक़्त

से पूछो किस वक़्त तेरे याद न आई 


आओ किसी शब मुझे टूट के बिखरता देखो

मेरी रगों में ज़हर जुदाई का उतरता देखो

किस किस अदा से तुझे माँगा है खुदा से

आओ कभी मुझे सजदों में सिसकता देखो


दिल को मेरे ये एहसास भी नहीं है

कि अब मेरा मेरा यार मेरे पास नहीं है

उसकी जुदाई ने वो ज़ख्म दिया हमें

जिंदा भी न रहे और लाश भी नहीं है 


कल तक हमसे बात किये बिना जिसे नींद तक नहीं आती थी

आज हमसे बात करने का वक्त नहीं उसके पास 


हर एक बात पर वक़्त का तकाजा हुआ 

हर एक याद पर दिल का दर्द ताजा हुआ 

सुना करते थे ग़ज़लों में जुदाई की बातें

खुद पे बीती तो हकीकत का अंदाजा हुआ 


मजबूरी में जब कोई किसी से जुदा होता है

ये तो ज़रूरी नहीं कि वो बेवफ़ा होता है

देकर वो आपकी आँखों में जुदाई के आँसू

तन्हाई में वो आपसे भी ज्यादा रोता है 


अब तो बस उनकी तस्वीरे हमारी ज़िन्दगी का सहारा है

जब जब कही नाम सुनते हैं उनका मत पूछो कैसे वो पल हमने गुज़ारा है 


तेरी हर अदा मोहब्बत सी लगती है एक पल की जुदाई मुद्दत सी लगती है

पहले नही सोचा था अब सोचने लगे है हम जिंदगी के हर लम्हों में तेरी ज़रूरत सी  लगती है


कलम चलती है तो दिल की आवाज लिखता हूँ

गम और जुदाई के अंदाज़-ए-बयां लिखता हूँ 

रुकते नहीं हैं मेरी आँखों से आंसू

मैं जब भी उसकी याद में अल्फाज़ लिखता हूँ


हो जुदाई का सबब कुछ भी मगर हम उसे अपनी खता कहते हैं

वो तो साँसों में बसी है मेरे जाने क्यों लोग मुझसे जुदा कहते हैं


कैसे मिलेंगे हमें चाहने वाले बताइये दुनिया खड़ी है राह में दीवार की तरह

वो बेवफ़ाई करके भी शर्मिंदा ना हुए सजाएं मिली हमें गुनहगार की तरह


हमने प्यार नहीं इश्क नहीं इबादत की है 

रस्मों से रिवाजों से बगावत की है 

माँगा था हमने जिसे अपनी दुआओं में

उसी ने मुझसे जुदा होने की चाहत की है


कोई वादा नहीं फिर भी इंतज़ार है

जुदाई के बावजूद भी हमें तुझसे प्यार है

तेरे चेहरे की उदासी दे रही है गवाही

मुझसे बिछड़ कर तू भी बेकरार है


हर मुलाक़ात पर वक़्त का तकाज़ा हुआ

हर याद पर दिल का दर्द ताज़ा हुआ

सुनी थी सिर्फ लोगों से जुदाई की बातें

खुद पर बीती तो हक़ीक़त का अंदाज़ा हुआ


वफ़ा की ज़ंज़ीर से डर लगता है कुछ अपनी तक़दीर से डर लगता है

जो मुझे तुझसे जुदा करती है हाथ की उस लकीर से डर लगता है


मजबूरी में जब कोई किसी से जुदा होता है 

ये तो ज़रूरी नहीं कि वो बेवफ़ा होता है 

देकर वो आपकी आँखों में जुदाई के आँसू

तन्हाई में वो आपसे भी ज्यादा रोता है


तू क्या जाने क्या है तन्हाई इस टूटे दिल से पूछो क्या है जुदाई 

बेवफाई का इलज़ाम न दे ज़ालिम इस वक़्त से पूछो किस वक़्त तेरे याद न  आई


बड़ी मुश्किल से बना हूँ टूट जाने के बाद मैं आज भी रो देता हूँ मुस्कुराने के बाद तुझसे 

मोहब्बत थी मुझे बेइंतेहा लेकिन अक्सर ये महसूस हुआ तेरे जाने के बाद 


याद में तेरी आहें भरता है कोई हर सांस के साथ तुझे याद करता है कोई

मौत सच्चाई है एक रोज आनी है लेकिन तेरी जुदाई में हर रोज़ मरता है कोई 

 Judai ki Shayari in Hindi

उनकी तस्वीर को सीने से लगा लेते है इस तरह जुदाई का गम उठा लेते है

किसी तरह ज़िक्र हो जाए उनका तो हंस कर भीगी पलके झुका लेते है.


