बुधवार, 27 दिसंबर 2023

100 + Best Khafa Shayari in Hindi | खफा शायरी हिंदी में

Best Khafa Shayari in Hindi: दोस्तों हम जिससे प्यार करते हैं अगर वह हमसे खफा हो जाए तो कुछ भी अच्छा नहीं लगता। ऐसे में प्रेमी को न तो चांद अच्छी लगती है और न ही दिन की रोशनी। इस दुनिया में हर इंसान किसी न किसी से प्यार करता है और प्यार में रूठना मनाना लगा रहता है। अगर आप किसी से बहुत प्यार करते हैं और वह किसी वजह से खफा हो जाए तो बहुत दुख होता है इसे लिए खफा शायरी में पेश किया है.

दोस्तों आज की पोस्ट में हम आपके लिए लेकर आए हैं। खफा पर बेहतरीन शायरी, जिन्हें हम इस Khafa Shayari in Hindi, Khafa Par Shayari in Hindi, Naraz Shayari In Hindi, Dost Khafa Shayari in Hindi, खफा शायरी हिंदी में, मोहब्बत से खफा शायरी हिंदी में, Khafa Shayari 2 Line in Hindi में आपके साथ साझा कर रहे हैं।

Khafa Shayari in Hindi,
 Khafa Par Shayari in Hindi

Best Khafa Shayari in Hindi 

वो आए थे मेरा दुख दर्द बाँटने के लिए

मुझे खुश देखा तो खफा होकर चल दिये


हम जिंदगी में आपसे खफा हो नहीं सकते मोहब्बत के रिश्ते बेवफा हो नहीं सकते

आप भले ही याद किये बिना सो जाओ हम याद किये बिना सो नहीं सकते


तुम खफा हो गए तो कोई खुशी ना रहेगी तुम्हारे बिना चिरागों में रौशनी ना रहेगी

क्या कहें क्या गुजरेगी दिल पर जिंदा तो रहेंगी पर जिंदगी ना रहेगी


हर बार इल्जाम हम पर ही लगाना ठीक नहीं

वफ़ा खुद से नहीं होती खफा हम पर होते हो


आग दिल में लगी जब वो खफा हुए महसूस हुआ तब, जब वो जुदा हुए

कर के वफ़ा कुछ दे ना सके वो पर बहुत कुछ दे गये जब वो बेवफा हुए


ना मैं हूं बेवफा ना वो है बेवफा कुछ 

तकदीर खफा तो कुछ हालात है खफा


लोग कहते हैं कि तू अब भी ख़फ़ा है मुझसे

तेरी आँखों ने तो कुछ और कहा है मुझसे


जमाना अगर हम से रूठ भी जाये तो इस बात का हमें गम कोई ना होगा

मगर आप जो हमसे खफा हो गए तो हम पर इस से बड़ा सितम ना कोई होगा 


तुझसे नराज़ नहीं ज़िन्दगी बस खुद से खफा हैं

जी रहे हैं बिन तमन्ना शायद ये ही दर्द ए दिल की दवा हैं


सब कुछ है मेरे पास पर दिल की दवा नहीं दूर वो मुझसे हैं पर मैं खफा नहीं

मालूम है अब भी वो प्यार करते हैं मुझसे थोड़ा सा जिद्दी है मगर बेवफा नहीं। 


बहुत उदास है कोई तेरे जाने से हो सके तो लौट आ किसी बहाने से

तू लाख खफा सही, मगर एक बार तो देख कोई टूट गया है तेरे रूठ जाने से 


मोहब्बत ने इस मोड़ पर लाकर खड़ा कर दिया है की

आगे बढ़े तो सब खफा और पीछे हटे तो बेवफा

खफा शायरी हिंदी में

दिल से तेरी याद को जुदा तो नहीं किया रखा जो तुझे याद कुछ बुरा तो नहीं किया

हमसे तू नाराज है किस लिए बता जरा हमने कभी तुझे खफा तो नहीं किया


क्यों वो रूठे इस कदर के मनाया न गया दूर इतने हो गए के पास बुलाया न गया

दिल तो दिल था कोई समंदर का साहिल नहीं लिख दिया नाम वो फिर मिटाया न गया


कुछ इस तरह खूबसूरत रिश्ते टूट जाया करते हैं

दिल भर जाता है तो लोग खफा हो जाया करते हैं


कुछ इसलिए भी लोग अकसर खफा रहते है मुझसे

क्योंकि मेरे लब वही कहते है जो मेरे दिल में होता है


रूठ जाना तो मोहब्बत की अलामत है मगर

क्या खबर थी वो इतना खफा हो जाएगा 


क्यों वो रूठे इस कदर के मनाया ना गया दूर इतने हो गए के पास बुलाया ना गया

दिल तो दिल था कोई समंदर का साहिल नहीं लिख दिया नाम वो फिर मिटाया ना गया


नाराज क्यों हो हमसे किस बात पे हो रूठे अच्छा चलो ये माना तुम सच्चे हम झुठे

कब तक छुपाओगे तुम हमसे हो प्यार करते गुस्से का है बहाना दिल में हो हम पे मारते


तारें नज़र ना आये हमें चांद भी तो छिप गया था रात भर

ये असर मौसम का था या खफ़ा थे आप हम पर


दौड़ती भागती ज़िन्दगी में बस यही तोहफा है

खूब लुटाते रहे अपनापन फिर भी खफा है


बिख़र जाने दो अब यह जज़्बात सुधर जाने दो कुछ तो हालात

कब तक यूँ खफ़ा रहेंगे हम दोनों अब तो हो जाने दो कोई हसीन बात 


तुम खफा हो गए तो कोई खुशी न रहेगी तुम्हारे बिना चिरागों में रौशनी न रहेगी

क्या कहें क्या गुजरेगी दिल पर जिंदा तो रहेंगी पर ज़िन्दगी न रहेगी


खफा होने से पहले खता बता देना

रुलाने से पहले हँसना सिखा देना

अगर जाना हो कभी हम से दूर आप को 

तो पहले बिना सांस लिए जीना सिखा देना

Khafa Par Shayari in Hindi

तुम हसते हो मुझे हँसाने के लिए तुम रोते हो मुझे रुलाने के लिए

तुम एक बार खफा होकर तो देखो मर जायेंगे तुम्हें मानाने के लिए


करते है मोहब्बत और जताना भूल जाते है

पहले खफा होते हैं फिर मनना भूल जाते है

भूलना तो फितरत सी है ज़माने की 

लगाकर आग मोहब्बत की बुझाना भूल जाते है


रुठने का हक हैं तुझे पर वजह बताया कर

खफा होना गलत नहीं तू खता बताया 


जमाना अगर हम से रूठ भी जाये तो इस बात का हमें गम कोई न होगा

मगर आप जो हमसे खफा हो गए तो हम पर इस से बड़ा सितम न कोई होगा


बिछड़ के तुमसे ज़िन्दगी सज़ा लगती है ये सांस भी जैसे मुझसे ख़फ़ा लगती है 

अगर उम्मीद-ए-वफ़ा करूँ तो किससे करूँ मुझको तो मेरी ज़िंदगी भी बेवफा लगती है


यह रात भी मुझसे खफा हो गई तुम बदल चुके हो

यह कहकर मुझसे दूर हो गई


जाने क्या कमी है हम में या खुदा जाने क्यों सब हमसे खफा रहते हैं

हमने तो चाहा बनाना सबको अपना जाने क्यों सब हमसे जुदा रहते हैं


जो भी मिला वो हम से खफा मिला देखो हमे मोहब्बत का क्या सिला मिला

उम्र भर रही फ़क़त वफ़ा की तलाश हमे पर हर शख्स मुझ को ही क्यों बेवफा मिला 


काश कोई मिले इस तरह कि फिर जुदा ना हो

वो समझे मेरे मिज़ाज़ को और कभी खफा ना हो


दिल से तेरी याद को जुदा तो नहीं किया

रखा जो तुझे याद कुछ बुरा तो नहीं किया

हमसे तू नाराज है किस लिए बता जरा

हमने कभी तुझे खफा तो नहीं किया


नाराज क्यों हो हमसे किस बात पे हो रूठे

अच्छा चलो ये माना तुम सच्चे हम झुठे 

कब तक छुपाओगे तुम हमसे हो प्यार करते

गुस्से का है बहाना दिल में हो हम पे मारते


खफा भी रहते हो और वफ़ा भी करते हो

पाना भी नहीं चाहते हो खोने से भी डरते हो 

Dost Khafa Shayari in Hindi

थोड़ी थोड़ी ही सही मगर बातें तो किया करो

चुपचाप रहती हो तो खफा खफा सी लगती हो


हमारी किसी बात से खफा मत होना

नादानी से हमारी नाराज़ मत होना

पहली बार चाहा है हमने किसी को इतना 

चाह कर भी कभी हमसे दूर मत होना


तुम हसते हो मुझे हँसाने के लिए तुम रोते हो मुझे रुलाने के लिए

तुम एक बार खफा होकर तो देखो मर जायेंगे तुम्हें मानाने के लिए


हमने आपको रब माना यूं समझो जो था सब माना

मगर वो बेवजह खफा होते रहे यूं हमने वफा का चुकाया जुर्माना

 

इस अजनबी दुनिया में अकेला ख्वाब हूँ मैं सवालो से खफा छोटा सा जवाब हूँ मैं 

आँख से देखोगे तो खुश पाओगे दिल से पूछोगे तो दर्द का सैलाब हूँ मैं 


ना चाहना तुम कभी किसी को टूटकर 

वो एक दिन चला ही जाएगा तुमको लूट कर.