दिल को मेरे ये एहसास भी नहीं है कि अब मेरा मेरा यार मेरे पास नहीं है

उसकी जुदाई ने वो ज़ख्म दिया हमें जिंदा भी न रहे और लाश भी नहीं है


वफ़ा का दरिया कभी रुकता नहीं इश्क़ में प्रेमी कभी झुका नहीं ख़ामोशी 

हैं हम किसी की ख़ुशी के लिए न सोचो की हमारा दिल दुखता नहीं


उनकी तस्वीर को सीने से लगा लेते है इस तरह जुदाई का गम उठा लेते है

किसी तरह ज़िक्र हो जाए उनका तो हंस कर भीगी पलके झुका लेते है 


उनके ख्यालों ने कभी हमें खोने नहीं दिया

जुदाई के दर्द ने हमें खामोश होने नहीं दिया

आँखे तो आज भी उनके इंतज़ार में रोती हैं

मगर उनकी मुस्कुराहट ने हमें रोने नहीं दिया


मत चाहो किसी को इतना के बाढ़ में रोना पड़े क्यों के 

दुनिया दिल से नहीं ज़रुरत से प्यार करती है


अकेला महसूस करो जब तन्हाई में याद मेरी आये जब जुदाई में

मैं तुम्हारे पास हूँ हर पल जब चाहे देख लेना अपनी परछाई में


दिल तो कहता है कि छोड जाऊँ ये दुनिया हमेशा के लिए फिर ख्याल 

आता है कि वो नफरत किस से करेगा मेरे जाने बाद 


हर मुलाक़ात पर वक़्त का तकाज़ा हुआ हर याद पर दिल का दर्द ताज़ा हुआ

सुनी थी सिर्फ लोगों से जुदाई की बातें खुद पर बीती तो हक़ीक़त का अंदाज़ा हुआ


उनके सीनो में कभी झांक कर तो देखो तो सही कितना 

रोते हैं तन्हाई मैं औरों को हंसाने वाले  


सब के होते हुए भी तन्हाई मिलती है

यादों में भी गम की परछाई मिलती है

जितनी भी दुआ करते हैं किसी को पाने की

उतनी ही ज्यादा जुदाई मिलती है


अब के हम बिछड़े तो शायद कभी ख़्वाबों में मिलें 

जिस तरह सूखे हुए फूल किताबों में मिलें 

New Judai Shayari 2 Line

मुदत बाद मिले तो मेरा नाम पूंछ लिया उसने बिछड़ते वक़्त 

जिसने कहा था की तुम याद बहुत आओगे


तू क्या जाने क्या है तन्हाई इस टूटे हुए दिल से पूछ क्या है जुदाई

बेवफाई का इल्ज़ाम न दे ज़ालिम इस वक़्त से पूछ किस वक़्त तेरी याद नहीं आती


तेरे जाने के बाद सनम मेरे सोचता हूँ के कैसे जिऊंगा मैं

तुझसे प्यार किया है इसी लिए वादा ये जुदाई का ज़हर भी पिऊंगा मैं


आपकी आहट दिल को बेकरार करती है

नज़र तलाश आपको बार-बार करती है

गिला नहीं जो हम हैं इतने दूर आपसे

हमारी तो जुदाई भी आपसे प्यार करती है


मोहब्बत भी अजीब चीज़ बनाई तूने तेरी ही मस्ज़िद मे तेरे ही मंदिर मे

तेरे ही बंदे तेरे ही सामने रोते हे पर तुजे नही, किसी ओर को पाने के लिए


बेवफा वक़्त था तुम थे या मुकद्दर था मेरा

बात इतनी ही है कि अंजाम जुदाई निकला


हमने प्यार नहीं इश्क नहीं इबादत की है रस्मों से रिवाजों से बगावत की है

माँगा था हमने जिसे अपनी दुआओं में उसी ने मुझसे जुदा होने की चाहत की है


सब के होते हुए भी तन्हाई मिलती है

यादों में भी गम की परछाई मिलती है

जितनी भी दुआ करते हैं किसी को पाने की

उतनी ही ज्यादा जुदाई मिलती है


उसकी जुदाई में आज यादें तड़पाती हैं

याद में उसकी अब तो रातें गुजर जाती हैं

कभी नींद नहीं आती है आँखों में

तो कभी नींद से आँखें ही मुकर जाती हैं


जब वादा किया है तो निभाएंगे

सूरज किरण बन कर छत पर आएंगे

हम हैं तो जुदाई का ग़म कैसा

तेरी हर सुबह को फूलों से सजाएंगे 


उसे हम छोड़ दे लेकिन बस एक छोटी सी उलझन है

सुना है दिल से धड़कन की जुदाई सिर्फ मौत होती है


इन दूरियों को जुदाई मत कहना

इन खामोशियों को रुसवाई मत कहना 

हर मोड़ पर याद करेंगे आपको

ज़िन्दगी में साथ नहीं दिया तो बेवफाई मत कहना

बिछड़ने पर शायरी

जिस दिन से जुड़ा वह हमसे हुए इस दिल ने धड़कना छोड़ दया

है चाँद का मुंह भी उतरा उतरा तारो ने चमकना छोड़ दिया


जो नजर से गुजर जाया करते हैं वो सितारे अक्सर टूट जाया करते हैं

कुछ लोग दर्द को बयां नहीं होने देते बस चुपचाप बिखर जाया करते हैं


वफ़ा की ज़ंज़ीर से डर लगता है

कुछ अपनी तक़दीर से डर लगता है

जो मुझे तुझसे जुदा करती है

हाथ की उस लकीर से डर लगता है


वो जिस्म और जान जुदा हो गए आज

वो मेहेंदी के रंग में खो गए आज

हमने चाहा जिन्हें सिद्दत से

वो उम्र भर को किसी और के हो गए आज


हमने प्यार नहीं इश्क नहीं इबादत की है

रस्मों से रिवाजों से बगावत की है

माँगा था हमने जिसे अपनी दुआओं में

उसी ने मुझसे जुदा होने की चाहत की है

 