लब तो खामोश रहेंगे ये वादा है मेरा तुमसे 

अगर कह बैठें कुछ निगाहें तो खफा मत होना 


दिल से तेरी याद को जुदा तो नहीं किया

रखा जो तुझे याद कुछ बुरा तो नहीं किया

हमसे तू नाराज है किस लिए बता जरा

हमने कभी तुझे खफा तो नहीं किया 


तेरी दोस्ती एक नशा है तभी तो सारी दुनियां हमसे खफा है

ना करो हमसे इतनी दोस्ती कि दिल हमसे पूछे तेरी धड़कन कहाँ है 


दौड़ती भागती ज़िन्दगी में बस यही तोहफा है

खूब लुटाते रहे अपनापन फिर भी लोग खफा है 


तुम खफा हो गए तो कोई खुशी न रहेगी तुम्हारे बिना चिरागों में रौशनी न रहेगी

क्या कहें क्या गुजरेगी दिल पर जिंदा तो रहेंगे पर ज़िन्दगी न रहेगी 


रुठने का हक हैं तुझे पर वजह बताया कर

खफा होना गलत नहीं तू खता बताया कर 


मैंने गुजारनी है ज़िन्दगी तेरी बन्दिगी में

भले ही मुझसे मेरा खुदा खफा क्यों न हो 

मोहब्बत से खफा शायरी हिंदी में

तू जो मेरे साथ नहीं तो दिल की खुशियां टूट गयी है

खफ़ा हो शायद नसीब से मेरे इसीलिए तो मंज़िल रूठ गयी है 


या वो थे ख़फ़ा हम से या हम हैं ख़फ़ा उन से

कल उन का ज़माना था आज अपना ज़माना है 


खफा नहीं हूँ तुझसे ए जिंदगी बस जरा 

दिल लगा बैठा हूँ इन उदासियों से 


तेरी दोस्ती हम इस तरह निभाएँगे तुम रोज़ खफा होना हम रोज़ मनाएँगे

पर मान जाना मनाने से वरना यह भीगी पलकें ले के हम कहा जाएँगे 


कोई ग़ज़ल सुना कर क्या करना यूँ बात बढ़ाकर क्या करना

तुम मेरे थे तुम मेरे हो दुनिया को बताकर क्या करना 


ढूंढ़ रही है वो मुझसे ख़फ़ा होने का तरीका सोचता हूँ 

थप्पड़ मारकर उसकी मुश्क़िल आसान कर दूँ 


कुछ इसलिए भी लोग अकसर खफा रहते है मुझसे

क्योंकि मेरे लब वही कहते है जो मेरे दिल में होता है 


अंदाज-ऐ-खफा भी तेरी एक अदा है

तुमसे दूर होना भी हमारी एक सजा 


तारें नज़र ना आये हमें चांद भी तो छिप गया था रात भर

ये असर मौसम का था या खफ़ा थे आप हम पर

 

 करते है मोहब्बत और जताना भूल जाते है

पहले खफा होते हैं फिर मनना भूल जाते है

भूलना तो फितरत सी है ज़माने की

लगाकर आग मोहब्बत की बुझाना भूल जाते है 


रूठ जाना तो मोहब्बत की अलामत है मगर 

क्या खबर थी मुझ से वो इतना खफा हो जाएगा 


नाराज क्यों हो हमसे किस बात पे हो रूठे

अच्छा चलो ये माना तुम सच्चे हम झुठे

कब तक छुपाओगे तुम हमसे हो प्यार करते

गुस्से का है बहाना दिल में हो हम पे मारते 


मुझे न सताओ इतना कि मैं खफा हो जाऊं तुमसे

मुझे अच्छा नहीं लगता अपनी सासों से जुदा होना 


जाने क्या कमी है हम में या खुदा जाने क्यों सब हमसे खफा रहते हैं

हमने तो चाहा बनाना सबको अपना जाने क्यों सब हमसे जुदा रहते हैं 

खफा शायरी हिंदी में

एक हसरत है उन्हे मानने की वो इतने 

अच्छे हैं कि कभी खफा ही नही होते 


खफा हो जाती जिंदगी अगर साथ छोड़ देती

खफा हो जाती मेरी मोहब्बत अगर प्यार छोड़ देती


इस मतलब की दुनियादारी का बस यही नजराना है हुजूर खूब

लुटाया अपनापन जाने क्यो लोग फिर से खफा है


ये लाजमी था की तू मुझसे खफा हो जाए

पर मेरी नासमझी पर तू यूं अश्कों को ना बहाए 


जमाना अगर हम से रूठ भी जाये तो

इस बात का हमें गम कोई न होगा

मगर आप जो हमसे खफा हो गए तो

हम पर इस से बड़ा सितम न कोई होगा 


नज़र में ज़ख्मे तबस्सुम छुपा छुपा के मिला

खफा तो था वो मगर मुझ से मुस्कुरा के मिला 


थोड़ी थोड़ी ही सही मगर बातें तो किया करो

चुपचाप रहती हो तो खफा खफा सी लगती हो 


या वो थे ख़फ़ा हम से या हम हैं ख़फ़ा उन से

कल उन का ज़माना था आज अपना ज़माना है 


वो रुठे हमसे ऐसे की कुछ ख्वाब 

अधूरे रह गए कुछ आंसू आंखो से बह गए


ख़फ़ा हैं फिर भी आ कर छेड़ जाते हैं तसव्वुर में

हमारे हाल पर कुछ मेहरबानी अब भी होती है 


उसके होंठों पे कभी बददुआ नहीं होती

बस इक माँ है जो मुझसे कभी खफा नहीं होती 


जो भी मिला वो हम से खफा मिला देखो हमे मोहब्बत का क्या सिला मिला

उम्र भर रही फ़क़त वफ़ा की तलाश हमे पर हर शख्स मुझ को ही क्यों बेवफा मिला 


मैं जितनी खफा होती हूं तो उतना ही प्यार जताएं

ए मेरे हमराही तुझे मेरी उम्र लग जाए


चलो एक रस्म हम भी निभा लें आज से

जो खफा है हमसे उनको भी दुआ दे दें


परवाह नहीं अगर ये जमाना खफा रहे

बस इतनी सी दुआ है की आप मेहरबां रहे 


कमाल का शख्स था जिसने ज़िंदगी तबाह कर दी

राज़ की बात है दिल उससे खफा अब भी नहीं 


लगता है आज जिंदगी कुछ खफा है

चलिए छोड़िये कौन सी पहली दफा है 

 