आओ किसी शब मुझे टूट के बिखरता देखो

मेरी रगों में ज़हर जुदाई का उतरता देखो

किस किस अदा से तुझे माँगा है खुदा से

आओ कभी मुझे सजदों में सिसकता देखो


जिंदगी मोहताज नहीं मंज़िलों की वक्त हर मंजिल दिखा देता है

मरता नहीं कोई किसी की जुदाई में वक्त सबको जीना सिखा देता है 


जुदा तो बहुत सारे लोग हुए हमसे लेकिन तुम्हारी 

जुदाई ने हमे तन्हा महसूस करा गए


इंसान कहाँ मरता है औरों का मारा हुआ

इंसान को खुद उसकी तन्हाई मार देती है

यूँ तो जी भी सकता है यह यार की जुदाई में

मगर इसको तो यहाँ जग हँसाई मार देती है


तुझे चाहा तो बहुत इजहार न कर सके

कट गई उम्र किसी से प्यार न कर सके

तूने माँगा भी तो अपनी जुदाई माँगी

और हम थे कि तुझे इंकार न कर सके


हर मुलाक़ात पर वक़्त का तकाज़ा हुआ

हर याद पर दिल का दर्द ताज़ा हुआ

सुनी थी सिर्फ लोगों से जुदाई की बातें

खुद पर बीती तो हक़ीक़त का अंदाज़ा हुआ


तेरे जाने के बाद सनम सोचता हूँ की कैसे जिऊंगा मैं

तुझसे किया है इसी लिए वादा ये जुदाई का ज़हर भी पिऊंगा मैं 

दोस्ती जुदाई शायरी इन हिंदी

ये तो ज़रूरी नहीं कि वो बेवफ़ा होता है

मजबूरी में जब कोई किसी से जुदा होता है

देकर वो आपकी आँखों में जुदाई के आँसू

तन्हाई में वो आपसे भी ज्यादा रोता है


याद में तेरी आहें भरता है कोई

हर सांस के साथ तुझे याद करता है कोई

मौत तो सच्चाई है आनी ही है एक दिन

लेकिन तेरी जुदाई में हर रोज मरता है कोई


तेरे जाने के बाद सनम मेरे हूँ के कैसे जिऊंगा मैं

तुझसे किया है इसी लिए वादा ये जुदाई का ज़हर भी पिऊंगा मैं


उसे हम छोड़ दे लेकिन बस एक छोटी सी उलझन है

सुना है दिल से धड़कन की जुदाई सिर्फ मौत होती है 


मेरी हर बात से अब इग्नोर करने लगा है वो

जुदाई का लगता है मन बना चुका है वो


जुदाई सहने का अंदाज कोई मुझसे सीखे रोते है

मगर आँखो मे आँसूं नही होते


हर एक बात पर वक़्त का तकाजा हुआ

हर एक याद पर दिल का दर्द ताजा हुआ

सुना करते थे ग़ज़लों में जुदाई की बातें

खुद पे बीती तो हकीकत का अंदाजा हुआ


मुस्कुराने कि आदत भी कितनी महेगी पड़ी हमे छोड़ गया 

वो ये सोच कर कि हम जुदाई मे खुश है


वो जिस्म और जान जुदा हो गए आज

वो मेहेंदी के रंग में खो गए आज

हमने चाहा जिन्हें सिद्दत से

वो उम्र भर को किसी और के हो गए आज


याद में तेरी कैसे दिन गुजरते हैं पूछो न हमसे आलम वो जुदाई का

कांटो की तरह चुभता रहा वो लम्हा रो-रोकर गुजरता है रास्ता हर तन्हाई का


आप को पा कर अब खोना नहीं चाहते

इतना खुश हैं कि अब रोना नहीं चाहते

ये आलम है हमारा आप की जुदाई में

आँखों में नींद है और सोना नहीं चाहते

 Love Judai Shayari in Hindi

उसकी जुदाई को लफ़्ज़ों मे कैसे बयान करे वो रहती

दिल ​में धडकती दर्द मे ​और बहती अश्क में


ज़माना बन जाए कागज़ का और समंदर हो जाए स्याही

का फिर भी कलम लिख नही सकती दर्द तेरी जुदाई का 


याद में तेरी कैसे दिन गुजरते है पूछो न हमसे आलम वो जुदाई का

कांटो की तरह चुभता रहा वो लम्हा रो-रोकर गुजरता है रास्ता हर तन्हाई का 


दिल से हमें पुकारा ना करो यूँ आँखों से इशारा ना करो

तुमसे दूर हैं मजबूरी है हमारी तन्हाई में हमें यूँ तड़पाया ना करो


तेरे होते हुए भी तन्हाई मिली है वफ़ा करके भी देखो बेवफाई मिली है

जितनी दुआ की तुम्हें पाने की मैंने उससे ज्यादा तेरी जुदाई मिली है


टूटने का अहसास उन गुलाबों से पूछो जो खुद टूट कर दो 

दिल को मिला देता है ओर खुद बिखर जाता है


हो जुदाई का सबब कुछ भी मगर

उसे हम अपनी खता कहते हैं

वो तो साँसों में बसी है मेरे

जाने क्यों लोग मुझसे जुदा कहते है


मुस्कुराने कि आदत भी कितनी महेंगी पड़ी हमे

छोड़ गया वो ये सोच कर कि हम जुदाई में खुश हैं


जब वादा किया है तो निभाएंगे सूरज बन कर छत पर आएंगे

हम हैं तो जुदाई का ग़म कैसा तेरी हर सुबह को फूलों से सजाएंगे 


हमें ये मोहब्बत किस मोड़ पे ले आई दिल में दर्द है और ज़माने में रुसवाई 

कटता है हर एक पल सौ बरस के बराबर अब मार ही डालेगी मुझे तेरी जुदाई


जुदाई तुझसे इश्क में सही नहीं जाती

जो दिल में बात है वो लबों से कही नही जाती


जिस दिन से जुदा वह हमसे हुए इस दिल ने धड़कना छोड़ दिया

है चाँद का मुंह भी उतरा उतरा तारो ने चमकना छोड़ दिया  

 