इतना तो बता जाओ खफा होने से पहले

वो क्या करें जो तुम से खफा हो नहीं सकते 

 Khafa Shayari 2 Line in Hindi

दिल से तेरी याद को जुदा तो नहीं किया

रखा जो तुझे याद कुछ बुरा तो नहीं किया

हमसे तू नाराज है किस लिए बता जरा

हमने कभी तुझे खफा तो नही किया


वो ढूढ़ रहे थे मुझ को भूल जाने के तरीके

खफा हो कर उनकी मुश्किल आसान कर दी हमने 


जिन्दगी कुछ गुमशुदा-सी हैं लकीरें कुछ खफा-सी हैं

तलाश न जाने कब मुक्कमल होगी यूं ये चंद सांसें बेवजह-सी हैं 


कभी बोलना वो ख़फ़ा ख़फ़ा कभी बैठना वो जुदा-जुदा

वो ज़माना नाज़ ओ नियाज़ का तुम्हें याद हो कि न याद हो 


काश कोई मिले इस तरह के फिर जुद़ा ना हो

वो समझे मेरे मिज़ाज़ को औऱ कभी खफ़ा ना हो 


वो खफा है हम से की हम हर किसी को देख कर मुस्कुराते है

पर उस को कौन समझाए की हमे हर किसी मे वो ही नज़र आती है 


प्यार चाहत फ़िक्र मोहब्बत दोस्ती और वफ़ा

सब मैं ही सीखूं और तुम बस करती रहो बहाना ए खफा 


आजकल वो हमसे कुछ खफा से रहने लगे है

ना जाने ऐसी कौन सी बात है जो हमसे छुपाने लगे है.


तुम हसते हो मुझे हँसाने के लिए

तुम रोते हो मुझे रुलाने के लिए

तुम एक बार खफा होकर तो देखो

मर जायेंगे तुम्हें मानाने के लिए 


हर बार इल्जाम हम पर ही लगाना ठीक नहीं

वफ़ा खुद से नहीं होती और खफा हम पर होते हो 


बहाना कोई ना बनाओ तुम मुझसे खफा होने का

तुम्हें चाहने के अलावा कोई गुनाह नहीं है मेरा 


छोड़ देते है उनको तंग करना जब वो खफा खफा से हो

लेकिन जिसे अपना समझ लेते है तो दुर हम जाने नही देते 

 