हो जुदाई का सबब कुछ भी मगर हम उसे अपनी खता कहते हैं

वो तो सांसों में बसी है मेरे जाने क्यों लोग मुझसे जुदा कहते हैं

Shayari on Separation for Girlfriend

हमने प्यार नहीं इश्क नहीं इबादत की है

रस्मो से रिवाजो से बगावत की है 

मांगा था हमने जिसे अपनी दुआओं में

उसी ने मुझसे जुदा होने की चाहत की है


किसी को मोहब्बत में जुदाई न मिले

और जो पोस्ट को शेयर ना करे

उसे कड़कड़ाती ठंड में रजाई ना मिले

Judai Shayari in Hindi 


उसकी जुदाई में आज यादें तड़पाती हैं

याद में उसकी अब तो रातें गुजर जाती हैं

कभी नींद नहीं आती है आंखों मे 

तो कभी नींद से आंखें ही मुकर जाती हैं


बड़ी मुश्किल से बना हूं टूट जाने के बाद मैं

आज भी रो देता हूं मुस्कुराने के बाद

तुझसे मोहब्बत थी मुझे बेइंतेहा 

लेकिन अक्सर ये महसूस हुआ तेरे जाने के बाद


आपकी आहट दिल को बेकरार करती है

नज़र तलाश आपको बार-बार करती है

गिला नहीं जो हम है इतने दूर आपसे 

हमारी तो जुदाई भी आपसे प्यार करती है


सफर-ए-मोहब्बत अब खत्म ही समझिए साहब

उनके रवैये से अब जुदाई की महक आने लगी है


मुझ से बिछड़ के तू भी तो रोएगा उम्र भर 

ये सोच ले कि मैं भी तिरी ख़्वाहिशों में हूँ 

Judai Shayari in Hindi 


हर एक बात पर वक्त का तकाजा हुआ

हर एक याद पर दिल का दर्द ताजा हुआ

सुना करते थे गजलों में जुदाई की बातें

खुद पे बीती तो हकीकत का अंदाजा हुआ


उसे हम छोड़ दे लेकिन बस एक छोटी सी उलझन है 

सुना है दिल से धड़कन की जुदाई सिर्फ मौत होती है


जुदाई इश्क़ का दस्तूर क्यूं है हम नहीं समझे

मोहब्बत इस क़दर मजबूर क्यूं है हम नहीं समझे


काश थोड़ा और अधिकार दिया होता तुमने मुझे 

तो कबका तुम्हे अपना बना लिया होता


मुझे तन्हाई की आदत है मेरी बात छोड़ें 

ये लीजे आप का घर आ गया है हात छोड़ें 


जिंदगी मोहताज नहीं मंजिलों की वक्त हर मंजिल दिखा देता है

मरता नहीं कोई किसी की जुदाई में वक्त सबको जीना सिखा देता है


हमने प्यार नहीं इश्क नहीं इबादत की है 

रस्मों से रिवाजों से बगावत की है

मांगा था हमने जिसे अपनी दुआओं में

उसी ने मुझसे जुदा होने की चाहत की है

Judai Shayari in Hindi 

Judai Sad Shayari in Hindi

तुम क्या जानो अपने आप से कितना मैं शर्मिंदा हूँ 

छूट गया है साथ तुम्हारा और अभी तक ज़िंदा हूँ 

 

वफा की जंजीर से डर लगता है कुछ अपनी तकदीर से डर लगता है

जो मुझे तुझसे जुदा करती है हाथ की उस लकीर से डर लगता है


तमन्ना इश्क तो हम भी रखते हैं हम ही किसी के दिल में धड़कते हैं

मिलना चाहते तो बहुत हैं हम आपसे पर मिलने के बाद जुदाई से डरते हैं


तेरी जुदाई भी हमें प्यार करती है तेरी याद बहुत बेकरार करती है

वह दिन जो तेरे साथ गुज़ारे थे नज़रे तलाश उनको बार-बार करती हैं

Judai Shayari in Hindi 


हर मुलाक़ात पर वक़्त का तकाज़ा हुआ

हर याद पर दिल का दर्द ताज़ा हुआ 

सुनी थी सिर्फ लोगों से जुदाई की बातें

खुद पर बीती तो हक़ीक़त का अंदाज़ा हुआ


चलने का हौसला नहीं रुकना मुहाल कर दिया 

इश्क़ के इस सफ़र ने तो मुझ को निढाल कर दिया 


दिल बिखरने से डर लगता हैं

कुछ अपनी किस्मत से डर लगता हैं

जो मुझे तुझसे दूर करती हैं

मुझे हाथो की उस रेखा से डर लगता हैं

Judai Shayari in Hindi 


उसकी जुदाई में आज यादें तड़पाती हैं

याद में उसकी अब तो रातें गुजर जाती हैं

कभी नींद नहीं आती है आंखों में 

तो कभी नींद से आंखें ही मुकर जाती हैं


किसी के तुम हो किसी का ख़ुदा है दुनिया में 

मिरे नसीब में तुम भी नहीं ख़ुदा भी नहीं 


सब के होते हुए भी तन्हाई मिलती है

यादों में भी गम की परछाई मिलती है

जितनी भी दुआ करते हैं किसी को पाने की

उतनी ही ज्यादा जुदाई मिलती है


हो जुदाई का सबब कुछ भी मगर हम उसे अपनी खता कहते हैं

वो तो सांसों में बसी है मेरे जाने क्यों लोग मुझसे जुदा कहते हैं


दिल को मेरे ये एहसास भी नहीं है कि अब मेरा यार मेरे पास नहीं है

उसकी जुदाई ने वो ज़ख्म दिया हमें जिंदा भी न रहे और लाश भी नहीं है

Judai Shayari in Hindi 


अपनी हालत का ख़ुद एहसास नहीं है मुझ को 

मैं ने औरों से सुना है कि परेशान हूँ मैं 


तन्हाई ना पाए कोई साथ के बाद

जुदाई ना पाए कोई मुलाकात के बाद

ना पड़े किसी को किसी की आदात इतनी

कि हर सांस भी आए उसकी याद के बाद

Judai shayari in hindi with image

अकेला महसूस करो जब तन्हाई में याद मेरी आये जब जुदाई में

मैं तुम्हारे पास हूं हर पल जब चाहे देख लेना अपनी परछाई में  

 