चाँद का क्या कसूर अगर रात बेवफा निकली

कुछ पल ठहरी और फिर चल निकली

उन से क्या कहे वो तो सच्चे थे

शायद हमारी तकदीर ही हमसे खफा निकली

Khafa Shayari in Hindi 

Khafa Shayari in Hindi for Love

वादा करो तुम कभी ना होगी मुझ पर खफा

दुआ करता हूं मैं हरदम प्यार में हो हमारे इजाफा


मोहब्बत का नशा दिल पर छा रहा है

खफा होने का असर जैसे कम हो रहा है


जाने क्या कमी है हम में या खुदा जाने क्यों सब हमसे खफा रहते हैं

हमने तो चाहा बनाना सबको अपना जाने क्यों सब हमसे जुदा रहते हैं

Khafa Shayari in Hindi 


करते है मोहब्बत और जताना भूल जाते है 

पहले खफा होते हैं फिर मनना भूल जाते है

भूलना तो फितरत सी है ज़माने की 

लगाकर आग मोहब्बत की बुझाना भूल जाते है


वो खफा है मुझसे कोई जाये माना के लाये

और मुझसे लाखो दुआए पाए


तू जो मेरे साथ नहीं तो  दिल की खुशियां टूट गयी है

खफ़ा हो शायद नसीब से मेरे इसीलिए तो मंज़िल रूठ गयी है

Khafa Shayari in Hindi 


मुह माड़ लिया उन्होने हमे देख कर

लगता है खफा हैं अब मान भी जाओ

तुम दूर हो हमसे, इससे बड़ी क्या सजा है


ओ दिलबरा क्यों समझती प्यार मेरा एक तरफा

किसी दूसरे से नहीं बस तुमसे करता हूं मैं वफा


कोई ग़ज़ल सुना कर क्या करना यूँ बात बढ़ाकर क्या करना

तुम मेरे थे तुम मेरे हो दुनिया को बताकर क्या करना

तुम साथ निभाओ चाहत से कोई रस्म निभाकर क्या करना

तुम खफा ही अच्छे लगते हो फिर तुमको मनाकर क्या करना

Khafa Shayari in Hindi 


प्यार में शक की कोई जगह नहीं होती

और मेरे खफा होने के बाद सुलह नहीं होती


क्यों वो रूठे इस कदर के मनाया न गया

दूर इतने हो गए के पास बुलाया न गया

दिल तो दिल था कोई समंदर का साहिल नहीं

लिख दिया नाम वो फिर मिटाया न गया


आज फिर उसके चेहरे पर बारह बज गए

लगता है उसके पति उससे खफा हो गए


आग दिल में लगी जब वो खफ़ा हो गए

महसूस हुआ तब जब वो जुदा हो गए

करके वफ़ा कुछ दे ना सके वो हमें

पर बहुत कुछ दे गए जब बेवफ़ा हो गए

Khafa Shayari in Hindi 


मत हो खफा हमसे ए सनम

हम लड़ते है तुमसे झगड़ते है

पर प्यार तुम्ही से करते है

Khafa Shayari for Girlfriend

तारें नज़र ना आये हमें चांद भी तो छिप गया था रात भर

ये असर मौसम का था या खफ़ा थे आप हम पर


खफा हूं मैं तुमसे बहुत ज्यादा क्यों इतनी कड़वी बातें सुनाई

गलती हुई थी तो प्यार से कहते मेरी इतनी पिटाई क्यों करवाई

Khafa Shayari in Hindi 


तुम्हारी यादों में मैं ना सोता, ना जागता

जो तुम होती खफा तो मेरा दिल नहीं लगता


बिछड़ के तुमसे ज़िन्दगी सज़ा लगती है

ये सांस भी जैसे मुझसे ख़फ़ा लगती है

अगर उम्मीद-ए-वफ़ा करूँ तो किससे करूँ

मुझको तो मेरी ज़िंदगी भी बेवफा लगती है


करते है मोहब्बत और जताना भूल जाते है

पहले खफा होते हैं फिर मनना भूल जाते है

भूलना तो फितरत सी है ज़माने की

लगाकर आग मोहब्बत की बुझाना भूल जाते है

Khafa Shayari in Hindi


यू रोज रोज खफा खफा रहोगी तो प्यार कब करोगी

जो हम रूठ जायेंगे तो हाथ मलोगी


खफा होकर मुझ पर सितम तो ना करो तुम

भले मेरी सांसो से आज मुझे जुदा करो तुम


सब कुछ है मेरे पास पर दिल की दवा नहीं

दूर वो मुझसे हैं पर मैं खफा नहीं

मालूम है अब भी वो प्यार करते हैं मुझसे

वो थोड़ा सा जिद्दी है मगर बेवफा नहीं

Khafa Shayari in Hindi 


ताल्लुकात उनके खफा से आदतन होते रहता है

मनाते मनाते इश्क ए सागर ख़ाली होने जैसे लगता है


बेचैनी है दिल मे जब से खफा हुई तुम हमसे

मुस्किल हो रहा जीना अब मान भी जाओ ना अब मन रहे कब से


होती हो जब भी तुम खफा, मुझ पर

टूटता है जैसे पहाड़ दर्द का दिल पर

Khafa Shayari in Hindi 


जैसे रूह जुदा हो गयी ज़िन्दगी खफा हो गयी

जो साथ थे कभी वो जान अब सज़ा हो गयी

 