रब किसी को किसी पर फ़िदा न करे

करे तो क़यामत तक जुदा न करे

ये माना की कोई मरता नहीं जुदाई में

लेकिन जी भी तो नहीं पाता तन्हाई में


हो जुदाई का सबब कुछ भी मगर हम उसे अपनी खता कहते हैं

वो तो साँसों में बसी है मेरे जाने क्यों लोग मुझसे जुदा कहते हैं

Judai Shayari in Hindi 


मेरी हंसी मेरे अश्क़ो को चकमा दे देती है

हर दिन इंतज़ार की थोड़ी और घडिया ले लेती है


सोचा था कि मिटाकर सारी निशानी तेरी

चैन से सो जायेंगे बंद आँखो ने अक्स देखा तेरा

तो बेचैन दिल ने पुकारा तुझको 


याद में तेरी आँहें भरता है कोई

हर सांस के साथ तुझे याद करता है कोई

मौत तो सचाई है आनी ही है

लेकिन तेरी जुदाई में हर रोज़ मरता है कोई


उनकी तस्वीर को सीने से लगा लेते है

इस तरह जुदाई का गम उठा लेते है

किसी तरह ज़िक्र हो जाए उनका

तो हंस कर भीगी पलके झुका लेते है

Judai Shayari in Hindi 


ना मेरी नीयत बुरी थी ना उसमें कोई बुराई थी 

सब मुक़द्दर का खेल था बस किस्मत में जुदाई थी


हमने प्यार नहीं इश्क नहीं इबादत की है 

रस्मों से रिवाजों से बगावत की है 

माँगा था हमने जिसे अपनी दुआओं में

उसी ने मुझसे जुदा होने की चाहत की है


आओ किसी शब मुझे टूट के बिखरता देखो

मेरी रगों में ज़हर जुदाई का उतरता देखो

किस किस अदा से तुझे माँगा है खुदा से 

आओ कभी मुझे सजदों में सिसकता देखो


हर मुलाक़ात पर वक़्त का तकाज़ा हुआ

हर याद पर दिल का दर्द ताज़ा हुआ 

सुनी थी सिर्फ लोगों से जुदाई की बातें

खुद पर बीती तो हक़ीक़त का अंदाज़ा हुआ 


इश्क का नाम जुदाई है गम ऐ जुदाई मिलती है प्यार करने के बाद

नाम बदनाम होता है जमाने में सिर्फ रुस्वाई मिलती है प्यार करने के बाद

Judai Shayari in Hindi 


ना ख्वाबो में रहो ना यादों में रहो

ना साँसों में रहो और ना ही एहसासो में रहो

Pyar Mein Judai Shayari 

जहर मोहब्बत का पी लिया अब गम जुदाई का उठा रहा हूँ मैं

सहकर सितम तेरी बेवफाई का आज तेरी दुनिया से जा रहा हूँ मैं


जिस दिन से जुदा वह हमसे हुए इस दिल ने धड़कना छोड़ दिया है

चाँद का मुंह भी उतरा उतरा ने चमकना छोड़ दिया

Judai Shayari in Hindi 


काश थोड़ा और अधिकार दिया होता तुमने मुझे

तो कबका तुम्हे अपना बना लिया होता


एक पे एक तोहफा मुफ्त था

जुदाईयोँ पे बेवफाई मिलेगी ये कहां मालूम था


कोई वादा नहीं फिर भी प्यार है

जुदाई के बावजूद भी तुझपे अधिकार है 

तेरे चेहरे की उदासी दे रही है गवाही

मुझसे मिलने को तू भी बेक़रार है


जब कभी मेरे दिल को वो रिहाई देगा 

मेरे अंदर कोई तूफ़ान सुनाई देगा

उस से मिलते ही यह एहसास हुआ था

मुझको यही शख्स लम्बी जुदाई देगा


काश यह जालिम जुदाई ना होती 

ऐ खुदा तूने यह चीज़ बनायी ना होती

ना हम उनसे मिलते ना प्यार होता

अपनी जिंदगी फिर परायी ना होती


हर मुलाक़ात पर वक्त का तकाज़ा हुआ

हर याद पर दिल का दर्द ताज़ा हुआ

सुनी थी सिर्फ लोगों से जुदाई की बातें

खुद पर बीती तो हकीकत का अंदाज़ा हुआ

Judai Shayari in Hindi 


सब के होते हुए भी तन्हाई मिलती है

यादों में भी गम की परछाई मिलती है

जितनी भी दुआ करते हैं किसी को पाने की

उतनी ही ज्यादा जुदाई मिलती है


सफर ए मोहब्बत अब खत्म ही

समझिए साहब उनके रवैये से

अब जुदाई की महक आने लगी है

 Judai Shayari in Hindi Status 

कभी ग़म तो कभी तन्हाई मार गयी

कभी याद आकर उनकी जुदाई मार गयी

बहुत टूट कर चाहा जिसको हमने

आखिर में उसकी बेवफाई मार गयी 


उसकी जुदाई को लफ़्ज़ों में कैसे बयान करे वो रहती

दिल में धड़कती दर्द में और बहती अश्क में

Judai Shayari in Hindi 


हम ने माँगा था साथ उनका वो जुदाई का गम दे गए

हम यादो के सहारे जी लेते वो भुल जाने की कसम दे गए


ज़माना बन जाए कागज़ का और समंदर हो जाए स्याही का

फिर भी कलम लिख नहीं सकती दर्द तेरी जुदाई का


मजबूरी में जब कोई किसी से जुदा होता है ये तो ज़रूरी नहीं कि वो बेवफ़ा होता है

देकर वो आपकी आँखों में जुदाई के आँसू तन्हाई में वो आपसे भी ज्यादा रोता है


याद में तेरी आहें भरता है कोई हर सांस के साथ तुझे याद करता है 

कोई मौत सच्चाई है एक रोज आनी है लेकिन तेरी जुदाई में हर रोज़ मरता है कोई


उसको चाहा पर इज़हार करना नहीं आया कट गई उम्र हमें प्यार करना नहीं आया

उसने कुछ माँगा भी तो मांगी जुदाई और हमें इंकार करना नहीं आया

 

लम्हे जुदाई को बेकरार करते हैं हालत मेरी मुझे लाचार करती हैं

आँखे मेरी पढ़ लो कभी हम खुद कैसे कहे की आपसे प्यार करते हैं


दिल को मेरे ये एहसास भी नहीं है कि अब मेरा मेरा यार मेरे पास नहीं है

उसकी जुदाई ने वो ज़ख्म दिया हमें जिंदा भी न रहे और लाश भी नहीं है


जिन्दगी आप बिन ऊलझन सी लगती है एक पल की जुदाई मुदत सी लगती है 

पहले तो ऐहसास था पर अब यकीन है हर लम्हा आपकी जरूरत सी लगती है


हमें मालूम है दो दिल जुदाई सह नहीं सकते

मगर रस्मे-वफ़ा ये है कि ये भी कह नहीं सकते

जरा कुछ देर तुम उन साहिलों कि चीख सुन भर लो

जो लहरों में तो डूबे हैं, मगर संग बह नहीं सकते

जुदाई शायरी

हो जुदाई का शब़ब कुछ भी उसे हम अपनी ख़ता कहते हैं

वो तो ढली है "साहिल" के सांसो मे जाने क्यु लोग उसे मुझसे ज़ुदा कहते हैं


इश्क मुहब्बत तो सब करते हैं गम ऐ जुदाई से सब डरते हैं

हम तो न इश्क करते हैं न मुहब्बत 

हम तो बस आपकी एक मुस्कुराहट पाने के लिए तरसते हैं


जिंदगी मोहताज नहीं मंज़िलों की वक्त हर मंजिल दिखा देता है

मरता नहीं कोई किसी की जुदाई में वक्त सबको जीना सिखा देता है

Judai Shayari in Hindi 


हो जुदाई का सबब कुछ भी मगर हम उसे अपनी खता कहते हैं

वो तो साँसों में बसी है मेरे जाने क्यों लोग मुझसे जुदा कहते हैं


अगर मुझसे मोहब्बत नहीं तो रोते क्यों हो

तन्हाई में मेरे बारे में सोचते क्यों हो

अगर मंज़िल जुदाई है तो जाने दो मुझे

लौट के कब आओगे पूछते क्यों हो


जब वादा किया है तो निभाएंगे

सूरज किरण बन कर छत पर आएंगे

हम हैं तो जुदाई का ग़म कैसा

तेरी हर सुबह को फूलों से सजाएंगे


किसी को मोहब्बत में जुदाई न मिले

किसी को मोहब्बत में जुदाई न मिले

और जो पोस्ट को लाइक ना करे

उसे कड़कड़ाती ठंड में रजाई ना मिले

Judai Shayari in Hindi 


हमें मालूम है दो दिल जुदाई सह नहीं सकते 

मगर रस्मे-वफ़ा ये है कि ये भी कह नहीं सकते 

जरा कुछ देर तुम उन साहिलों कि चीख सुन भर लो 

जो लहरों में तो डूबे हैं मगर संग बह नहीं सकते


जब वादा किया है तो निभाएंगे

सूरज किरण बन कर छत पर आएंगे

हम हैं तो जुदाई का ग़म कैसा

तेरी हर सुबह को फूलों से सजाएंगे


उसे हम छोड़ दे लेकिन बस एक छोटी सी उलझन है

सुना है दिल से धड़कन की जुदाई सिर्फ मौत होती है


जुदाई मोहब्बत मे जरुरी है तभी तो पता चलता

है की कोन किस के बिना कब तक जुदा रह पाता है


तू क्या जाने क्या है तन्हाई

इस टूटे हुए दिल से पूछ क्या है जुदाई

बेवफाई का इल्ज़ाम न दे ज़ालिम

इस वक़्त से पूछ किस वक़्त तेरी याद नहीं आती

Judai Shayari in Hindi 


किसी को प्यार इतना देना कि हद न रहे

पर ऐतबार भी इतना रखना कि शक न रहे

वफ़ा इतनी करना कि बेवफाई न हो

और दुआ बस इतनी करना की जुदाई न हो


हो जुदाई का सबब कुछ भी मगर हम उसे अपनी खता कहते हैं

वो तो साँसों में बसी है मेरे जाने क्यों लोग मुझसे जुदा कहते हैं

Judai Shayari in Hindi 

Dard e Judai Shayari in Hindi

तन्हाई ना पाए कोई साथ के बाद

जुदाई ना पाए कोई मुलाकात के बाद

ना पड़े किसी को किसी की आदात इतनी

कि हर सांस भी आए उसकी याद के बाद


आपकी जुदाई भी हमें प्यार करती हैं 

आपकी याद बहुत बेकरार करती हैं 

जाते जाते कहीं भी मुलाकात हो जाये आप से

तलाश आपको ये नज़र बार बार करती हैं

Judai Shayari in Hindi 


तेरी जुदाई भी हमें प्यार करती है तेरी याद बहुत बेकरार करती है

वह दिन जो तेरे साथ गुज़ारे थे नज़रें तलाश उनको बार-बार करती हैं


किसी लिबास की ख़ुशबू जब उड़ के आती है बदन की जुदाई बहुत सताती है 

तेरे बगैर मुझे चैन कैसे पड़ता है  मेरे बगैर तुझे नींद कैसे आती है


तुझे चाहा तो बहुत इजहार न कर सके कट गई उम्र किसी से प्यार न कर सके

तूने माँगा भी तो अपनी जुदाई माँगी और हम थे कि तुझे इंकार न कर सके

Judai Shayari in Hindi 


उसको चाहा पर इज़हार करना नहीं आया कट गई उम्र हमें प्यार करना नहीं आया

उसने कुछ माँगा भी तो मांगी जुदाई और हमें इंकार करना नहीं आया


तेरी जुदाई भी हमें प्यार करती है तेरी याद बहुत बेकरार करती है

वह दिन जो तेरे साथ गुज़ारे थे नज़रें तलाश उनको बार-बार करती हैं


वफ़ा की ज़ंज़ीर से डर लगता है अपनी तक़दीर से डर लगता है

जो मुझे तुझसे जुदा करती है हाथ की उस लकीर से डर लगता है


सब के होते हुए भी तन्हाई मिलती है

यादों में भी गम की परछाई मिलती है

जितनी भी दुआ करते हैं किसी को पाने की

उतनी ही ज्यादा जुदाई मिलती है

Judai Shayari in Hindi 


आपकी आहट दिल को बेकरार करती है

नज़र तलाश आपको बार-बार करती है

गिला नहीं जो हम हैं इतने दूर आपसे

हमारी तो जुदाई भी आपसे प्यार करती है

 Judai Shayari in Hindi Text

आओ किसी शब मुझे टूट के बिखरता देखो

मेरी रगों में ज़हर जुदाई का उतरता देखो

किन किन अदाओं से तुम्हें माँगा है खुदा से

आओ कभी मुझे सजदों में सिसकता देखो


इन दूरियों को जुदाई मत कहना इन खामोशियों को रुसवाई मत कहना

हर मोड़ पर याद करेंगे आपको ज़िन्दगी में साथ नहीं दिया तो बेवफाई मत कहना


अकेला महसूस करो जब तन्हाई में याद मेरी आये जब जुदाई में

मैं तुम्हारे पास हूँ हर पल चाहे देख लेना अपनी परछाई में


हमें मालूम है दो दिल जुदाई सह नहीं सकते 

मगर रस्मे-वफ़ा ये है कि ये भी कह नहीं सकते 

जरा कुछ देर तुम उन साहिलों कि चीख सुन भर लो 

जो लहरों में तो डूबे हैं, मगर संग बह नहीं सकते


याद में तेरी आहें भरता है कोई

हर सांस के साथ तुझे याद करता है कोई

मौत तो ऐसी चीज़ है जिसको आना ही है

लेकिन तेरी जुदाई में हर रोज मरता है कोई


हर एक बात पर वक़्त का तकाजा हुआ

हर एक याद पर दिल का दर्द ताजा हुआ

सुना करते थे ग़ज़लों में जुदाई की बातें

खुद पे बीती तो हकीकत का अंदाजा हुआ

Judai Shayari in Hindi 

 