दिल तोड़ा मेरा कोई बात नहीं

गलती तुम्हारी नहीं मेरी थी

भरोसा मेने किया था तुमने नहीं


तुम हो खफा तो दिल में चुभन सी होती है

जैसे खुशियों के महल में आग लग जाती है

Naraz Shayari In Hindi

मत होना मेरी जान तुम मुझ पर खफा

मैं जरूर लाऊंगा तुम्हारे लिए तोहफा

Khafa Shayari in Hindi 


छोटी छोटी बातों से मेरा यार खफा होता है

कितनी भी कोशिश करूं ऐसा हर दफा होता


तबीयत कुछ नासाज सी है इन दिनों

बस दवाइयों से अपना पेट भर रहे है

गर वक्त ना दे पाऊं खफा न होना

हम खुद को भी वक्त कम दे रहे हैं


हमने आपको रब माना

यूं समझो जो था सब माना

मगर वो बेवजह खफा होते रहे

यूं हमने वफा का चुकाया जुर्माना

Khafa Shayari in Hindi 


आज फिर खफा हूं मैं तुमसे बिना बोले तुम चले जो गए

अब मनाने मत आना तुम मुझे क्योंकि दिन बहुत सारे बीत गए


नज़रे फेर लेते है वो हमसे जाने क्यो खता क्या हो गयी जो खफा है

पहले ता हम उनके आँखो में बसा करते थे आज नज़र के सामने भी नही आने देते


अब उनकी तारीफ़ें नहीं आती

शायद वो हमें पढ़ने नहीं आती

क्यों ख़फ़ा-ख़फ़ा सी है क़िस्मत

रूह रूह को मिलने नहीं आती


कोई ग़ज़ल सुना कर क्या करना यूं बात बड़ा कर क्या करना

तुम खफा भी अच्छे लगते हो फिर तुमको मना कर क्या करना


रूठे हो कब से अब मान भी जाओ ना ना जलाओ मेरे दिल को

आओ गले लग जाओ मेरी प्यास बुझाओ ना

Khafa Shayari in Hindi 


ना जाने क्यों वो मुझसे खफा हुई है

ना जाने क्या मेरे दिल से खता हुई है


इस अजनबी दुनिया में अकेला ख्वाब हूँ मैं

सवालो से खफा छोटा सा जवाब हूँ मै

आँख से देखोगे तो खुश पाओगे

दिल से पूछोगे तो दर्द का सैलाब हूँ मै


मत करो इस तरह जुल्म मेरी जान तुम मुझ पर

खफा हो गई अब तो मेरी धड़कन भी जैसे दिल पर

Khafa Shayari in Hindi 


इस दिल में आग सी लग गई जब वो खफा हुए

फर्क तो तब पड़ा जब वो जुदा हुए

हमे वो वफ़ा करके तो कुछ दे न सके

लेकिन दे गये वो बहुत कुछ जब वो वेबफा हुए


हक है तूझे हमस रूठने की

पर वजह तो बताया करो

यूँ ना हमसे बार बार मुह फूलाया करो

khafa Quotes, Status, Shayari In Hindi

वो ढूढ़ रहे थे मुझ को भूल जाने के तरीके

खफा हो कर उनकी मुश्किल आसान कर दी हमने

ढूंढ़ रही है वो मुझसे ख़फ़ा होने का तरीका

सोचता हूँ थप्पड़ मारकर उसकी मुश्क़िल आसान कर दूँ

Khafa Shayari in Hindi 


मेरा प्यार तुझसे खफा ही रहेगा

जब तक तू मेरा दिल दुखाता रहेगा


बता दो मेरा दिल तोड़ देने की वजह क्या है

तुम्हारे खफा होने की आखिर वजह क्या है


इन्तज़ार मैं करूंगी तुम बस एक सिला दो

खफा अगर मैं हो जाऊं तो न तुम्हें कोई गिला हो

हमारे बीच जीवन भर जो चलें ऐसा सिलसिला हो

दुआ है मेरी कि किस्मत में तुम्हें मुझ जैसा न कोई मिला हो

Khafa Shayari in Hindi 


कभी हमसे खफा न हो जाना

जानेमन बेवफा न हो जाना जो

याद आए मगर मिल न सके तू भी

कोई खुदा न हो जाना


कभी बोलना वो ख़फ़ा ख़फ़ा कभी बैठना वो जुदा जुदा

वो ज़माना नाज़ ओ नियाज़ का तुम्हें याद हो कि न याद हो


खफा हो कोई बात नहीं पर बात तो किया करो

प्यार से ना सही पर गुस्से से किया करो

अच्छा नहीं लगता बिलकुल चुप से रहते हो

लव यू ना सही पर आई हेट यू कहा करो

Khafa Shayari in Hindi 


खफा हो गई है ये ज़िन्दगी तुझसे जुदा होकर

थोड़ी और मोहल्लत मिल जाये तो मना लेंगे ज़िन्दगी को


उसकी खफा होने की बात मुझ पे इतना असर कर गई

मैं रात भर रोई लेकिन बेखबर को नींद आ गई


हमसे प्यार बहुत करती हो ये हम कैसे मान ले

क्योकि हमें याद ही कभी कभी करती हो

Khafa Shayari in Hindi 


करके मुस्तक़िल दोस्ती फिर वो खफ़ा हो गए

हौले से आये जिन्दगी में

और फिर अचानक दफा हो गऐ


चुप रहते है के कोई खफा न हो जाये

हमसे कोई रूसवा न हो जाये

बड़ी मुश्किल से कोई अपना बना है

डरते है की मिलने से पहले ही कोई जुदा न हो जाये


बिख़र जाने दो अब यह जज़्बात सुधर जाने दो कुछ तो हालात

कब तक यूँ खफ़ा रहेंगे हम दोनों अब तो हो जाने दो कोई हसीन बात


आरजू करता हूं हर दफा मैं तेरे प्यार की

खफा ना हो मर्जी कभी मेरे यार की

Pyar me Khafa Shayari 

मुझे लोगों से कोई ख़ास वफ़ा नहीं

जो था ही नहीं मेरा उसके जाने से मै खफा नहीं

Khafa Shayari in Hindi 


तुम ना हो खफा इसलिए ये इरादा करता हूं

वास्ता तोड़ दूंगा दुनिया से ये वादा करता हूं


जब से चली गई हो तुम मुझे छोड़ कर

लगता है रूठ गया मुझसे मेरा मुकद्दर


कोई अच्छा सा बहाना बनाना तुम मुझ से खफ़ा होने का

क्यूँकि तुझे चाहने के सिवा मैने अब तक कोई गुनाह नहीं किया है

Khafa Shayari in Hindi


आज कल चुप सा रहते हो कुछ कहते नहीं खफा हो क्या

चलो ठीक है अब ये बताओ मानोगी कैसे मेरे लिए कोई सजा है


दिल से तेरी याद को जुदा तो नहीं किया

रखा जो तुझे याद कुछ बुरा तो नहीं किया

हम से तू नाराज़ हैं किस लिये बता जरा

हमने कभी तुझे खफा तो नहीं किया


हर एक सांस बोझ सी लगती है

धड़कन की आवाज़ शोर सी लगती है

जब आप खफा से होते हो हमसे

ये ज़िन्दगी बड़ी बेजार सी लगती है

Khafa Shayari in Hindi 


ख्याल तेरे अल्फाज़ मेरे दिल तेरा है पास मेरे पडा़ है

धड़कन तेरी साँसें मेरी तकदीर तेरी पर मुझसे जुड़ी

फिर क्यूँ तू अबतक खफा खड़ा है


पता ना हो वजह जब यार के खफा होने की

शायद वो ही शुरुआत होती है बेवफा होने की

 

 तुझे मानाने के लिए मै तारे भी  तोड़ लाऊंगा

तेरा प्यार पाने के लिए मे खुदा से भी लड़ जाऊंगा

Khafa Shayari in Hindi 

 

खफ़ा होने की बात पर मैं उसे मनाऊं

दिल की प्यार भरी उसे सुनाऊं


खफा हूं मैं तो वो मनाने भी नहीं आए

मुंह मोड़कर मुझसे वो आराम से सो गए


तुम हसते हो मुझे हँसाने के लिए तुम रोते हो मुझे रुलाने के लिए

तुम एक बार खफा होकर तो देखो मर जायेंगे तुम्हें मानाने के लिए


कमाल का शख्स था जिसने ज़िंदगी तबाह कर दी

राज़ की बात है दिल उससे खफा अब भी नहीं

इश्क़ में तहज़ीब के हैं और ही कुछ फ़लसफ़े

तुझ से हो कर हम ख़फ़ा ख़ुद से ख़फ़ा रहने लगे

Khafa Shayari in Hindi 


आज कल चुप सा रहते हो कुछ कहते नहीं खफा हो क्या

चलो ठीक है अब ये बताओ मानोगी कैसे मेरे लिए कोई सजा है

Khafa Shayari in Hindi 


रूठा है मुझसे यार मेरा अब क्या होगा अंजाम

दिल मेरा उतर गया है सुनकर उसका पैग़ाम

Girlfriend Naraz Shayari

तमन्ना है मेरी वो ना हो मुझसे खफा

वरना जिंदगी हो जाएगी मुझसे जुदा


खफा खफा से रहते हो कोई बात है क्या

बताते नहीं कुछ भी मुझ से कोई राज है क्या


अब कभी ना होने दूंगा खफा तुम्हें जानम

तुम्हारे सामने खाता हूं मैं प्यार की कसम


कभी खफा मत होना हमसे पता नहीं जिंदगी कब तक साथ निभाएगी

अगर आप भी हमसे रूठ जाओगे तो मौत जिंदगी से पहले आ जाएगी

Khafa Shayari in Hindi 


तू जाने क्यों रूठी है मेरा क्या कसूर

तू मांगे तो जान भी देदु खफा होने में क्या रखा है


ये लाजमी था की तू मुझसे खफा हो जाए

पर मेरी नासमझी पर तू यूं अश्कों को ना बहाए


मोहब्बत करूंगा मैं तुम से ही हर दफा

चाहता हूं तुम कभी ना हो मुझसे खफा


इश्क़ है मगर जताना नहीं आता

हमें हाल ए दिल बताना नहीं आता

खफा होकर बैठे है इस बात पर मुझसे

कि हमें सलीके से मनाना भी नहीं आता

Khafa Shayari in Hindi 


कुछ देर वो है खफा तो कोई बात नहीं

मगर नाराज़ उम्र भर रहे ये जायज नहीं


हम ज़िन्दगी में आपसे खफा हो नहीं सकते

मोहब्बत के रिश्ते बेवफा हो नहीं सकते

आप भले ही याद किये बिना सो जाओ

हम याद किये बिना सो नहीं सकते

Khafa Shayari in Hindi 


ना हूँ मैं बेवफ़ा ना ही वो बेवफ़ा

हम दोनों दुनिया की रीत से है खफ़ा


वे मुझे भूलने के तरीके ढूंढ रहे थे

नाराज होकर हमने उनकी मुश्किल आसान कर दी


जैसे रूह जुदा हुई जिंदगी बेहाल हो गई

जो कभी साथ थे वो जिंदगी अब सजा बन गई है


जाने कौन सी कलम से खुदा ने नसीब लिखा है

नहीं मेरी क़िस्मत में कोई हबीब लिखा है

Khafa Shayari in Hindi 


ग़म ना हो कोई मिले आपको शिफ़ा

खुदा करे आप हमसे कभी ना हो खफा


न जाने किस बात से खफा हो तुम

क्या जानती नहीं, मेरी वफा हो तुम

खफा शायरी

मैं खुद से ख़फ़ा हूँ लेकिन

है इतनी इल्तेजा तुम कभी नाराज़ मत होना


वो आए थे मेरा दुख-दर्द बाँटने

मुझे खुश देखा तो ख़फ़ा होकर चल दिये


लगता है आज ज़िन्दगी कुछ खफा है

जनाब छोड़िये कौन सा पहली दफा है

Khafa Shayari in Hindi 


प्यार ने मुझे इस मोड़ पर खड़ा कर दिया है कि

आगे बढ़ो तो सब नाराज पीछे हटो तो बेवफा


काश कोई मिले ऐसा जो मुझसे खफ़ा कभी ना हो

समझे मेरे प्यार को और कभी जुदा ना हो


इतना तो बता जाओ किस बात से खफा हो

तुम सच में खफा हो या दूर जाने का बहाना है

Khafa Shayari in Hindi


अब और कितना खफा रहोगे हमसे

शायद जान निकाल दोगे जिस्म से


मेरी फितरत में नहीं है किसी से नाराज होना

नाराज वो होतें है जिन्हें अपने आप पर गुरूर होता है


रुठने का हक हैं पर वजह बताया कर

खफा होना गलत नहीं तू खता बताया कर


मैं दे दूंगा हर काम से इस्तीफा

वादा करो बस तुम ना होगी खफा


जो प्यार का चिराग जलाया था मैंने

उसी चिराग से जलकर मैं खाक हो गया

Khafa Shayari in Hindi


खफा नहीं हूँ तुझसे ज़िन्दगी

बस ज़रा सा दिल लगा बैठा हूँ उदासियों से


तुम्हारे बाद किसी पर खफा नहीं हुए हम

क्या करे अब बड़ा फर्क आ गया है हममे


ये अपना अटूट बंधन ही होगा

जो हमेशा खफा होने के बावजूद जुड़ा रहा

इश्क़ में ख़फा शायरी

खफा हो माना पर मान जाओ ना

तुम जान मेरी लेलो पर यू सताओ ना

Khafa Shayari in Hindi 


तुम ही नहीं साथ मेरे जब

खुद पर ही खफा हूं मैं अब


अब कैसे छुपाऊ दर्द अपना कैसे टूट गया मेरा सपना

क्या अब कुछ भी ठीक नहीं होगा मेरा कोई अजीज़ नहीं होगा


तुम खफा हो गए तो कोई ख़ुशी ना रहेगी

तेरे बिना हमारी जिंदगी में रोशनी ना होगी

Khafa Shayari in Hindi 

 