आप खुद नहीं जानते आप कितने प्यारे हो

जान हो हमारी पर जान से प्यारे हो

दुरियो के होने से कोई फर्क नहीं पड़ता

आप कल भी हमारे थे आज भी हमारे हो

Judai Shayari in Hindi 


दिल के सागर में लहरे उठाया ना करो

ख्वाब बनकर नींद चुराया ना करो 

बहुत चोट लगती हैं मेरे दिल को

तुम ख्वाबो में आकर यू तड़पाया ना करो


काटों सी चुभती हैं तन्हाई अंगारो सी सुलगती है तन्हाई

कोइ आकर हम दोनों को हँसा दे मैं रोता हू तो रोने लगती हैं तन्हाई


एक लफ्ज उनको सुनने के लिए कितने आल़्फा़ज लिखे हमने 

जमाने के लिए उनका मिलना ही मुकद्दर में ना था

वरना क्या कुछ नहीं किया उसको पाने के लिए

Judai Shayari 2 Line in Hindi

याद तुम रोज आते हो पर जिकर मैं करता नहीं 

ये प्यार हैं मेरा जो जुबा से निकलता नहीं

Judai Shayari in Hindi 


जो नजर से गुज़र जाया करते हैं

वो सितारे अक्सर टूट जाया करते हैं

कुछ लोग दर्द को बया नहीं होने देते

बस चुप चाप बिखर जाया करते हैं


ना तस्वीर हैं तुम्हारी जो दीदार किया जाए

ना तुम हो मेरे पास जो प्यार किया जाए

ये कौन सा दर्द दिया है तुमने ये सनम

ना कुछ कहाँ जाए ना तुम बिन रहा जाए 


मैने कुछ इस तरह से खुद को संभाला हैं

तुझे भुलाने को दुनियां का भरम पाला है

अब किसी से मुहब्बत मैं नहीं कर पाता

इसी साचें में एक बेवफ़ा ने मुझे ढाला हैं

Judai Shayari in Hindi 

 

सपनो में आने के लिए तेरा शुक्रिया 

दिल को धड़काने वाली तेरा शुक्रिया

कोन करता है आज जहाँ मे इतनी मुहब्बत

हमे अपनी ज़िन्दगी में सामिल करने वाली तेरा शुक्रिया


जुनून है मुझे सिर्फ तुझे ही पाना 

पर अब तो तुम सिर्फ

मेरी यादो में ही बसती हो जाना


कभी आँसू तो कभी मुस्कान आ जाती हैं 

जब तेरी याद मेरे दिल के मकान आ जाती हैं

ये इश्क़ हैं तेरा या दिल कि नादानी

हर लम्हा तेरी याद आ जाती हैं


तु याद करे या ना करे मेरी खुशी

हम तो तुम्हें याद करते रहते हैं

तुझे देखने को दिल तरसता हैं 

हम तो इंतजार करते रहते हैं

Judai Shayari in Hindi 


ना वो सपना देखो जो टुट जाये

ना वो हाथ थामो जो छुट जाए

मत आने दो किसी को करीब इतना

कि उसके दुर जाने से इंसान खुद से रुठ जाए


इश्क़ और दोस्ती मेरे दो जहान हैं

इश्क़-मेरी रूह तो दोस्ती मेरी ईमान हैं 

इश्क़ पर तो फिदा करदु अपनी पुरी ज़िन्दगी

पर दोस्ती पर मेरा इश्क़ भी कुर्बान हैं


अपने दिल की सुन अफवाहो में काम ना ले

मुझे याद रख बेशक नाम ना ले

तेरा वहम हैं कि हम भूल गये तुझे 

मेरी ऐसी कोई सांस नहीं जो तेरा नाम ना ले

Judai Shayari in Hindi 


आपकी आहट दिल को बेकरार करती है

नज़र तलाश आपको बार-बार करती है

गिला नहीं जो हम हैं इतने दूर आपसे

हमारी तो जुदाई भी आपसे प्यार करती है


जो मेरा था वो मेरा हो नहीं पाया 

आँखो में आँसू भरे थे पर मै रो नहीं पाया 

एक दिन उन्होने कहाँ कि हम मिलेगे ख्वाबो में 

पर मेरी बदकिस्मती तो देखिए उस रात मैं

खुशी के मारे सो नहीं पाया

Judai Shayari in Hindi 


यादो कि किमत वो क्या जाने जो खुद खादो को मिटा दिया करते हैं 

यादो का मतलब उनसे पुछो जो सिर्फ यादो के सहारे ही जिया करते हैं


किसी ना किसी पे किसी को एतवार हो जाता हैं 

अजनबी कोई शख्स यार हो जाता हैं खुबियो से नहीं होती 

मुहब्बत सदा कमियो से भी अक्सर प्यार हो जाता हैं


हम उम्मीदो कि दुनिया बसाते रहे 

वो भी पल पल हमे अजमाते रहे

जब मुहब्बत में मरने का वक्त आया

हम मर गए और वो मुस्कराते रहे

Judai Shayari in Hindi 


अंदाज ऐ प्यार तुम्हारी एक अदा

दुर हो हमसे तुम्हारी खता हैं

दिल में बसी हैं एक प्यारी सी तस्वीर तुम्हारी

जिसके नीचे जुदाई दर्द लिखा हैं

Contusions

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