मत पूछना खफा होने का सबब मुझसे

कैसे कैसे खेले हैं क़िस्मत ने खेल मुझसे


मुझे ना समझ आयी कैसी सजा है ये

गलती भी तेरी और खफ़ा भी तू है


साये ने साथ छोड़ दिया यार ने दिल तोड़ दिया

अब तो खुदा भी मेरे खिलाफ हो गया

Khafa Shayari in Hindi 


देखेंगे एक दिन उससे खफा होकर

अंदाज़ कैसा है उनक मनाने का


जो खफा रहोगी मुझसे तुम

कैसे करेंगे तेरा दीदार हम


चाँद का क्या कसूर अगर रात बेवफा निकली

कुछ पल ठहरी फिर चल निकली


काश कोई देता हमारे सवालो के जवाब

वो पल होते बहुत ला जवाब


सजा क्यों मिलती है हमेशा बेक़सूर को

ग़म ही क्यों मिलते है ग़मो से चूर को

Khafa Shayari in Hindi 


यूँ लगा दोस्त तेरा मुझसे खफ़ा होना

जिस तरह फूल से खुशबू का जुदा होना


लोग कहते हैं कि तू अब भी ख़फ़ा है मुझसे

पर तेरी आँखों ने तो कुछ और कहा है मुझसे


किसी को मनाने से पहले ये जान लेना

कि वो तुमसे नाराज है या परेशान


मेरे लिए जीना यह सजा हो गया

यार मेरा मुझसे खफा हो गया

Khafa Shayari in Hindi 


कलम ही आज शायर से खफा हो गई

जैसे किसी जिस्म से जान जुदा हो गई


जो रहोगे तुम ऐसे ही खफा

कैसे पूरी होगी हमारी वफा


जब कभी तुम होती हो मुझ पर खफ़ा

लगता जैसे कर रही हो मुझ पर जफ़ा

Khafa Shayari in Hindi


दो पल की ख़ुशी मांगी थी खुदा से

सबकी ख़ुशी मांगी थी अपनी दुआ में


आग दिल मे लगी जब वो खफा हो गए

पर महसूस हुआ तब जब वो जुदा हो गए

Khafa Hone Se Darte Hain Shayari

लोग कहते हैं कि तू अब भी ख़फ़ा है मुझसे

तेरी आँखों ने तो कुछ और कहा है मुझसे 


खफा रहने का शोक भी पूरा कर लो तुम

लगता है तुम्हे हम ज़िंदा अच्छे नहीं लगते 

Khafa Shayari in Hindi


हर बार इल्जाम हम पर लगाना ठीक नहीं

वफ़ा खुद से नहीं होती खफा हम पर होते हो 


तू छोड़ गयी तुझसे क्या खफा होना

खुदा ने ही लिखा था जुदा होना 

Khafa Shayari in Hindi


हमारे दिल न देने पर ख़फ़ा हो

लुटाते हो तुम्हीं ख़ैरात कितनी 


हमारे दिल न देने पर ख़फ़ा हो

लुटाते हो तुम्हीं ख़ैरात कितनी 


हुस्न यूँ इश्क़ से नाराज है अब

फूल खुशबू से खफा हो जैसे 


उस से खफा होकर भी देखेंगे एक दिन

की उसके मानाने का अंदाज़ कैसा है 


अजीब शख्स है नाराज हो के हंसता है

मैं चाहता हूँ खफा हो तो खफा ही लगे 

Khafa Shayari in Hindi


खफा थी शाख से शायद के जब हवा गुजरी

जमीन पे गिरते हुए फूल बेशुमार दिखे 


वो आए थे मेरा दुख दर्द बाँटने के लिए

मुझे खुश देखा तो खफा होकर चल दिये 

Khafa Shayari in Hindi 


खफा होने से पहले खता बता देना

रुलाने से पहले हँसना सिखा देना

 

 खुश रहो या खफा रह

मुझसे दूर रहो और दफा रहो 


हक़ हूँ में तेरा हक़ जताया कर

यूँ खफा होकर ना सताया कर 


क्या कहूँ क्या है मेरे दिल की ख़ुशी

तुम चले जाओगे ख़फ़ा हो कर 

Khafa Shayari in Hindi 


गुनाह करके सजा से डरते है

ज़हर पी के दवा से डरते हैं 


जिस की हवस के वास्ते दुनिया हुई अज़ीज़

वापस हुए तो उसकी मोहब्बत ख़फ़ा मिली

 

 रुठने का हक हैं तुझे पर वजह बताया कर

खफा होना गलत नहीं तू खता बताया कर 

Khafa Shayari in Hindi 


तोड़कर अहदे-करम न आशना हो जाइये

बंदा परवर जाइये अच्छा खफा हो जाइये

 

 छेड़ मत हर दम न आईना दिखा

अपनी सूरत से ख़फ़ा बैठे हैं हम 

Khafa Shayari in Hindi 


बे-सबक बात बढ़ाने की जरूरत क्या है

हम खफा कब थे मनाने की जरूरत क्या है 


ख़फ़ा तुम से हो कर ख़फ़ा तुम को कर के

मज़ाक़-ए-हुनर कुछ फ़ुज़ूँ चाहता हूँ 

Khafa Shayari in Hindi 


दुश्मनो के सितम का खौफ नही हमे

बस दोस्तो के खफा होने से डरते है 

Contusions

आज का यह पोस्ट Khafa Shayari in Hindi पढ़ने के लिए सभी लोगों का धन्यवाद। मुझे उम्मीद है कि आपको यह khafa Quotes, Status, Shayari In Hindi, इश्क़ में ख़फा शायरी, Khafa Hone Se Darte Hain Shayari पोस्ट पसंद आया होगा. तो इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ WhatsApp, Facebook और Instagram पर जरूर  शेयर कर सकते हैं धन्यवाद |  

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